खरगोन। निमाड़ मालवा का 3 दिवसीय पारंपरिक पर्व गणगौर धूमधाम से मनाया गया. लेकिन खरगोन में इसी बीच एक अप्रिय घटना हो गई. दरअसल गणगौर पर्व के रथ निकलने को लेकर सनावद थाने के लालल्या खेड़ी में विवाद हो गया. यहां 2 पक्षों ने एक-दूसरे पर धारदार हथियार से हमला कर दिया. दोनों पक्षों ने सनावद थाने पर एफआईआर दर्ज कराई और जिला मुख्यालय पहुंचकर एसपी से मुलाकात की.
बता दें कि रथ निकालने को लेकर गुर्जर और भील समुदाय में विवाद इतना बढ़ गया कि गुर्जर समुदाय पर भील समुदाय के लोगों ने धारदार हथियार से हमला कर दिया. इसमें एक व्यक्ति गम्भीर रूप से घायल हो गया. घायल को उपचार के लिए इंदौर रेफर किया गया है. गुर्जर सचिन बिरला ने बताया कि भील समाज के लोग बीते कई वर्षों से विवाद कर रहे हैं, जिससे तंग आकर उन्होंने इस वर्ष उनकी माता अलग बुवाई और पूरा काम अलग-अलग किया.
लेकिन माता का पहले विसर्जन करने को लेकर विवाद हो गया और विवाद पैदा हो गया. हमले में घायल हुए दूसरे पक्ष का कहना है कि हम माता विसर्जन के बाद आ रहे थे, तब गुर्जर समाज के लोगों ने उनके पंचायत भवन के सामने से बैंड बन्द कर निकलने की बात कही. जिस पर पहले से नियोजित तरीके से छत से पथराव किया गया.