ETV Bharat / briefs

ग्वालियर: नवनिर्मित ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक शुरू होने से पहले ही हुआ बर्बाद - लापरवाही

ग्वालियर में नवनिर्मित टेस्टिंग ट्रैक शुरू होने से पहले ही पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है. जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के चलते टेस्टिंग ट्रैक अब खंडहर में तब्दील होने की स्थिति में आ चुका है.

नवनिर्मित ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक बर्बाद
author img

By

Published : May 11, 2019, 3:21 PM IST

ग्वालियर। परिवहन विभाग द्वारा सिटी सेंटर स्थित शिरोल पहाड़ी स्थित कार्यालय पर नवनिर्मित टेस्टिंग ट्रैक शुरू होने से पहले ही पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है. 2 करोड़ 5 लाख रुपए की लागत से बने ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक पर कांच के टुकड़े फैले हुए हैं. अज्ञात लोगों ने बनाई गई बिल्डिंग पर तोड़फोड़ की. टेस्टिंग ट्रैक अब खंडहर में तब्दील में होने की स्थिति में आ चुका है.

नवनिर्मित ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक बर्बाद

परिवहन विभाग की ओर से दावा किया गया था कि मजबूत सुरक्षा-व्यवस्था के साथ जून के महीने में ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक का उद्घाटन किया जाएगा. बिल्डिंग टेस्टिंग ट्रैक पर सिक्योरिटी व्यवस्था नहीं थी. जिसके चलते 2.5 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया यह ट्रैक और इसकी बिल्डिंग बर्बाद हो चुकी है. परिवहन विभाग की लापरवाही का खामियाजा शासकीय कोष पर पड़ेगा.

टेस्टिंग ट्रैक 10 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र में तैयार किया गया है. अब तक कंपू स्थित लाइसेंस शाखा पर मैनुअली टेस्ट दिया जाता है. जिस पर कई बार गंभीर सवाल खड़े किए जा चुके हैं. टेस्टिंग ट्रैक भी उपलब्ध नहीं था, जिसके चलते परिवहन विभाग द्वारा तैयार किए गए टेस्टिंग ट्रैक को लोकसभा चुनाव के बाद शुरू करने की बात कही जा रही थी.

परिवहन विभाग का कहना है कि ट्रैक को शुरू करने से पहले दुरुस्त कर लिया जाएगा. लेकिन यह टेस्टिंग ट्रैक अव्यवस्था के कारण पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है. सभी कमियों को लोकसभा चुनाव के बाद ठीक किया जाएगा.

ग्वालियर। परिवहन विभाग द्वारा सिटी सेंटर स्थित शिरोल पहाड़ी स्थित कार्यालय पर नवनिर्मित टेस्टिंग ट्रैक शुरू होने से पहले ही पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है. 2 करोड़ 5 लाख रुपए की लागत से बने ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक पर कांच के टुकड़े फैले हुए हैं. अज्ञात लोगों ने बनाई गई बिल्डिंग पर तोड़फोड़ की. टेस्टिंग ट्रैक अब खंडहर में तब्दील में होने की स्थिति में आ चुका है.

नवनिर्मित ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक बर्बाद

परिवहन विभाग की ओर से दावा किया गया था कि मजबूत सुरक्षा-व्यवस्था के साथ जून के महीने में ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक का उद्घाटन किया जाएगा. बिल्डिंग टेस्टिंग ट्रैक पर सिक्योरिटी व्यवस्था नहीं थी. जिसके चलते 2.5 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया यह ट्रैक और इसकी बिल्डिंग बर्बाद हो चुकी है. परिवहन विभाग की लापरवाही का खामियाजा शासकीय कोष पर पड़ेगा.

टेस्टिंग ट्रैक 10 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र में तैयार किया गया है. अब तक कंपू स्थित लाइसेंस शाखा पर मैनुअली टेस्ट दिया जाता है. जिस पर कई बार गंभीर सवाल खड़े किए जा चुके हैं. टेस्टिंग ट्रैक भी उपलब्ध नहीं था, जिसके चलते परिवहन विभाग द्वारा तैयार किए गए टेस्टिंग ट्रैक को लोकसभा चुनाव के बाद शुरू करने की बात कही जा रही थी.

परिवहन विभाग का कहना है कि ट्रैक को शुरू करने से पहले दुरुस्त कर लिया जाएगा. लेकिन यह टेस्टिंग ट्रैक अव्यवस्था के कारण पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है. सभी कमियों को लोकसभा चुनाव के बाद ठीक किया जाएगा.

Intro:एंकर--ग्वालियर में परिवहन विभाग द्वारा सिटी सेंटर स्थित शिरोल पहाड़ी कार्यालय पर नवनिर्मित टेस्टिंग ट्रैक शुरू होने से पहले ही पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक पर कांच के टुकड़े फैले हुए हैं तो वहीं बनाई गई बिल्डिंग पर असामाजिक तत्वों की तोड़फोड़ के कारण खंडहर में तब्दील में होने की स्थिति में आ चुकी है। परिवहन विभाग की ओर से दावा किया गया था कि मजबूत सुरक्षा व्यवस्था के साथ जून के महीने में इसका उद्घाटन किया जाएगा लेकिन बिल्डिंग बा टेस्टिंग ट्रैक पर सिक्योरिटी व्यवस्था ना होने के कारण पौने दो करोड़ की लागत से तैयार यह ट्रैक और इसकी बिल्डिंग बर्बाद हो चुकी है जिसके कारण अब परिवहन विभाग की लापरवाही का खामियाजा शासकीय कोष पर पड़ेगा। वहीं वर्तमान हालात को पहले जैसा बनाने में लाखों रुपये ला खर्चा आने की संभावनाएं भी है।


Body:वीओ--दरअसल 10 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र में तैयार किया गया टेस्टिंग ट्रैक लगभग पौने दो करोड़ रुपए की लागत से बनकर तैयार हुआ है। अभी तक कंपू स्थित लाइसेंस शाखा पर मैनुअली टेस्ट दिया जाता है जिस पर कई बार गंभीर सवाल खड़े किए जा चुके हैं और टेस्टिंग ट्रैक भी उपलब्ध नहीं है जिसके चलते हैं परिवहन विभाग द्वारा पौने दो करोड़ की लागत से तैयार किए गए टेस्टिंग ट्रैक को लोकसभा चुनाव के बाद शुरू करने की बात कही जा रही थी लेकिन यह टेस्टिंग ट्रैक अव्यवस्था के कारण पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है। परिवहन विभाग का कहना है कि ट्रेक को शुरु करने से पहले दुरुस्त कर लिया जाएगा। Conclusion:ट्रेक के शुरू न होने का कारण लोगो द्वारा तोड़ फोड़ की गई है उसके लिए भी सिक्युरिटी एजेंसी की प्रक्रिया जारी है । इसलिये आने वाले दिनों में सभी कमियों को दूर कर लोकसभा चुनाव वाद उसे शुरू किया जा सकेगा।



बाइट--एम पी सिंह--आरटीओ ग्वालियर
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.