भोपाल। राजधानी में कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद पुलिस की कॉम्बिंग गस्त का सिलसिला लगातार जारी है. देर रात भोपाल में हुई कॉम्बिंग गस्त के जरिए पुलिस ने 600 ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया, जिनके खिलाफ अदालत से स्थाई या अस्थाई वारंट जारी हैं. पुलिस की हुई इस देर रात कार्रवाई से अदालत से भागे हुए अपराधियों के बीच खलबली मच गई है और जो स्थाई व अस्थाई वारंटी आराम से घर में सो रहे थे, उन सभी को पुलिस ने आज अदालत में प्रस्तुत किया. भोपाल पुलिस उपायुक्त सचिन अतुलकर ने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की जमकर तारीफ की व उन्हें ईनाम देने की भी घोषणा की है. चुनाव आचार संहिता के कारण इस तरह की कार्रवाई लगातार होती रहेगी.
पुलिस कमिश्नर की कॉम्बिंग गश्त का असर: भोपाल में रात में पुलिस के विभिन्न थानों के पुलिस वाले पुलिस कमिश्नर दफ्तर के प्रांगण में देर रात जमा होते हैं. शहरी हिस्सों के चारो जोन के पुलिस उपायुक्त अपने-अपने इलाकों में तैनात बल को लेकर कमिशनर दफ्तर पहुंचे, जहां योजनाबद्ध तरीके से शहर भर में मौजूद स्थाई व अस्थाई वारंटियों को रात में दबोचने का प्लान बनाया गया. लिहाजा एडिशनल पुलिस कमिश्नर व पुलिस उपायुक्तों द्वारा मैदानी बल का हौसला अफजाई करते हुए रूपरेखा तैयार की गई.
पुलिस की टीम ने 600 आरोपियों को दबोचा: जिसके बाद हाथों में वारंटियों की सूची लेकर अलग-अलग पुलिसिया टोली अपने अपने इलाकों में निकल गईं. देर रात जिस वक्त अपराधी बेखौफ सो रहे थे, उस वक्त अचानक गुंडों के अड्डों पर पुलिसिया छापेमारी की दस्तक से दहशत फैल गई और पुलिस की इस कॉम्बिंग गश्त के चलते रात को 600 आरोपियों को दबोचा गया. जिनके अदालत द्वारा स्थाई व अस्थाई वारंट जारी थे. रातभर मश्क्कत करने के बाद सुबह अदालत में जब इनको पेश किया गया, तो वहाँ देखने वालों की भीड़ लग गई.