भोपाल। उज्जैन के महाकाल मंदिर में यूपी के कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे के पकड़े जाने के बाद पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने मंदिर प्रांगण के शुद्धिकरण का ऐलान किया है. इस ऐलान को बीजेपी राजनीतिक पाखंड बता रही है.मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि यह एक पॉलिटिकल पाखंड है. भगवान के दरबार में साधु और शैतान दोनों जाते हैं. कांग्रेस को कम से कम एक जगह को छोड़ देना चाहिए. उनके जाने के बाद अगर हम कहें कि हम जाकर शुद्धिकरण करेंगे तो कैसा होगा. उनके इस बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने कहा है कि सज्जन सिंह वर्मा के कदम का विरोध करने से बीजेपी का दलित विरोधी चेहरा उजागर हो गया है.
सज्जन वर्मा के मंदिर शुद्धिकरण पर राजनीति तेज मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने बयान जारी करते हुए कहा है कि कमलनाथ ने पहले ही कहा था कि भगवान महाकाल से कोई पापी नहीं बच सकता है, भले ही यूपी के दुर्दांत अपराधी विकास दुबे किए सरेंडर की स्क्रिप्ट महाकाल मंदिर प्रांगण में लिखी गई, लेकिन विकास दुबे का हश्र सभी ने देख लिया. आज सज्जन सिंह वर्मा ने महाकाल मंदिर पहुंचकर उस प्रवेश द्वार को गंगाजल से धोकर एक साहसिक कार्य किया है. लेकिन अफसोस इस बात का है कि जो खुद को बड़ा धार्मिक बताते हैं. यह साहस व हिम्मत तो उन लोगों को भी दिखाना चाहिए. जिन भाजपाइयों के पेट में आज सज्जन वर्मा के जाने से दर्द हो रहा है, वह इसलिए हो रहा है, क्योंकि वह दलित समाज से हैं और भाजपा दलित विरोधी है.नरेंद्र सलूजा ने कहा कि किस प्रकार से कुख्यात अपराधी बेखौफ होकर कानपुर से यूपी रजिस्टर्ड कार से चलकर सुरक्षित उज्जैन तक पहुंच जाता है, महाकाल मंदिर में खुलेआम घूमता है, फोटो खिंचवाता है, उसकी तस्वीरें वायरल होती हैं, वह खुद चिल्ला चिल्लाकर अपना परिचय देकर सरेंडर करता है और बेशर्म सरकार उस सरेंडर का भी श्रेय लेने की कोशिश करती है. वो खुद की पीठ थपथपाती है.
सज्जन सिंह वर्मा ने आज प्रांगण के प्रवेश द्वार को गंगाजल से धोकर उसके शुद्धिकरण का कार्य किया है. क्योंकि इसी द्वार से ऐसे कुख्यात अपराधी ने मंदिर में राजनीतिक संरक्षण से प्रवेश लिया था और खुद के सरेंडर करने की स्क्रिप्ट लिखी थी. भगवान महाकाल किसी भी पापी को बख्शेंगे नहीं और जिन लोगों ने महाकाल के पवित्र मंदिर में एक दुर्दांत अपराधी के सरेंडर की स्क्रिप्ट में सहयोग व संरक्षण देने का कार्य किया है, ऐसे लोगों को महाकाल कभी माफ नहीं करेंगे.