ETV Bharat / city

MP में गणतंत्र दिवस से शुरू होगा 'स्वच्छ प्रतिष्ठान सर्वेक्षण', विजेता प्रतिष्ठान को मिलेगा 'सिम्बल ऑफ क्लीनलीनेस' सम्मान

मध्य प्रदेश के शहरों को गंदगी मुक्त कर और रेटिंग में ऊंचा स्थान दिलाने के लिए प्रदेश में 'स्वच्छ प्रतिष्ठान' सर्वेक्षण 26 जनवरी से शुरु किया जाएगा. गणतंत्र दिवस से शुरु होकर यह अभियान 15 दिन चलेगा. इसमें अलग-अलग श्रेणी में रैकिंग होगी और विजेता प्रतिष्ठान को निकाय द्वारा 'सिम्बल ऑफ क्लीनलीनेस' सम्मान दिया जायेगा. अभियान का उद्देश्य प्रतिष्ठानों को स्वच्छता और कचरा प्रबंधन के लिए प्रोत्साहित करना है.

author img

By

Published : Jan 20, 2022, 9:35 PM IST

MP Swatch Pratishthan Sarvekshan 2022
एमपी स्वच्छ प्रतिष्ठान सर्वेक्षण 2022

भोपाल। मध्य प्रदेश के सभी शहरों को कचरा मुक्त शहरों की रेटिंग में उच्च स्थान दिलाने के लिए गणतंत्र दिवस 26 जनवरी से 'स्वच्छ प्रतिष्ठान' सर्वेक्षण शुरू किया जाने वाला है. राज्य सरकार के स्वच्छ प्रतिष्ठान सर्वेक्षण का मकसद स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में सभी शहरों को कचरा मुक्त बनाने और कचरा मुक्त शहरों की स्टार रेटिंग में सभी नगर निगमों को फाइव-स्टार और अन्य नगरीय निकायों को थ्री-स्टार रेटिंग दिलाना है.

स्टार रेटिंग के आधार पर होगी राज्य स्तरीय रैकिंग

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि यह अभियान 15 दिन चलेगा. इसके लिए सभी सांसद और विधायकों को पत्र लिखकर कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के आह्वान के साथ ही प्रदेश में स्वच्छता का संकल्प लिया गया था. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश स्वच्छता के साथ हर क्षेत्र में निरंतर आगे बढ़ रहा है. मंत्री ने बताया कि शहर में स्थित प्रतिष्ठानों में निजी एवं शासकीय कार्यालय, बैंक, छोटी-बड़ी दुकानें, शो-रूम, अस्पताल, क्लीनिक, होटल, रेस्टोरेंट, स्कूल आदि शामिल हैं. इन्हें बल्क वेस्ट जनरेटर कहा जाता है. इनके बीच ही स्वच्छ प्रतिस्पर्धा की जायेगी. स्टार रेटिंग के आधार पर इनकी राज्य स्तरीय रैकिंग भी होगी. सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य प्रतिष्ठानों को स्वच्छता और कचरा प्रबंधन के लिए प्रोत्साहित करना है.

यह भी पढ़ें - MP में हरियाली बढ़ाने वाले जिलों की रैंकिंग का प्रस्ताव, सबसे ज्यादा पौध-रोपण वाले जिले किए जाएंगे प्रोत्साहित

विजेता प्रतिष्ठान को 'सिम्बल ऑफ क्लीनलीनेस' सम्मान

स्वच्छ प्रतिष्ठान सर्वेक्षण में अलग-अलग श्रेणी में रैकिंग होगी. इसमें स्वच्छ पाठशाला, स्वास्थ्य संस्थाएं, होटल एवं रेस्टोरेंट, कार्यालय, हॉकर्स जोन और स्वच्छ बाजार की श्रेणी शामिल होंगी. इस अभियान के विजेता प्रतिष्ठान को निकाय द्वारा 'सिम्बल ऑफ क्लीनलीनेस' सम्मान से नवाजा जायेगा. साथ ही चयनित प्रतिष्ठानों को राज्य स्तरीय टीम के अवलोकन के बाद राज्य स्तरीय पुरस्कारों के लिए भी नामांकित किया जायेगा. पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए समिति के भ्रमण, परिणाम आदि गोपनीय होंगे. नागरिकों से फीडबैक ऑनलाइन लिये जायेंगे. विजेता प्रतिष्ठानों को जन-प्रतिनिधयों की उपस्थिति में सम्मानित किया जायेगा.

