देवास। कन्नौद में स्थित खिवनी अभ्यारण्य को इस तरह विकसित किया जायेगा कि लोग इसे मालवा के बांधवगढ अभ्यारण्य के रूप में जानेगे. पर्यटन विभाग को खिवनी में टेंट रूम और रिर्सोट के साथ डे-नाईट प्रायवेट सफारी जिप्सी की सुविधा पर्यटकों के लिए उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं. अभी अभ्यारण को जुलाई से सितम्बर तक बंद रखा गया है, लेकिन 1 अक्टूबर से इसे पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा.
खिवनी अभ्यारण्य लगभग 135 वर्ग किलोमीटर में फैला है. वहीं भोपाल और इन्दौर से इसकी दूरी लगभग 100 किलोमीटर है. खिवनी अभ्यारण में 08 बाघ हैं. इसके अलावा यहां मुख्य रूप से तेंदुआ, चिंकारा, चीतल, सॉभर, नीलगाय, लंगूर और बंदर के अलावा विभिन्न प्रकार के पक्षी देखे जा सकते हैं.
अभ्यारण्य के उत्तर में अनेक पहाड़ियां एवं घाटियां हैं. उंची-नीची पहाड़ियों एवं घाटियों से सजे इस अभ्यारण्य की प्राकृतिक छटा अनुपम है. इसी अभ्यारण्य में जामनेर नदी एवं अनेक छोटे-बड़े नदी-नाले नर्मदा बेसिन का भाग बनाते हैं.