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जानिए ढैय्या, साढ़ेसाती और वर्तमान ग्रह गोचर का आपकी राशि पर असर और उपाय - बृहस्पति ग्रह

ज्योतिष शास्त्र (astrology) के अनुसार सभी ग्रह एक निश्चित समयावधि के बाद एक राशि से दूसरी राशि में संचरण करते हैं. साथ ही समय-समय पर ग्रह वक्री और मार्गी (direct / margi )गति से भी संचरण करते है. ग्रहों के राशि परिवर्तन, वक्री और मार्गी होने पर सभी राशियां प्रभावित होती हैं. नौ ग्रहों में से शनि, राहु और केतु लंबे समय तक एक ही राशि में संचरण करते है. वर्तमान समय में कुल 5 राशियों पर साढ़ेसाती और ढैय्या चल रही है.

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वर्तमान ग्रह गोचर, ढैय्या और साढ़ेसाती
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Published : Oct 26, 2021, 6:00 AM IST

Updated : Oct 28, 2021, 9:51 AM IST

भोपाल। ज्योतिष शास्त्र (astrology) में बृहस्पति (jupiter planet ) और शुक्र ग्रह को शुभ ग्रह माना जाता है. ग्रहों के राजा सूर्य और मंगल (mars) ग्रह को क्रूर ग्रह माना जाता है जबकि शनि (saturn) ग्रह को न्याय का कारक किन्तु पाप ग्रह माना जाता है. ग्रहों के राशि परिवर्तन वक्री और मार्गी होने पर सभी राशियों के जातकों को सकारात्मक नकारात्मक अथवा मिले-जुले परिणाम मिलते हैं. यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है. यदि आपको अपनी चंद्र राशि ज्ञात न हो तो आप अपनी नाम राशि के अनुसार भी राशिफल जान सकते हैं.

सूर्य ग्रह का गोचर

ज्योतिष शास्त्र (astrology) में सूर्य (sun) से राजनीति सम्मान, पद, पिता, प्रतिष्ठा का विचार किया जाता है. सूर्य 17 अक्टूबर को तुला राशि में प्रवेश कर गए हैं. सूर्य के तुला राशि में प्रवेश करने को तुला संक्रांति कहते हैं. सूर्य सिंह राशि के स्वामी हैं. मेष इनकी उच्च तथा तुला नीच राशि कही गई है. सूर्य लगभग 30 दिन तक एक ही राशि में संचरण करते हैं. सूर्य ग्रह के तुला राशि में भ्रमण का सभी राशियों पर असर जानने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें. . .

सूर्य का तुला राशि में प्रवेश, जानें क्या होगा आपकी राशि पर असर

बृहस्पति ग्रह का गोचर

ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में बृहस्पति (jupiter) ग्रह को शुभ ग्रह माना जाता है. 20 जून 2021 से बृहस्पति वक्री होकर गोचर कर रहे थे. इन्हें देव गुरु बृहस्पति के नाम से भी जाना जाता है. गुरु 18 अक्टूबर को पुन: मकर राशि में मार्गी (jupiter direct Margi ) हो गए. गुरु को वैभव, भाग्य, समृद्धि, विवाह, ज्ञान और विवेक का कारक माना जाता है. बृहस्पति ग्रह के मकर राशि में भ्रमण का सभी राशियों पर असर जानने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें . . .

अब गुरु भी हुए मार्गी, जानिए आपकी राशि पर असर और उपाय

शनि ग्रह का गोचर

ज्योतिष शास्त्र (astrology) में शनि (saturn) देव को महत्वपूर्ण ग्रह और न्याय का देवता माना जाता है. 23 मई 2021 से शनि मकर राशि (makar rashi) में वक्री होकर गोचर कर रहे थे. शनि 11 अक्टूबर को पुन मकर राशि (makar rasi) में मार्गी (shani direct / Margi ) हो जाएंगे. वर्तमान समय में कुल 5 राशियों पर साढ़ेसाती और ढैय्या चल रही है और शनि के मार्गी होने से कुछ राशियों का मिले-जुले परिणाम मिलेंगे. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मिथुन और तुला राशि के लोगों पर शनि की ढैय्या चल रही है. साथ ही धनु, मकर तथा कुंभ राशियों पर साढ़ेसाती चल रही है. अब गुरु और शनि देव मकर राशि में मार्गी होकर संचरण करेंगे. शनि ग्रह के मकर राशि में भ्रमण का सभी राशियों पर असर जानने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें. . .