इनपुट - आईएएनएस

भोपाल। मध्य प्रदेश के सभी शहरों को कचरा मुक्त शहरों की रेटिंग में उच्च स्थान दिलाने के लिए गणतंत्र दिवस 26 जनवरी से 'स्वच्छ प्रतिष्ठान' सर्वेक्षण शुरू किया जाने वाला है. राज्य सरकार के स्वच्छ प्रतिष्ठान सर्वेक्षण का मकसद स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में सभी शहरों को कचरा मुक्त बनाने और कचरा मुक्त शहरों की स्टार रेटिंग में सभी नगर निगमों को फाइव-स्टार और अन्य नगरीय निकायों को थ्री-स्टार रेटिंग दिलाना है.

स्टार रेटिंग के आधार पर होगी राज्य स्तरीय रैकिंग

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि यह अभियान 15 दिन चलेगा. इसके लिए सभी सांसद और विधायकों को पत्र लिखकर कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के आह्वान के साथ ही प्रदेश में स्वच्छता का संकल्प लिया गया था. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश स्वच्छता के साथ हर क्षेत्र में निरंतर आगे बढ़ रहा है. मंत्री ने बताया कि शहर में स्थित प्रतिष्ठानों में निजी एवं शासकीय कार्यालय, बैंक, छोटी-बड़ी दुकानें, शो-रूम, अस्पताल, क्लीनिक, होटल, रेस्टोरेंट, स्कूल आदि शामिल हैं. इन्हें बल्क वेस्ट जनरेटर कहा जाता है. इनके बीच ही स्वच्छ प्रतिस्पर्धा की जायेगी. स्टार रेटिंग के आधार पर इनकी राज्य स्तरीय रैकिंग भी होगी. सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य प्रतिष्ठानों को स्वच्छता और कचरा प्रबंधन के लिए प्रोत्साहित करना है.

यह भी पढ़ें - MP में हरियाली बढ़ाने वाले जिलों की रैंकिंग का प्रस्ताव, सबसे ज्यादा पौध-रोपण वाले जिले किए जाएंगे प्रोत्साहित

विजेता प्रतिष्ठान को 'सिम्बल ऑफ क्लीनलीनेस' सम्मान

स्वच्छ प्रतिष्ठान सर्वेक्षण में अलग-अलग श्रेणी में रैकिंग होगी. इसमें स्वच्छ पाठशाला, स्वास्थ्य संस्थाएं, होटल एवं रेस्टोरेंट, कार्यालय, हॉकर्स जोन और स्वच्छ बाजार की श्रेणी शामिल होंगी. इस अभियान के विजेता प्रतिष्ठान को निकाय द्वारा 'सिम्बल ऑफ क्लीनलीनेस' सम्मान से नवाजा जायेगा. साथ ही चयनित प्रतिष्ठानों को राज्य स्तरीय टीम के अवलोकन के बाद राज्य स्तरीय पुरस्कारों के लिए भी नामांकित किया जायेगा. पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए समिति के भ्रमण, परिणाम आदि गोपनीय होंगे. नागरिकों से फीडबैक ऑनलाइन लिये जायेंगे. विजेता प्रतिष्ठानों को जन-प्रतिनिधयों की उपस्थिति में सम्मानित किया जायेगा.

इनपुट - आईएएनएस

For All Latest Updates

TAGGED:

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.