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Bhopal Crime Branch: दतिया मेडिकल कॉलेज में नियुक्ति का फर्जीवाड़ा, कंप्यूटर इंजीनियर ने लूटे लाखों रुपये, हुआ गिरफ्तार - bhopal latest news

भोपाल क्राइम ब्रांच (bhopal crime branch) ने आशु कुमार नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, वह शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय दतिया में लोगों को नौकरी का झांसा देकर ठगी करता था.

bhopal crime branch arrest  ashu kumar
दतिया मेडिकल कॉलेज के नियुक्ति पत्र के नाम पर कंप्यूटर इंजीनियर ने लोगों से लूटे लाखों रुपये
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Published : May 30, 2022, 5:41 PM IST

Updated : May 30, 2022, 6:38 PM IST

भोपाल। भोपाल क्राइम ब्रांच (bhopal crime branch) की टीम द्वारा फर्जी दस्तावेज बनाकर दतिया मेडिकल कॉलेज में नियुक्ति करने वाले पर कार्रवाई करने हेतु टीम का गठन किया गया था, जिसमें आरोपी आशु कुमार (28 वर्षीय) निवासी सुल्तानाबाद कमला नगर भोपाल को गिरफ्तार किया है. घटना के संबंध में पूछताछ पर आरोपी ने स्वीकारा कि वह खुद के कम्प्यूटर सिस्टम से फर्जी तरीके से लेटर हेड तैयार कर लोगों से नौकरी लगाने के नाम पर फर्जी आदेश बनाकर रुपये लेता था.

दतिया मेडिकल कॉलेज के नियुक्ति पत्र के नाम पर कंप्यूटर इंजीनियर ने लोगों से लूटे लाखों रुपये

कंप्यूटर इंजीनियर है आरोपी: भोपाल क्राइम ब्रांच ने एक व्यक्ति को किया गिरफ्तार जो कि सरकारी नौकरी देने के नाम पर धोखाधड़ी करता था, आरोपी आशु ने कंप्यूटर साइंस से इंजीनियर है जिसके द्वारा शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय दतिया में तीन से पांच लाख रुपये में नियुक्ति पत्र दिया जाता था. आरोपी द्वारा फर्जी सील, फर्जी हस्ताक्षर करके अलग-अलग पदों पर नियुक्ति कराए जाने की बात की जाती थी. फिलहाल पुलिस ने आरोपी के पास से शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय दतिया के फर्जी लेटर हेड, फर्जी सील, कम्प्यूटर, रजिस्टर और अन्य फर्जी आई कार्ड्स, विभिन्न पदों के आदेश पत्र, नियुक्ति पत्र और साक्षात्कार के लिए बनाए गए फर्जी पत्र प्राप्त किए गए हैं. इसके अलावा आरोपी के पास से पुलिस को 400 से अधिक लोगों की सूची भी मिली है.

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इन पदों के लिए जारी करता था नियुक्ति पत्र: आरोपी द्वारा शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय दतिया के नाम से प्यून, लोवर ग्रेड क्लर्क, ड्रायवर, लाइब्रेयिन, सफाई कर्मी, लेब अटेंडेंट, हेतु चयनित उम्मीदवार के लिए फर्जी नियुक्ति आदेश, साक्षात्कार हेतु पत्र और नियुक्त प्रमाण पत्र बनाकर लोगों के साथ ठगी की जाती थी.

आशु के साथ और भी लोगों की मिली भगत होने की सम्भावना है. आशु ने कंप्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग की है, उसके बाद वह जब कंप्यूटर में माहिर हो गया तो लोगों से ठगी करने लगा. पुलिस को उसके कुछ और व्यापारिक प्रतिष्ठानों का भी पता चला है, जिनकी जांच की जा रही है.
- शैलेंद्र सिंह चौहान, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त, क्राइम ब्रांच भोपाल

भोपाल। भोपाल क्राइम ब्रांच (bhopal crime branch) की टीम द्वारा फर्जी दस्तावेज बनाकर दतिया मेडिकल कॉलेज में नियुक्ति करने वाले पर कार्रवाई करने हेतु टीम का गठन किया गया था, जिसमें आरोपी आशु कुमार (28 वर्षीय) निवासी सुल्तानाबाद कमला नगर भोपाल को गिरफ्तार किया है. घटना के संबंध में पूछताछ पर आरोपी ने स्वीकारा कि वह खुद के कम्प्यूटर सिस्टम से फर्जी तरीके से लेटर हेड तैयार कर लोगों से नौकरी लगाने के नाम पर फर्जी आदेश बनाकर रुपये लेता था.

दतिया मेडिकल कॉलेज के नियुक्ति पत्र के नाम पर कंप्यूटर इंजीनियर ने लोगों से लूटे लाखों रुपये

कंप्यूटर इंजीनियर है आरोपी: भोपाल क्राइम ब्रांच ने एक व्यक्ति को किया गिरफ्तार जो कि सरकारी नौकरी देने के नाम पर धोखाधड़ी करता था, आरोपी आशु ने कंप्यूटर साइंस से इंजीनियर है जिसके द्वारा शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय दतिया में तीन से पांच लाख रुपये में नियुक्ति पत्र दिया जाता था. आरोपी द्वारा फर्जी सील, फर्जी हस्ताक्षर करके अलग-अलग पदों पर नियुक्ति कराए जाने की बात की जाती थी. फिलहाल पुलिस ने आरोपी के पास से शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय दतिया के फर्जी लेटर हेड, फर्जी सील, कम्प्यूटर, रजिस्टर और अन्य फर्जी आई कार्ड्स, विभिन्न पदों के आदेश पत्र, नियुक्ति पत्र और साक्षात्कार के लिए बनाए गए फर्जी पत्र प्राप्त किए गए हैं. इसके अलावा आरोपी के पास से पुलिस को 400 से अधिक लोगों की सूची भी मिली है.

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इन पदों के लिए जारी करता था नियुक्ति पत्र: आरोपी द्वारा शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय दतिया के नाम से प्यून, लोवर ग्रेड क्लर्क, ड्रायवर, लाइब्रेयिन, सफाई कर्मी, लेब अटेंडेंट, हेतु चयनित उम्मीदवार के लिए फर्जी नियुक्ति आदेश, साक्षात्कार हेतु पत्र और नियुक्त प्रमाण पत्र बनाकर लोगों के साथ ठगी की जाती थी.

आशु के साथ और भी लोगों की मिली भगत होने की सम्भावना है. आशु ने कंप्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग की है, उसके बाद वह जब कंप्यूटर में माहिर हो गया तो लोगों से ठगी करने लगा. पुलिस को उसके कुछ और व्यापारिक प्रतिष्ठानों का भी पता चला है, जिनकी जांच की जा रही है.
- शैलेंद्र सिंह चौहान, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त, क्राइम ब्रांच भोपाल

Last Updated : May 30, 2022, 6:38 PM IST
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