भोपाल(Bhopal)। सिविल सर्विसेज (Civil Services) ने पहली बार राष्ट्रीय स्तर (National Level) पर होने वाली प्रतियोगिताओं में महिला हॉकी (Women Hockey) को शामिल किया है. इस फैसले के बाद महिला खिलाड़ियों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. अधिकारी रह चुकी महिलाएं इस हॉकी टूर्नामेंट (Hockey Tournament) में मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगी. टूर्नामेंट के लिए टीम भी बना ली गई है. ईटीवी भारत ने इन महिला खिलाड़ियों से खास बातचीत की. जिसमें उन्होंने कहा कि वह इस प्रतियोगिता में केवल खेलने नहीं बल्कि मेडल दिलाने के लिए जा रही हैं.
सभी खिलाड़ियों की उम्र 55-61 के बीच
मध्य प्रदेश की महिला हॉकी टीम में सभी खिलाड़ियों की उम्र 55 से 61 साल के बीच है. सिर्फ दो खिलाड़ी ऐसी हैं, जिनकी उम्र 49 साल है. इनमें से अधिकतर खिलाड़ी अब दादी और नानी भी बन चुकी हैं. यह महिला खिलाड़ी खेल कोटे से सरकारी नौकरी में हैं. इनमें 9 शिक्षिका, 7 अधिकारी और एक लेखापाल हैं. सभी यहां मध्यप्रदेश सिविल हॉकी टीम के ट्रायल में पहुंची थीं. महिलाओं के जोश और जज्बे को देखकर अखिल भारतीय सिविल सेवा हॉकी टूर्नामेंट के लिए मध्यप्रदेश की टीम में उन्हें सिलेक्ट कर लिया गया है.
हरियाणा में टूर्नामेंट
इस बार अखिल भारतीय सिविल सेवा हॉकी टूर्नामेंट का आयोजन हरियाणा के कुरुक्षेत्र में 23 सितंबर से होने जा रहा है. इस टूर्नामेंट के 57 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब मध्य प्रदेश की टीम शिरकत करेगी.
क्या है सिविल सेवा टूर्नामेंट ?
इस टूर्नामेंट की शुरुआत 1964 में हुई थी. इसमें देशभर के शासकीय कर्मचारी और अधिकारी अपने-अपने राज्यों की टीमों का प्रतिनिधित्व करते हैं. यही नहीं केंद्र सरकार के विभाग भी इसमें शामिल होते हैं.
यह है MP की महिला हॉकी टीम
अलका शर्मा, रेणुका निगम, पूनम रायकवार, नंदा शर्मा, प्रीति नायडू, लूसी अल्फांसो, प्रतीक्षा धारपांडे, जानकी पांडे, रीना चौधरी, सविता सुर्वे, सबीहा कौशल, डॉ.भारती शर्मा, चित्ररेखा मोघे, रुबीना अरशद, स्मिता शर्मा, बिल्किस जहां, वंदना रघुवंशी और सरिता वर्मा.