भोपाल। तीन दशक से पाकिस्तान में कट्टरपंथियों की प्रताड़ना झेल रहे 19 हिंदू सिंधियों को भारत की नागरिकता मिल गई है. प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने भोपाल में उन्हें भारत की नागरिकता के प्रमाण पत्र सौंपे और शुभकामनाएं दीं. लोगों ने उनको भारतीय नागरिकता दिलवाने के प्रयास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और एमपी भाजपा प्रवक्ता दुर्गेश केसवानी का आभार व्यक्त किया. इन लोगों ने कहा कि उनका दिल तो हिन्दुस्तानी था ही और आज नागरिकता भी मिल गयी.
खुशी में छलके आंसू
कई सालों से प्रताड़ना और दोयम दर्जे की जिंदगी जी रहे इन लोगों के हाथों में जैसे ही भारत की नागरिकता मिलने के दस्तावेज आए, तो उनके चेहरे खुशी से खिल उठे. कई लोग भावुक हो गए और उनकी आंखों से आंसू बहने लगे. लोगों ने बताया कि वे पाकिस्तान में सालों से भय और हिंसा की जिंदगी गुजार रहे थे. लेकिन अब दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में सुकून से रह सकेंगे और अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा के साथ अच्छे संस्कार भी दे सकेंगे.
सिंधी समाज ने व्यवसाय को दी अलग दिशा: मिश्रा
नरोत्तम मिश्रा ने इसे गौरव का पल बताया. उन्होंने कहा कि सिंधी समाज के लोग काफी लंबे समय से भारत की नागरिकता हासिल करने के लिए मेहनत कर रहे थे. हम भी उन्हें भारत लाना चाहते थे, लेकिन तुष्टिकरण की राजनीति करने वालों के कारण इनको वापस लाना मुश्किल हो रहा था. सिन्धी समाज ने व्यवसाय को एक अलग ही दिशा दी है. उनके संस्कार और सहकार की भावना सभी को प्रेरित करने वाली है. गृहमंत्री डाॅ. मिश्रा ने सीएए कानून पर प्रकाश डालते हुए पीएम नरेंद्र मोदी और भारत के गृह मंत्री अमित शाह व सीएम शिवराज सिंह चौहान का आभार व्यक्त किया. अब तक भोपाल के 160 लोगों को भारत की नागरिकता मिल चुकी है.
(19 Pakistani minorities got Indian citizenship)