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Congress President Election दिग्विजय सिंह से कांग्रेस को फायदा होगा या नुकसान, जाने क्या कहते हैं पॉलिटिकल पंडित

दो दशक बाद गांधी परिवार से बाहर कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव दिग्विजय सिंह के लिए भी प्रतिष्ठा का प्रश्न बनता जा रहा है. सामने शशि थरूर के आने से यह चुनाव और अधिक पेचींदा होता जा रहा है. हालांकि कांग्रेस हाईकमान ने अपना पक्ष अभी नहीं रखा है. इसलिए अभी इसपर अंतिम निर्णय आना बाकी है कि अध्यक्ष पर सर्वसम्मति से किसी को चुना जाएगा या बाकायदा उसका चुनाव होगा. फिलहाल अध्यक्ष पद रेस में अभी तक दिग्विजय सिंह सबसे आगे दिख रहे हैं. (shashi tharoor vs digvijay singh) (digvijay singh congress president) (digvijay singh nomination)

congress president election
भोपाल दिग्विजय से कांग्रेस को फायदा होगा या नुकसान
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Published : Sep 29, 2022, 3:35 PM IST

Updated : Sep 29, 2022, 6:12 PM IST

भोपाल। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए दिग्विजय सिंह नामांकन दाखिल करने जा रहे हैं. कांग्रेस के लिहाज से देखें तो इस वक्त कांग्रेस का संगठन कमजोर हैं. कमजोर नेतृत्व की कमी के चलते कांग्रेस भी लगातार कमजोर होती जा रही है. राजनीतिक विश्लेषकों की माने तो दिग्विजय सिंह को कमान मिल जाती है तो वे कांग्रेस के संगठन को फिर से मजबूत कर सकेंगे. (congress president election)

shashi tharoor vs digvijay singh
दिग्विजय सिंह और शशि थरुर में कौन मजबूत

दिग्विजय सिंह पार्टी में फूंक सकते हैं नई जानः माना जा रहा है कि दिग्विजय सिंह के नाम पर आम सहमति बन सकती है.वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक लज्जा शंकर हरदेनिया का कहना है कि भाजपा के लिए चुनौतीपूर्व साबित होंगे. हरदेनिया कहते हैं कि उनके साथ मैंने काम किया है. उनके बनने से हिंदी भाषी क्षेत्रों में ही नहीं बल्कि दक्षिण भारत में भी कांग्रेस को मजबूती मिलेगी. गांधी परिवार के भी वे भरोसेमंद रहे हैं, और भारत जोड़ो यात्रा के वे रणनीतिकार रहे हैं. जहां तक दिग्विजय सिंह के बयानों की बात की जाए तो अध्यक्ष बनने के बाद भी पार्टी को फर्क नहीं पड़ेगा. उनके निशाने पर संघ रहा है और जो बयान दिग्विजय सिंह के आते हैं वे तथ्यों पर आधारित होते हैं.दिग्विजय सिंह एक आक्रामक नेता है और उनमें नेत़ृत्व क्षमता है. लज्जाशंकर कहते हैं कि कांग्रेस के लगातार कमजोर होने की वजह है कि वो अपने सिक्यूलर पाथ से भटक गई है. यही वजह है कि अल्पसंख्यकों के साथ साथ दलित भी कांग्रेस से दूर होते चले जा रहे हैं. (digvijay singh nomination) (shashi tharoor vs digvijay singh)

digvijay singh congress president
भोपाल दिग्विजय हैं सबसे मजबूत दावेदार

Congress President Poll: दिग्विजय सिंह की कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में एंट्री, नामांकन पत्र लिया, कहा- कल करूंगा नामांकन

दिग्विजय सबसे मजबूत दावेदार हैंः वरिष्ठ पत्रकार सतीश एलिया का कहना है कि इस वक्त जितने भी नेता अध्यक्ष पद की दौड़ में है, उनमें सबसे मजबूत दावेदार दिग्विजय सिंह ही है. कांग्रेस का जनाधार तो हैं, लेकिन संगठन कमजोर होता जा रहा है. उनके आने से संगठन मजबूत होगा इससे पार्टी ताकतवार होगी. जहां तक दिग्विजय की हिंदू विरोधी छवि का सवाल है, तो कांग्रेस को इससे कोई नुकसान नहीं होगा. दिग्विजय सिंह जमीन से जुड़े नेता है और उनके आने से पार्टी को फायदा होगा. उनके बनने से लोकतंत्र मजबूत होगा औऱ विपक्ष की धार भी देखने को मिलेगी. (digvijay singh congress president) (digvijay singh file to nomination)

shashi tharoor vs digvijay singh
दिग्विजय सिंह पार्टी में फूंक सकते हैं नई जान

भाजपा को मिलेगा फायदाः उनके अध्यक्ष बनने के बाद उनके भगवा आंतक वाले बयान,ओसामा प्रेम, सहित उनके कई हिंदू विरोधी बयानों को लेकर बीजेपी उनकी छवि को डैमेज करने की कोशिश करेगी. साथ ही बंटाधार का नारा भी बीेजेपी और बुलंद करेगी. (digvijay singh nomination) (shashi tharoor vs digvijay singh) (Shashi tharoor to file nomination)

