भोपाल। मध्य प्रदेश में बारिश (rain) का कहर जारी है. एक तरफ जहां संपत्ति को नुकसान हो रहा है, वहीं जनहानि भी हो रही है. इस बार अब तक बारिश और बिजली गिरने (thunder lightning) से 69 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 24 लोग घायल हुए हैं. राज्य के राजस्व मंत्री गोविंद राजपूत ने बताया है कि शिवपुरी और श्योपुर में 22 गांव फिलहाल बाढ़ से घिरे हैं. सोमवार को 11 लोगों को एयर फोर्स ने सुरक्षित निकाला. एसडीईआरएफ (SDERF) की 70 टीमें और तीन एनडीईआरएफ (NDERF) की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हैं.
मॉनसून सीजन में अब तक बिजली गिरने से 58 लोगों की गई जान
मंत्री गोविंद राजपूत बताया कि प्रदेश में अतिवृष्टि एवं बाढ़ से अब तक शिवपुरी(Shivpuri), श्योपुर(Sheopur) , दतिया(Datia), ग्वालियर(Gwalior), भिंड(Bhind) और रीवा(Rewa) में लगभग 1171 ग्राम प्रभावित हुए हैं, जबकि इस मॉनसून सीजन में अब तक कुल 11 लोगों की मौत हुई है. वहीं इस मानसून सीजन में अब तक बिजली गिरने से 58 लोगों की जानें गई हैं, जबकि 24 लोग घायल हुए हैं.
राजस्व मंत्री ने बताया कि अब तक कुल 174 पशु हानि हुई है, जबकि इस मानसून सीजन में 32 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, वहीं आंशिक रूप से 840 मकानों को नुकसान हुआ है. सरकार क्षति का आकलन कर हर सम्भव मदद कर रही है. राजस्व मंत्री राजपूत ने कहा है कि अतिवृष्टि एवं बाढ़ प्रभावित गांवों के लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है, सरकार उनकी चिंता कर रही है. राहत शिविरों और भोजन की व्यवस्था करने के निर्देश दे दिये गये हैं.
नदी-नाले उफान पर, निचली बस्तियों में भरा पानी
ज्ञात हो कि राज्य के कई हिस्सों में बीते एक सप्ताह में जोरदार बारिश हुई है, जिसके चलते नदी-नाले उफान पर आ गए हैं, निचली बस्तियों में पानी भर गया है तो आवागमन के रास्ते बंद हो गए हैं. कई स्थानों पर पुल-पुलियों तक के क्षतिग्रस्त होने की सूचनाएं आ रही है. वहीं जिन इलाकों में पानी भरा हुआ है वहां लेागों केा जान बचाने के लिए घरों की छतों पर चढ़ना पड़ा है. बारिश ने जनजीवन को भी बुरी तरह प्रभावित कर दिया है. राहत और बचाव के कार्य चल रहे हैं. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है.
--आईएएनएस