भोपाल। मध्य प्रदेश की कला और संस्कृति को फ्रांस के लोग जानें और वहां की संस्कृति व कला को प्रदेश के लोगों को जानने का मौका मिले. इस मकसद से मध्य प्रदेश व फ्रांस के बीच करार हुआ है. बताया गया है कि फ्रांस में प्रदेश की पर्यटन और सांस्कृतिक गतिविधियों के प्रसार और कलात्मक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए काउंसल जनरल ऑफ फ्रांस जीन मार्क सेरे चर्लेट की उपस्थिति में मध्यप्रदेश पर्यटन और संस्कृति, फ्रेंच इंस्टीट्यूट एवं अलायन्स फ्रांसे के मध्य एमओयू हुआ.
पर्यटन और सांस्कृतिक गतिविधियां होंगी साझा: मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम के प्रबन्ध संचालक एस. विश्वनाथन, भारत में फ्रांस दूतावास व भारत में फ्रेंच इंस्टीट्यूट (आईएफआई) के निदेशक इमैनुएल लेब्रन डेमियन्स और अलयांस फ्रांसे भोपाल (एएफबी) की प्रेसीडेंट डॉ. बर्था रथिनम ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए. इस एमओयू का मकसद मध्यप्रदेश और फ्रांस के बीच पर्यटन और सांस्कृतिक गतिविधियों को साझा करना है. साथ ही फ्रांस के पर्यटकों को मध्यप्रदेश के पर्यटन स्थलों और आयोजन के संबंध में जानकारी देकर आमंत्रित किया जायेगा.
फ्रांस में भारत की पॉजिटिव इमेज: एमओयू में शामिल गतिविधियों में सांस्कृतिक और कलात्मक आदान-प्रदान, संगोष्ठियों, सम्मेलनों का आयोजन, त्यौहारों, कार्यक्रमों, वाद-विवाद, प्रदर्शनियां, कार्यशालाएं, प्रशिक्षण, त्यौहारों का विकास और संयुक्त कार्यक्रम, संगीत कार्यक्रम और फिल्मों की स्क्रीनिंग आदि है. फ्रांस दूतावास और अलयांस फ्रांसे भोपाल के प्रतिनिधि दल का नेतृत्व कर रहे निदेशक इमैनुएल ने कहा कि फ्रांस में भारत की बहुत ही पॉजिटिव इमेज है. पेरिस में स्थित भारतीय दूतावास, भारत और फ्ऱांस के बेहतर रिश्तों के लिए बहुत ही बेहतर कार्य कर रहा है.
प्रदेश के पर्यटन स्थलों और सांस्कृतिक आयोजनों की जानकारी दी: प्रतिनिधि दल को संचालक विश्वनाथन ने प्रदेश के पर्यटन स्थलों, पर्यटन सम्बन्धी गतिविधियों और निगम द्वारा दी जाने वाली पर्यटक सेवाओं तथा सुविधाओं के बारे में बताया. साथ ही प्रदेश के संस्कृति विभाग द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले विभिन्न सांस्कृतिक आयोजन जैसे खजुराहो डांस फेस्टिवल, तानसेन समारोह ग्वालियर सहित अन्य आयोजनों की जानकारी दी.
इनपुट - आईएएनएस