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रेमडेसीविर इंजेक्शन के कालाबाजारी का मुख्य आरोपी आकाश दुबे ने किया सरेंडर, हो सकते हैं बड़े खुलासा - भोपाल में रेमडेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी

आकाश दुबे 14 मई से फरार चल रहा था. राजधानी पुलिस इस मामले में तीन आरोपियों को पूर्व में भी गिरफ्तार कर चुकी है. अभी तक आकाश दुबे फरार चल रहा था, जिसके बाद से पुलिस आकाश दुबे के तलाश में थी और इनाम भी घोषित कर दिया था.

Akash Dubey Surrender
आरोपी आकाश दुबे ने किया सरेंडर
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Published : May 25, 2021, 6:52 PM IST

Updated : May 25, 2021, 7:43 PM IST

भोपाल। राजधानी भोपाल के कोलार थाने में रेमडेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले में फरार चल रहे रिटायर्ड डीएसपी के बेटे आकाश दुबे ने आखिरकार मंगलवार को सरेंडर कर दिया. आकाश दुबे 14 मई से फरार चल रहा था. राजधानी पुलिस इस मामले में तीन आरोपियों को पूर्व में भी गिरफ्तार कर चुकी है. अभी तक आकाश दुबे फरार चल रहा था, जिसके बाद से पुलिस आकाश दुबे के तलाश में थी और इनाम भी घोषित कर दिया था.

आकाश दुबे जेके अस्पताल में आईटी सेल का मैनेजर था और वहीं से वह रेमडेसीविर इंजेक्शन कालाबाजारी के लिए अन्य साथियों को देता था. वहीं 13 मई की रात्रि पुलिस ने आकाश दुबे के तीन साथियों को पांच रेमडेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए पकड़ा था, जबकि आकाश दुबे फरार हो गया था.

आरोपी आकाश दुबे ने किया सरेंडर

दो बार लगा चुका था अग्रिम जमानत के लिए अर्जी

आरोपी आकाश दुबे फरार रहते हुए भी लगातार ऑनलाइन बना हुआ था और वकील से बातचीत भी कर रहा था, जिसके चलते उसने दो बार अग्रिम जमानत के लिए अर्जी भी लगा चुका था लेकिन कोर्ट द्वारा अग्रिम जमानत की अर्जी खारिज कर दी गई थी. इसके चलते आकाश दुबे को जमानत नहीं मिली और फिर पुलिस ने पूरे मामले में आकाश दुबे पर इनाम घोषित कर दिया था.

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कई बड़े नेताओं के साथ फोटो भी हुए वायरल

जैसे ही आकाश दुबे का नाम रेमडेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में सामने आया, वैसे ही पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बीजेपी नेताओं के साथ आकाश दुबे के फोटो वायरल किए, जिसके बाद सियासी घमासान भी तेज हो गया. इधर से कांग्रेस नेताओं के साथ बीजेपी नेताओं ने भी आकाश दुबे की फोटो वायरल करना शुरू कर दिए, जिसके चलते पूरे मामले में सियासी घमासान भी शुरू हो गया था. आरोपी आकाश दुबे के बीजेपी और कांग्रेस दोनों पक्ष के नेताओं के साथ फोटो वायरल हुए थे.

पढ़ा-लिखा होना बना 'अभिशाप', पति ने दिया डिवॉर्स

जेके अस्पताल पर भी पुलिस ने थी जांच

इंजेक्शन चोरी होने के बाद पुलिस हरकत में आ गई थी और प्रशासन को इसकी जानकारी दी थी, फिर जेके अस्पताल में भी इंजेक्शन चोरी को लेकर सीरियल नंबर के अनुसार पुलिस ने प्रशासन को चेक करने के लिए जांच सौंपी थी। परंतु अभी तक कुछ निष्कर्ष निकल नहीं पाया था क्योंकि मुख्य आरोपी आकाश दुबे फरार चल रहा था.

