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जानिए अपने सांसद में कौन सी खूबियां चाहती हैं दमोह संसदीय क्षेत्र की महिलाएं - दमोह

दमोह संसदीय क्षेत्र में लोकसभा चुनाव को लेकर ईटीवी भारत ने महिलाओं से खास बातचीत की. महिलाओं ने कहा कि उन्हें विकास करने वाली केंद्र सरकार चाहिए. उन्होंने सांसद में क्या खूबियां चाहिए, इस पर भी बात की.

महिलाओं की राय
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Published : May 4, 2019, 3:39 PM IST

दमोह। 6 मई को दमोह संसदीय क्षेत्र में मतदान किया जाना है. ऐसे में ईटीवी भारत ने क्षेत्र की महिलाओं से भावी सांसद के बारे में उनकी राय जानी. महिलाओं ने कहा कि सांसद विकास को प्राथमिकता दे.

दमोह संसदीय क्षेत्र में वर्तमान में बीजेपी के कद्दावर नेता प्रहलाद पटेल सांसद है. साथ ही वे इस बार भी बीजेपी के प्रत्याशी हैं. दमोह के विभिन्न क्षेत्रों की रहने वाली महिलाओं ने मजबूत सरकार की इच्छा जताई. उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा को भी अहम बताया. उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए भयमुक्त वातावरण हो.

महिलाओं की राय

महिलाओं का यह भी कहना है कि उनके घरेलू जरूरतों के हिसाब से वस्तुओं के दामों पर नियंत्रण होना चाहिए. गैस सिलेंडर, पेट्रोल, डीजल सहित वस्तुओं की कीमतों पर लगाम होना आवश्यक है. वहीं कुछ महिलाओं का यह भी कहना था कि बच्चों की शिक्षा के लिए लगने वाली फीस इतनी ज्यादा होती है कि वे उसे देते-देते परेशान हो जाती हैं. ऐसे में सरकारी संस्थानों के साथ निजी संस्थानों की फीस पर भी लगाम लगनी चाहिए.

दमोह। 6 मई को दमोह संसदीय क्षेत्र में मतदान किया जाना है. ऐसे में ईटीवी भारत ने क्षेत्र की महिलाओं से भावी सांसद के बारे में उनकी राय जानी. महिलाओं ने कहा कि सांसद विकास को प्राथमिकता दे.

दमोह संसदीय क्षेत्र में वर्तमान में बीजेपी के कद्दावर नेता प्रहलाद पटेल सांसद है. साथ ही वे इस बार भी बीजेपी के प्रत्याशी हैं. दमोह के विभिन्न क्षेत्रों की रहने वाली महिलाओं ने मजबूत सरकार की इच्छा जताई. उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा को भी अहम बताया. उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए भयमुक्त वातावरण हो.

महिलाओं की राय

महिलाओं का यह भी कहना है कि उनके घरेलू जरूरतों के हिसाब से वस्तुओं के दामों पर नियंत्रण होना चाहिए. गैस सिलेंडर, पेट्रोल, डीजल सहित वस्तुओं की कीमतों पर लगाम होना आवश्यक है. वहीं कुछ महिलाओं का यह भी कहना था कि बच्चों की शिक्षा के लिए लगने वाली फीस इतनी ज्यादा होती है कि वे उसे देते-देते परेशान हो जाती हैं. ऐसे में सरकारी संस्थानों के साथ निजी संस्थानों की फीस पर भी लगाम लगनी चाहिए.

Intro:मेरा संविधान मेरा जिला असाइनमेंट की स्टोरी

दमोह की महिलाओं ने कहा आने वाली सरकार महिलाओं की सुरक्षा एवं जरूरत के हिसाब से महंगाई को करें कंट्रोल

Anchor. दमोह संसदीय क्षेत्र में आगामी 6 मई को मतदान किया जाना है. ऐसे में हमने दमोह संसदीय क्षेत्र की उन महिलाओं से बातचीत की, जो महिलाएं विभिन्न क्षेत्र में अपनी पहचान बनाए हुए हैं. महिलाओं से जब ईटीवी भारत ने खास बातचीत की तो महिलाओं ने विभिन्न क्षेत्रों में आवश्यकताओं के विषय में जानकारी के साथ ही कहा कि आगामी दिनों में जो भी सरकार आए वह उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति करने में सक्रियता के साथ काम करें. जिससे महिलाओं को इस लोकतंत्र में स्वतंत्रता का पूरा अधिकार मिले, साथ ही घरेलू जरूरतों के हिसाब से बजट भी बना रहे.


Body:Vo. दमोह संसदीय क्षेत्र में वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता प्रहलाद पटेल सांसद है. साथ ही वे भाजपा के प्रत्याशी भी हैं. लेकिन जब हमने दमोह की रहने वाली विभिन्न क्षेत्रों की महिलाओं से बात की तो उनका कहना था कि, जो भी सरकार बने वह मजबूत बने. साथ ही असरदार महिलाओं को सुरक्षा देने में आगे आए. महिलाएं स्वच्छंदता के साथ भ्रमण कर सके. महिलाओं की यह भी अपेक्षा थी कि, महिलाओं की घरेलू जरूरतों के हिसाब से वस्तुओं के दामों पर नियंत्रण होना चाहिए. गैस सिलेंडर, पेट्रोल, डीजल सहित वस्तुओं पर लगाम होना आवश्यक है. तो वहीं महिलाओं का यह भी कहना था कि बच्चों की शिक्षा के लिए लगने वाली फीस इतनी ज्यादा होती है कि, वे उसका बोझ उठाते उठाते परेशान हो जाती हैं. ऐसे में सरकारी संस्थानों के साथ निजी संस्थानों की फीस पर भी लगाम के हालात होने चाहिए. अलग अलग क्षेत्र की महिलाओं ने अलग अलग अपेक्षाएं सरकार से की है.

बाइट - 1 नंदा असाटी समाज सेविका

बाइट - 2 नीलिमा शिक्षिका

बाइट - 3 रजनी ठाकुर गृहणी

बाइट - 4 डॉ मिथिलेश चिकित्सक

बाइट - 5 प्रभा राजपूत साहित्यकार



Conclusion:Vo. दमोह संसदीय क्षेत्र की महिलाओं की अपेक्षा है कि जो भी सरकार केंद्र में बने वह महिलाओं के हितों की रक्षा के लिए बढ़ चढ़कर काम करें. इसके साथ ही जो कमियां रह गई है उन कमियों को पूरा करने का भी प्रयास करें. ऐसे हालात में कानूनों का निर्माण करने के साथ अपेक्षाओं पर खरा उतरने की अभी और गुंजाइश बाकी है. इन महिलाओं ने किसी पार्टी एवं किसी नेता का नाम लिए बिना यह भी कहा कि वर्तमान में जो हुआ वह ठीक है. बहुत काम हुए ही नहीं है. लेकिन जो काम महिलाओं के हितों में होने चाहिए, वह बनने वाली सरकार के लिए पहचान करने के साथ उनका पालन करना आवश्यक है.

आशीष कुमार जैन
ईटीवी भारत दमोह
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