जानिए शनि ग्रह की मार्गी चाल का सभी राशियों पर क्या असर पड़ेगा

शुक्र ग्रह का गोचर

वर्तमान में शुक्र ग्रह वृश्चिक राशि में भ्रमण कर रहे हैं और 30 अक्टूबर 2021 शनिवार 16:26 बजे तक इसी राशि में रहेंगे. फिल्म, नृत्य, संगीत, मनोरंजन, भौतिक सुख, खुशबू, हीरा, फैशन आदि शुक्र ग्रह के अंतर्गत आते हैं. शुक्र (venus) को सुंदरता, प्रजनन सुख, समृद्धि आदि का कारक माना गया है. शुक्र वृषभ और तुला राशि के स्वामी हैं. शुक्र ग्रह कुंडली में पत्नी का कारक है. मीन इनकी उच्च तथा कन्या नीच राशि कही गई है. काल पुरुष की कुंडली में सातवां भाव विवाह का माना जाता है और दूसरे भाव से धन वाणी का विचार किया जाता है. शुक्र ग्रह के वृश्चिक राशि में भ्रमण का सभी राशियों पर असर जानने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें. . .

शुक्र ग्रह वृश्चिक राशि में कर रहा भ्रमण, जानिए सभी राशियों पर क्या होगा प्रभाव

मंगल ग्रह का गोचर

ज्योतिष शास्त्र (astrology) में मंगल (mars) ग्रह को क्रूर ग्रह माना जाता है. शक्ति, क्रोध, साहस, पराक्रम, ऋण और रक्त के कारक मंगल 22 अक्टूबर को राशि परिवर्तन कर तुला राशि में प्रवेश कर गए. मंगल मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी हैं. मकर इनकी उच्च तथा कर्क नीच राशि कही गई है. मंगल ग्रह के तुला राशि में भ्रमण का सभी राशियों पर असर जानने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें. . .

मंगल का तुला राशि में परिवर्तन, जानिए कैसा रहेगा आपका भाग्य

भोपाल। ज्योतिष शास्त्र (astrology) में बृहस्पति (jupiter planet ) और शुक्र ग्रह को शुभ ग्रह माना जाता है. ग्रहों के राजा सूर्य और मंगल (mars) ग्रह को क्रूर ग्रह माना जाता है जबकि शनि (saturn) ग्रह को न्याय का कारक किन्तु पाप ग्रह माना जाता है. ग्रहों के राशि परिवर्तन वक्री और मार्गी होने पर सभी राशियों के जातकों को सकारात्मक नकारात्मक अथवा मिले-जुले परिणाम मिलते हैं. यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है. यदि आपको अपनी चंद्र राशि ज्ञात न हो तो आप अपनी नाम राशि के अनुसार भी राशिफल जान सकते हैं.

सूर्य ग्रह का गोचर

ज्योतिष शास्त्र (astrology) में सूर्य (sun) से राजनीति सम्मान, पद, पिता, प्रतिष्ठा का विचार किया जाता है. सूर्य 17 अक्टूबर को तुला राशि में प्रवेश कर गए हैं. सूर्य के तुला राशि में प्रवेश करने को तुला संक्रांति कहते हैं. सूर्य सिंह राशि के स्वामी हैं. मेष इनकी उच्च तथा तुला नीच राशि कही गई है. सूर्य लगभग 30 दिन तक एक ही राशि में संचरण करते हैं. सूर्य ग्रह के तुला राशि में भ्रमण का सभी राशियों पर असर जानने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें. . .