आकाश दुबे से पूछताछ में बड़ा खुलासा होने की संभावना

बता दे कि राजधानी भोपाल के जेके अस्पताल से यह पहली बार नहीं था, जिसमें रेमदेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी हो रही थी, इससे पहले इसी हॉस्पिटल की नर्स और उसका बॉयफ्रेंड भी लोगों को नकली इंजेक्शन लगाकर कालाबाजारी कर रहे थे. इस मामले में अभी भी नर्स फरार है वही उसके बाद यह दूसरा मामला सामने आया था जहां पर जेके अस्पताल से रेमडेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के आरोपी पकड़ाए थे, वहीं अब इस मामले में लगभग 12 दिन के बाद आईटी सेल में काम कर रहे आकाश दुबे ने सरेंडर कर दिया है. इसके बाद पुलिस कार्रवाई कर आकाश दुबे से पूछताछ करेगी और बड़ा खुलासा होने की संभावना है।

भोपाल। राजधानी भोपाल के कोलार थाने में रेमडेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले में फरार चल रहे रिटायर्ड डीएसपी के बेटे आकाश दुबे ने आखिरकार मंगलवार को सरेंडर कर दिया. आकाश दुबे 14 मई से फरार चल रहा था. राजधानी पुलिस इस मामले में तीन आरोपियों को पूर्व में भी गिरफ्तार कर चुकी है. अभी तक आकाश दुबे फरार चल रहा था, जिसके बाद से पुलिस आकाश दुबे के तलाश में थी और इनाम भी घोषित कर दिया था.

आकाश दुबे जेके अस्पताल में आईटी सेल का मैनेजर था और वहीं से वह रेमडेसीविर इंजेक्शन कालाबाजारी के लिए अन्य साथियों को देता था. वहीं 13 मई की रात्रि पुलिस ने आकाश दुबे के तीन साथियों को पांच रेमडेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए पकड़ा था, जबकि आकाश दुबे फरार हो गया था.

आरोपी आकाश दुबे ने किया सरेंडर

दो बार लगा चुका था अग्रिम जमानत के लिए अर्जी

आरोपी आकाश दुबे फरार रहते हुए भी लगातार ऑनलाइन बना हुआ था और वकील से बातचीत भी कर रहा था, जिसके चलते उसने दो बार अग्रिम जमानत के लिए अर्जी भी लगा चुका था लेकिन कोर्ट द्वारा अग्रिम जमानत की अर्जी खारिज कर दी गई थी. इसके चलते आकाश दुबे को जमानत नहीं मिली और फिर पुलिस ने पूरे मामले में आकाश दुबे पर इनाम घोषित कर दिया था.

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कई बड़े नेताओं के साथ फोटो भी हुए वायरल

जैसे ही आकाश दुबे का नाम रेमडेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में सामने आया, वैसे ही पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बीजेपी नेताओं के साथ आकाश दुबे के फोटो वायरल किए, जिसके बाद सियासी घमासान भी तेज हो गया. इधर से कांग्रेस नेताओं के साथ बीजेपी नेताओं ने भी आकाश दुबे की फोटो वायरल करना शुरू कर दिए, जिसके चलते पूरे मामले में सियासी घमासान भी शुरू हो गया था. आरोपी आकाश दुबे के बीजेपी और कांग्रेस दोनों पक्ष के नेताओं के साथ फोटो वायरल हुए थे.

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जेके अस्पताल पर भी पुलिस ने थी जांच

इंजेक्शन चोरी होने के बाद पुलिस हरकत में आ गई थी और प्रशासन को इसकी जानकारी दी थी, फिर जेके अस्पताल में भी इंजेक्शन चोरी को लेकर सीरियल नंबर के अनुसार पुलिस ने प्रशासन को चेक करने के लिए जांच सौंपी थी। परंतु अभी तक कुछ निष्कर्ष निकल नहीं पाया था क्योंकि मुख्य आरोपी आकाश दुबे फरार चल रहा था.

आकाश दुबे से पूछताछ में बड़ा खुलासा होने की संभावना

बता दे कि राजधानी भोपाल के जेके अस्पताल से यह पहली बार नहीं था, जिसमें रेमदेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी हो रही थी, इससे पहले इसी हॉस्पिटल की नर्स और उसका बॉयफ्रेंड भी लोगों को नकली इंजेक्शन लगाकर कालाबाजारी कर रहे थे. इस मामले में अभी भी नर्स फरार है वही उसके बाद यह दूसरा मामला सामने आया था जहां पर जेके अस्पताल से रेमडेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के आरोपी पकड़ाए थे, वहीं अब इस मामले में लगभग 12 दिन के बाद आईटी सेल में काम कर रहे आकाश दुबे ने सरेंडर कर दिया है. इसके बाद पुलिस कार्रवाई कर आकाश दुबे से पूछताछ करेगी और बड़ा खुलासा होने की संभावना है।

Last Updated : May 25, 2021, 7:43 PM IST
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