भोपाल। बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने (Pragya Singh Thakur) महंत नरेंद्र गिरी की मौत की जांच NIA से करवाने की मांग की है. प्रयागराज (Prayagraj) में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी (Akhara Parishad President Narendra Giri) की संदिग्ध मौत से संत समाज में काफी गुस्सा है. उनका शव (Hanging Dead Body) कमरे में लटका मिला था.
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने की NIA से जांच की मांग
भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ने (Pragya Singh Thakur) महंत नरेंद्र गिरी की मौत को(Akhara Parishad President Narendra Giri) लेकर कई सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले की सीबीआई और एनआईए को जांच सौंपनी चाहिए. प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा किये हत्या है या आत्महत्या, इसकी निष्पक्ष जांच होनी ही चाहिए. प्रयागराज (Prayagraj) में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी (Akhara Parishad President Narendra Giri) की कल संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. कमरे में उनका शव फंदे से लटका मिला था. पुलिस ने प्रारंभिक जांच में इसे सुसाइड बताया था. मौके से सुसाइड नोट भी मिला था. इस मामले में शिष्य योगगुरु आनंद गिरि, लेटे हुए हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
कई संत कर चुके हैं सीबीआई जांच की मांग
इससे पहले भी कई संत नरेन्द्र गिरी की मौत की निष्पक्ष जांच की मांग कर चुके हैं. झोतेश्वर आश्रम में शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती (Shankaracharya Swaroopanand Saraswati) ने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्र गिरी की संदिग्ध आत्महत्या (Narendra giri suicide) पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि संतों को विचलित नहीं होना चाहिए. सबसे बड़ा पाप आत्महत्या है. हत्या हुई या आत्महत्या दोनों गलत है. इस दौरान उन्होंने इस मामले में निष्पक्ष CBI जांच की मांग की है.
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'संत समाज के लिए बड़ी क्षति'
शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने नरेंद्र गिरी की संदिग्ध मौत को संत समाज के लिए बहुत बड़ी क्षति बताया. उन्होंने कहा कि हमारी नरेंद्र गिरी से गंगा सफाई और गोहत्या जैसे मुद्दों पर चर्चा होती रहती थी. हमारे बहुत अच्छे संबंध थे. वहीं अखाड़ा परिषद के नए अध्यक्ष की नियुक्ति के सवाल पर शंकाराचार्य ने लोकतांत्रिक पद्धति अपनाने की बात कही.