भोपाल। लोगों को कानून का पालन कराने वाले राजधानी के मिसरोद थाने में पदस्थ सब-इंस्पेक्टर खुद रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ाए हैं. सब-इंस्पेक्टर प्रकाश राजपूत को एक युवक को जमानत देने के बदले में 8500 रुपए की रिश्वत लेते लोकायुक्त ने गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि प्रकाश राजपूत ने थाने से जमानत देने के लिए युवक से 10 हजार रुपए की मांग की थी. रिश्वत की रकम लेने के लिए सब-इंस्पेक्टर खुद थाने से करीब 15 किलोमीटर दूर रेत घाट पहुंचे थे.
जमानत देने के बदले मांगी रिश्वत
लोकायुक्त एसपी मनु व्यास में बताया कि रेत घाट तलैया इलाके में रहने वाले मसूद अली ने 23 अगस्त को लोकायुक्त से शिकायत की थी. मसूद ने बताया था कि 9 अगस्त को उनके भतीजे का होशंगाबाद रोड स्थित आशिमा मॉल के पास कुछ लड़कों से विवाद हो गया था. जिसके बाद रिपोर्ट मिसरोद थाने में दर्ज कराई गई. दूसरे पक्ष के लोगों ने काउंटर केस किया था. इस मामले में भतीजे की गिरफ्तारी नहीं कराने को लेकर सब-इंस्पेक्टर प्रकाश राजपूत ने रिश्वत की बात की थी.
DAVV की वेबसाइट हैक, हैकरों ने अपलोड किए पॉर्न वीडियो, साइबर सेल जांच में जुटी
लोकायुक्त ने रिश्वत लेते रंगेहाथ दबोचा
लोकायुक्त को फरियादी मसूद अली ने बताया कि सब-इंस्पेक्टर प्रकाश राजपूत ने 10 हजार रुपए देने पर जमानत देने की बात कही थी, लेकिन 8500 रुपए में सौदा तय किया गया. वहीं मसूद की शिकायत के बाद जब जांच की गई तो इसे सही पाया गया. जिसके बाद लोकायुक्त ने शिकायतकर्ता मसूद के साथ मिलकर सब-इंस्पेक्टर को वीआईपी रोड गौहर महल के पास रिश्वत देने के लिए बुलाया. जैसे ही मसूद ने रिश्वत की रकम सब इंस्पेक्टर को दी, उसी समय मौके पर मौजूद लोकायुक्त पुलिस ने उसे दबोच लिया. लोकायुक्त एसपी मनु व्यास ने बताया कि सब-इंस्पेक्टर के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.