भोपाल। भोपाल नगर निगम परिषद की पहली मीटिंग में कांग्रेसी पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया. कांग्रेस पार्षदों ने जोन समितियों के गठन का विरोध करते हुए जमकर नारेबाजी की. टैक्स के मुद्दे पर कांग्रेसी पार्षदों ने मध्य प्रदेश सरकार को निशाने पर लिया और उसी के आधार पर BMC की MIC मीटिंग में बीजेपी को घेरना शुरू कर दिया. साथ ही शहर में जर्जर मकान और खस्ताहाल सड़कों को लेकर भी कांग्रेस पार्षदों ने स्पीकर का घेराव किया. हंगामे के बाद 20 मिनट तक के लिए सदन स्थगित की गई, जिसे बाद में दोबारा शुरू किया गया. (MP Nagar Nigam Baithak) (Bhopal Municipal Corporation Meeting) (BMC mic meeting)
हंगामे के साथ शुरू हुई परिषद की मीटिंग: नगर निगम भोपाल की परिषद बैठक मंगलवार को शुरू होते ही हंगामे की भेंट चढ़ गई. कांग्रेस पार्षदों ने जोन समितियों का विरोध करते हुए आसंदी का घेराव कर दिया. हाथों में बढ़ा हुआ टैक्स वापस लो जैसे स्लोगन लिखे पोस्टर लेकर खड़े हो गए और अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी के सामने पहुंच गए. इसको देखते हुए बीजेपी पार्षद भी अध्यक्ष की आसंदी के सामने आ गए. दोनों ही पार्टी के पार्षदों ने अध्यक्ष की कुर्सी को घेर लिया. इससे अध्यक्ष कुर्सी से उठकर चले गए. इससे सदन की कार्रवाई रोक दी गई. करीब 20 मिनट तक सदन की कार्रवाई रूकी रही, दोपहर 1.10 बजे कार्रवाई फिर शुरू हुई. इसके बाद भी कांग्रेसी पार्षद रुके नहीं वे दोबारा से हंगामा करने लगे. तानाशाही नहीं चलेगी जैसे नारे भी लगाए. (Corporation Meeting Congress Councilor Ruckus)
कांग्रेसी पार्षद ने नारेबाजी की: महापौर के भाषण के पहले नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी ने जोन समितियों के एजेंडे का विरोध करना शुरू किया. इनके नेतृत्व में कांग्रेस पार्षद बैनर तख्तियां लेकर आसंदी के समीप पहुंचे और जमकर नारेबाजी करते हुए हंगामा किया. कांग्रेसी पार्षदों का हंगामा देख बीजेपी पार्षद भी मैदान में कूद पड़े. उन्होंने हंगामे को गलत बताया. एमआईसी मेंबर रविंद्र यति, मनोज राठौर, राजेश हिंगोरानी ने महापौर के भाषण शुरू होने के पहले ही इस तरह से हंगामा करने की परंपरा को गलत बताया. अध्यक्ष सूर्यवंशी ने भी कांग्रेसी पार्षदों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं मानें. (Congress Councilor Ruckus in Bhopal)