भोपाल। किताबों की लगातार बढ़ती कीमतों के कारण कई बार जरूरतमंद बच्चे इन्हें खरीद नहीं पाते और उनकी पढ़ाई में बाधा आती है. इसे देखते हुए विश्व पुस्तक दिवस के मौके पर नगर निगम ने 'किताब घर' नाम से एक अभियान शुरू किया है, जिसके तहत शहर में पुरानी किताबों का कलेक्शन कर उन्हें जरूरतमंद बच्चों तक पहुंचाया जाएगा.
नगर निगम आयुक्त विजय दत्ताने बताया कि जरूरतमंद बच्चों तक किताबें पहुंचाने के लिए शहर के करीब 25 जगहों को चिन्हित किया गया है. जहां पर लोग आकर अपनी अतरिक्त किताबें दान कर सकते हैं और उन किताबों को सामाजिक संस्थाओं के माध्यम से वह जरूरतमंदों तक पहुंचाएंगे. उन्होंने बताया कि इसमें न केवल कोर्स की किताबें बल्कि आधी उपयोग की गई कॉपियां और साहित्य से संबंधित किताबों को भी लोग दे सकते हैं. कुछ समय बाद इस योजना को भोपाल प्लस एप से भी जोड़ा जाएगा और डोर टू डोर कलेक्शन के माध्यम से किताबों का कलेक्शन भी किया जाएगा.
अभी शहर के 20 क्षेत्रों में 'किताब घर' को रखा गया है. अभी भी 8 क्षेत्र बाकी हैं, जिनमें ड्रमों को रखा जाएगा, ताकि लोग अपनी पुरानी किताबें इसमें दान कर सकें. इस पहल में ना केवल आम आम लोग बल्कि मुख्य सचिव एसआर मोहंती, कलेक्टर डॉ. सुदाम खाडे, निगम आयुक्त विजय दत्ता अपर आयुक्त कमल सोलंकी ने भी पुस्तकें दान कीं और लोगों से निवेदन किया है कि वह ज्यादा से ज्यादा इस पहल से जुड़ें.