भोपाल| राजधानी के भारत भवन में मध्यप्रदेश रंगोत्सव समारोह का आयोजन किया जा रहा है. यह समारोह 25 मई से 31 मई तक जारी रहेगा. शनिवार देर शाम इस समारोह का शुभारंभ किया गया. इस अवसर पर निर्देशक बंसी कौल द्वारा निर्देशित नाटक 'जिंदगी और जोंक' का मंचन किया गया. सात दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव में प्रदेश के कई बड़े कलाकार अपने नाटक की प्रस्तुति देंगे.
मध्य प्रदेश रंगोत्सव के प्रथम दिन नाटक 'जिंदगी और जोंक' हिंदी के मूर्धन्य कथाकार अमरकांत की एक चर्चित कहानी पर आधारित है. एक भिखमंगा परजीवी चरित्र कहानी के केंद्र में है, जो अपने गांव की विषम आर्थिक परिस्थिति से उखड़ कर शहर के एक मोहल्ले में अपना डेरा जमा लेता है. इसी मोहल्ले में रहने वाले शिवनाथ बाबू चोरी के संदेह के कारण उसे पीटते हैं, बाद में पता चलता है कि चोरी हुई साड़ी तो घर पर ही है. लेकिन एक उस समय तक उसे गलती की सजा मिल चुकी थी.
रंग विदूषक समूह के द्वारा रंग शिल्प की अवधारणा पर कार्य करने की कोशिश की गई है. रंग विदूषक समूह 1992 से लगातार रंग मंच पर अपनी विभिन्न प्रस्तुतियां दे रहा है.