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बृहस्पति ग्रह का गोचर

ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में बृहस्पति (jupiter) ग्रह को शुभ ग्रह माना जाता है. 20 जून 2021 से बृहस्पति वक्री होकर गोचर कर रहे थे. इन्हें देव गुरु बृहस्पति के नाम से भी जाना जाता है. गुरु 18 अक्टूबर को पुन: मकर राशि में मार्गी (jupiter direct Margi ) हो गए. गुरु को वैभव, भाग्य, समृद्धि, विवाह, ज्ञान और विवेक का कारक माना जाता है. बृहस्पति ग्रह के मकर राशि में भ्रमण का सभी राशियों पर असर जानने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें . . .

अब गुरु भी हुए मार्गी, जानिए आपकी राशि पर असर और उपाय

शनि ग्रह का गोचर

ज्योतिष शास्त्र (astrology) में शनि (saturn) देव को महत्वपूर्ण ग्रह और न्याय का देवता माना जाता है. 23 मई 2021 से शनि मकर राशि (makar rashi) में वक्री होकर गोचर कर रहे थे. शनि 11 अक्टूबर को पुन मकर राशि (makar rasi) में मार्गी (shani direct / Margi ) हो जाएंगे. वर्तमान समय में कुल 5 राशियों पर साढ़ेसाती और ढैय्या चल रही है और शनि के मार्गी होने से कुछ राशियों का मिले-जुले परिणाम मिलेंगे. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मिथुन और तुला राशि के लोगों पर शनि की ढैय्या चल रही है. साथ ही धनु, मकर तथा कुंभ राशियों पर साढ़ेसाती चल रही है. अब गुरु और शनि देव मकर राशि में मार्गी होकर संचरण करेंगे. शनि ग्रह के मकर राशि में भ्रमण का सभी राशियों पर असर जानने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें. . .

जानिए शनि ग्रह की मार्गी चाल का सभी राशियों पर क्या असर पड़ेगा

शुक्र ग्रह का गोचर

वर्तमान में शुक्र ग्रह वृश्चिक राशि में भ्रमण कर रहे हैं और 30 अक्टूबर 2021 शनिवार 16:26 बजे तक इसी राशि में रहेंगे. फिल्म, नृत्य, संगीत, मनोरंजन, भौतिक सुख, खुशबू, हीरा, फैशन आदि शुक्र ग्रह के अंतर्गत आते हैं. शुक्र (venus) को सुंदरता, प्रजनन सुख, समृद्धि आदि का कारक माना गया है. शुक्र वृषभ और तुला राशि के स्वामी हैं. शुक्र ग्रह कुंडली में पत्नी का कारक है. मीन इनकी उच्च तथा कन्या नीच राशि कही गई है. काल पुरुष की कुंडली में सातवां भाव विवाह का माना जाता है और दूसरे भाव से धन वाणी का विचार किया जाता है. शुक्र ग्रह के वृश्चिक राशि में भ्रमण का सभी राशियों पर असर जानने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें. . .

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मंगल ग्रह का गोचर

ज्योतिष शास्त्र (astrology) में मंगल (mars) ग्रह को क्रूर ग्रह माना जाता है. शक्ति, क्रोध, साहस, पराक्रम, ऋण और रक्त के कारक मंगल 22 अक्टूबर को राशि परिवर्तन कर तुला राशि में प्रवेश कर गए. मंगल मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी हैं. मकर इनकी उच्च तथा कर्क नीच राशि कही गई है. मंगल ग्रह के तुला राशि में भ्रमण का सभी राशियों पर असर जानने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें. . .

मंगल का तुला राशि में परिवर्तन, जानिए कैसा रहेगा आपका भाग्य

Last Updated : Oct 28, 2021, 9:51 AM IST
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