भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस अपने संगठन को मजबूत करने के साथ ही प्रदेश की बीजेपी सरकार में हुए भ्रष्टाचारों की पोल खोलने के लिए मुहिम छेड़ने जा रही है. इसके लिए जल्द ही सभी जिलों में विशेष अभियान चलाया जाएगा. हर जिले में 10 लोगों की टीम जाएगी और वहां विभिन्न विभागों में हुए भ्रष्टाचार की जानकारी इकट्ठा करेगी. इसके बाद सरकार के भ्रष्टाचार की पोल जनता के सामने खोली जाएगी.
सरकार के खिलाफ कांग्रेस के तीखे तेवर
प्रदेश में कांग्रेस अब सक्रिय विपक्ष की भूमिका निभाने के लिए सड़कों पर दिखाई देने लगी है. वह एक के बाद एक सरकार के खिलाफ मुहिम छेड़ने की तैयारी में है. बढ़ती महंगाई के खिलाफ, बाढ़ पीड़ितों की सहायता में सरकार की विफलता, कोरोना महामारी में मृत लोगों के परिजनों को मुआवजा न मिलना और पिछड़ा वर्ग को आरक्षण देने को लेकर कांग्रेस लगातार सरकार पर हमलावर है.
वहीं अब प्रदेशभर में कांग्रेस भ्रष्टाचार के खिलाफ एक विशेष अभियान चलाने की तैयारी में है. इसके तहत हर जिले में कांग्रेस के पदाधिकारियों की टीम भेजी जाएगी. जो वहां से विभिन्न विभागों की भ्रष्टाचार की जानकारी इकट्ठा करेगी. इसके बाद भ्रष्टाचार की पोल जनता के सामने खोली जाएगी.
सरकारी की पोल खोलेगी कांग्रेस : अजय यादव
भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता अजय सिंह यादव ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'प्रदेश की बीजेपी सरकार का आधार ही भ्रष्टाचार है, सरकार में चारों तरफ भ्रष्टाचार का ही बोलबाला है. प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड की परीक्षाएं रद्द होना, पीडब्ल्यूडी की सड़कें खराब होना, बाढ़ में बहते पुल, किसानों के साथ धोखा और एमपीईबी में बड़े ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने जैसे भ्रष्टाचार के मामलों को कांग्रेस द्वारा एक विशेष अभियान चलाकर उजागर किया जाएगा, इसके साथ ही जिलों में हुए भ्रष्टाचार को भी जनता के सामने पेश किया जाएगा'.
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सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार की पोल खोलने के मामले में कांग्रेस को पूरी गंभीरता दिखानी होगी, तभी इसका फायदा होगा, नहीं तो यह केवल टाइम पास रह जाएगा. इस मामले में कांग्रेस को आरटीआई का उपयोग करना चाहिए क्योंकि भ्रष्टाचार सामने लाने के लिए डॉक्यूमेंटेशन जरूरी है. इसमें आरटीआई की अच्छी भूमिका हो सकती है. भ्रष्टाचार उजागर करने के लिए टीम भेजने से कुछ नहीं होगा क्योंकि उसके लिए तथ्य सामने लाने होंगे.
-सजी थॉमस, वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक