सीधी। शहर के सौंदर्यीकरण के लिए प्रशासन ने अवैध अतिक्रमण हटाया, इस दौरान जिला प्रशासन ने नाले के किनारे बने घरों को तोड़ दिया गया, जबकि स्थानीय रहवासियों का दावा है कि उनके पास जमीन के कागजात पट्टा भी है, बावजूद इसके प्रशासन उनके घरों को बुलडोजर लगाकर गिरा दिया है.
सीधी के बीचो बीच सालों से बह रहे सूखे नाले में बजबजाती गंदगी के साथ ही अवैध अतिक्रमण बढ़ गया था, जिसे हटाने की मुहिम कलेक्टर ने छेड़ रखी है. इस मुहिम में ऐसे अनेक लोग हैं जो नाले की क्राइटेरिया से बाहर हैं और उनके पास बाकायदा जमीन के कागजात भी हैं. बावजूद इसके प्रशासन अतिक्रमण के अंतर्गत आ रहे घरों के साथ-साथ उसके बाहर आने वाले घरों को भी तोड़ रहा है.
शहर के सौंदर्यीकरण के लिए प्रशासन ने चलाया बुल्डोजर, तोड़ दिया अवाम के सपनों का आसियाना - mp breaking
सीधी के बीचो बीच सालों से बह रहे सूखे नाले में बजबजाती गंदगी के साथ ही अवैध अतिक्रमण बढ़ गया था, जिसे हटाने की मुहिम जिला प्रशासन ने नाले के किनारे बने घरों को तोड़ दिया.
सीधी। शहर के सौंदर्यीकरण के लिए प्रशासन ने अवैध अतिक्रमण हटाया, इस दौरान जिला प्रशासन ने नाले के किनारे बने घरों को तोड़ दिया गया, जबकि स्थानीय रहवासियों का दावा है कि उनके पास जमीन के कागजात पट्टा भी है, बावजूद इसके प्रशासन उनके घरों को बुलडोजर लगाकर गिरा दिया है.
सीधी के बीचो बीच सालों से बह रहे सूखे नाले में बजबजाती गंदगी के साथ ही अवैध अतिक्रमण बढ़ गया था, जिसे हटाने की मुहिम कलेक्टर ने छेड़ रखी है. इस मुहिम में ऐसे अनेक लोग हैं जो नाले की क्राइटेरिया से बाहर हैं और उनके पास बाकायदा जमीन के कागजात भी हैं. बावजूद इसके प्रशासन अतिक्रमण के अंतर्गत आ रहे घरों के साथ-साथ उसके बाहर आने वाले घरों को भी तोड़ रहा है.
Body:वाइस ओवर(1) सीधी शहर के बीचोंबीच सालों से बह रहा सूखा नाला में बजबज आती गंदगी और नाले के किनारे अवैध अतिक्रमण बढ़ गया था जिसे हटाने की मुहिम जिला कलेक्टर ने छेड़ रखी है यह एक अच्छी पहल कही जा सकती है लेकिन ऐसे अनेक लोग हैं जो नाले की क्राइटेरिया से बाहर हैं और कई घर नाले की सीमा के भीतर बने हुए हैं इनमें से अनेक लोगों ने अपने जीवन भर की कमाई इन घरों में लगा दी है नाला किनारे जमीन खरीद कर आराम से रह रहे लोगों की रात की नींद हराम हो गई है सूखा नाला की साफ-सफाई और अतिक्रमण हटाने के लिए जिला प्रशासन बुलडोजर लगाकर घरों को धराशाई कर रहे हैं जिनमें लोगों में अब कलेक्टर के खिलाफ आक्रोश दिखाई देने लगा है लोगों का कहना है कि हम लोगों ने बड़े अरमानों से लोन लेकर या कर्ज लेकर लाखों रुपए लगाकर अपना सपना पूरा करने के लिए एक घर बनाया था लेकिन पलभर में ही जिला प्रशासन इन घरों को धराशाई कर रहे हैं जबकि हम लोगों के पास जमीन खरीदने की सारी प्रमाण मौजूद हैं जमीन की रजिस्ट्री जमीन के पट्टे नगर पालिका की परमिशन सभी चीज है इसके बावजूद भी जिला प्रशासन घरों को तोड़ने में लगा हुआ है भरी बरसात में हम लोगों के साथ शिक्षक गायब हो जाएगी और हम लोग सड़क पर आ जाएंगे।
बाइट(1)शिव शंकत गुप्ता(पीड़ित)
वहीं इस मामले में मध्य प्रदेश शासन के ग्रामीण विकास पंचायत मंत्री कमलेश्वर पटेल का कहना है कि हमारी मंशा किसी को नुकसान पहुंचाने की नहीं है शहर सुंदरीकरण के नाम पर यह जरूरी भी है लेकिन हम लोग किसी का नुकसान नहीं होने देंगे वही नगर पालिका की सीएमओ का कहना है कि जिन लोगों ने नारद नारी जमीन बेची थी वह भी आरोपी होते हैं ऐसे में उन पर भी कार्यवाही की जा सकती है फलन की नाली की सीमा के अंदर जो मकान है उन्हें तो जिला प्रशासन गिर आएगा और शहरीकरण और लाला की किनारे सड़क बनाकर एकत्रित रास्ता का निर्माण किया जाएगा।
बाइट2)कमलेश्वर पटेल(ग्रामीण विकास पंचायत मंत्री)
बाइट(3)अमर सिंह(नगर पालिका सीएमओ सीधी
Conclusion:बेहाल लोगों की सालों की कमाई पलभर में ही जिला प्रशासन धराशाई कर दे रहा है शहर संधि करण के नाम पर अच्छी पहल है लेकिन जिला प्रशासन को ऐसे लोगों की के लिए विस्थापन और नुकसान की भरपाई का भी ध्यान रखना चाहिए ताकि उनकी जिंदगी भर की कमाई यूं ही बर्बाद ना हो जाए।
पवन तिवारी ईटीवी भारत सीधी मध्य प्रदेश