भोपाल। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए दिग्विजय सिंह नामांकन दाखिल करने जा रहे हैं. कांग्रेस के लिहाज से देखें तो इस वक्त कांग्रेस का संगठन कमजोर हैं. कमजोर नेतृत्व की कमी के चलते कांग्रेस भी लगातार कमजोर होती जा रही है. राजनीतिक विश्लेषकों की माने तो दिग्विजय सिंह को कमान मिल जाती है तो वे कांग्रेस के संगठन को फिर से मजबूत कर सकेंगे. (congress president election)

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दिग्विजय सिंह और शशि थरुर में कौन मजबूत

दिग्विजय सिंह पार्टी में फूंक सकते हैं नई जानः माना जा रहा है कि दिग्विजय सिंह के नाम पर आम सहमति बन सकती है.वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक लज्जा शंकर हरदेनिया का कहना है कि भाजपा के लिए चुनौतीपूर्व साबित होंगे. हरदेनिया कहते हैं कि उनके साथ मैंने काम किया है. उनके बनने से हिंदी भाषी क्षेत्रों में ही नहीं बल्कि दक्षिण भारत में भी कांग्रेस को मजबूती मिलेगी. गांधी परिवार के भी वे भरोसेमंद रहे हैं, और भारत जोड़ो यात्रा के वे रणनीतिकार रहे हैं. जहां तक दिग्विजय सिंह के बयानों की बात की जाए तो अध्यक्ष बनने के बाद भी पार्टी को फर्क नहीं पड़ेगा. उनके निशाने पर संघ रहा है और जो बयान दिग्विजय सिंह के आते हैं वे तथ्यों पर आधारित होते हैं.दिग्विजय सिंह एक आक्रामक नेता है और उनमें नेत़ृत्व क्षमता है. लज्जाशंकर कहते हैं कि कांग्रेस के लगातार कमजोर होने की वजह है कि वो अपने सिक्यूलर पाथ से भटक गई है. यही वजह है कि अल्पसंख्यकों के साथ साथ दलित भी कांग्रेस से दूर होते चले जा रहे हैं. (digvijay singh nomination) (shashi tharoor vs digvijay singh)

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भोपाल दिग्विजय हैं सबसे मजबूत दावेदार

Congress President Poll: दिग्विजय सिंह की कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में एंट्री, नामांकन पत्र लिया, कहा- कल करूंगा नामांकन

दिग्विजय सबसे मजबूत दावेदार हैंः वरिष्ठ पत्रकार सतीश एलिया का कहना है कि इस वक्त जितने भी नेता अध्यक्ष पद की दौड़ में है, उनमें सबसे मजबूत दावेदार दिग्विजय सिंह ही है. कांग्रेस का जनाधार तो हैं, लेकिन संगठन कमजोर होता जा रहा है. उनके आने से संगठन मजबूत होगा इससे पार्टी ताकतवार होगी. जहां तक दिग्विजय की हिंदू विरोधी छवि का सवाल है, तो कांग्रेस को इससे कोई नुकसान नहीं होगा. दिग्विजय सिंह जमीन से जुड़े नेता है और उनके आने से पार्टी को फायदा होगा. उनके बनने से लोकतंत्र मजबूत होगा औऱ विपक्ष की धार भी देखने को मिलेगी. (digvijay singh congress president) (digvijay singh file to nomination)

shashi tharoor vs digvijay singh
दिग्विजय सिंह पार्टी में फूंक सकते हैं नई जान

भाजपा को मिलेगा फायदाः उनके अध्यक्ष बनने के बाद उनके भगवा आंतक वाले बयान,ओसामा प्रेम, सहित उनके कई हिंदू विरोधी बयानों को लेकर बीजेपी उनकी छवि को डैमेज करने की कोशिश करेगी. साथ ही बंटाधार का नारा भी बीेजेपी और बुलंद करेगी. (digvijay singh nomination) (shashi tharoor vs digvijay singh) (Shashi tharoor to file nomination)

Last Updated : Sep 29, 2022, 6:12 PM IST
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