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बसपा विधायक रामबाई बीजेपी के ऑफर से परेशान, कई नंबरों को किया ब्लॉक - congress

बसपा विधायक रामबाई सिंह ने भी कहा है कि उन्हें मंत्री पद के साथ 50 करोड़ का ऑफर दिया जा रहा है. जिससे परेशान होकर उन्होंने कई नंबरों को ब्लैक लिस्ट में डाल दिए हैं.

रामबाई सिंह, बसपा विधायक
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Published : May 27, 2019, 6:05 PM IST

Updated : May 28, 2019, 4:21 PM IST

भोपाल। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव द्वारा फ्लोर टेस्ट करवाने की मांग के बाद से कांग्रेस ने आरोप लगाए हैं कि बीजेपी उनके विधायकों के प्रलोभन दे रही है. वहीं अब दमोह के पथरिया से बसपा विधायक रामबाई सिंह ने भी कहा है कि उन्हें मंत्री पद के साथ 50 करोड़ का ऑफर दिया जा रहा है. जिससे परेशान होकर उन्होंने कई नंबरों को ब्लैक लिस्ट में डाल दिए हैं.

रामबाई सिंह, बसपा विधायक


दरअसल लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव द्वारा सत्र बुलाने और फ्लोर टेस्ट कराने की मांग के साथ ही कांग्रेस भी सतर्क हो गई है. मुख्यमंत्री कमलनाथ सार्वजनिक तौर पर भी कह चुके हैं कि बीजेपी द्वारा विधायकों को 25 करोड़ तक का ऑफर दिए जा रहे हैं. वहीं अब कांग्रेस ने एक-एक मंत्री को पांच-पांच विधायकों की जिम्मेदारी सौंपी हैं, ताकि विधायकों के गिले शिकवों को दूर किया जा सके और उन्हें एक जुट रखा जा सके.


कमलनाथ सरकार के लिए सबसे कमजोर कड़ी सपा, बसपा और निर्दलीय विधायकों को माना जा रहा है. बसपा विधायक राम बाई ने कहा है कि उनके पास बीजेपी ने 50 करोड़ रुपए और मंत्री पद का ऑफर भेजा है. साथ ही उन्होंने कहा कि वे इन ऑफरों से इस कदर परेशान हैं कि नंबरों को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया है. उन्होंने कहा कि बेटे का दिल्ली में इलाज चल रहा है. बीजेपी ने वहां भी किसी से ऑफर भिजवाया.
वहीं विधायक रामबाई ने कहा है कि कुछ भी हो वे मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ हैं और हमेशा रहूंगी. उन्होंने कहा कि मैं उनके साथ झगड़ा कर सकती हूं, लेकिन उनका साथ नहीं छोडूंगी. वे मंत्रिमंडल में भले ही शामिल न करें, तब भी सरकार में बनी रहूंगी.

भोपाल। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव द्वारा फ्लोर टेस्ट करवाने की मांग के बाद से कांग्रेस ने आरोप लगाए हैं कि बीजेपी उनके विधायकों के प्रलोभन दे रही है. वहीं अब दमोह के पथरिया से बसपा विधायक रामबाई सिंह ने भी कहा है कि उन्हें मंत्री पद के साथ 50 करोड़ का ऑफर दिया जा रहा है. जिससे परेशान होकर उन्होंने कई नंबरों को ब्लैक लिस्ट में डाल दिए हैं.

रामबाई सिंह, बसपा विधायक


दरअसल लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव द्वारा सत्र बुलाने और फ्लोर टेस्ट कराने की मांग के साथ ही कांग्रेस भी सतर्क हो गई है. मुख्यमंत्री कमलनाथ सार्वजनिक तौर पर भी कह चुके हैं कि बीजेपी द्वारा विधायकों को 25 करोड़ तक का ऑफर दिए जा रहे हैं. वहीं अब कांग्रेस ने एक-एक मंत्री को पांच-पांच विधायकों की जिम्मेदारी सौंपी हैं, ताकि विधायकों के गिले शिकवों को दूर किया जा सके और उन्हें एक जुट रखा जा सके.


कमलनाथ सरकार के लिए सबसे कमजोर कड़ी सपा, बसपा और निर्दलीय विधायकों को माना जा रहा है. बसपा विधायक राम बाई ने कहा है कि उनके पास बीजेपी ने 50 करोड़ रुपए और मंत्री पद का ऑफर भेजा है. साथ ही उन्होंने कहा कि वे इन ऑफरों से इस कदर परेशान हैं कि नंबरों को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया है. उन्होंने कहा कि बेटे का दिल्ली में इलाज चल रहा है. बीजेपी ने वहां भी किसी से ऑफर भिजवाया.
वहीं विधायक रामबाई ने कहा है कि कुछ भी हो वे मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ हैं और हमेशा रहूंगी. उन्होंने कहा कि मैं उनके साथ झगड़ा कर सकती हूं, लेकिन उनका साथ नहीं छोडूंगी. वे मंत्रिमंडल में भले ही शामिल न करें, तब भी सरकार में बनी रहूंगी.

Intro:नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव द्वारा विधानसभा सत्र बुलाने और फ्लोर टेस्ट कराने की राज्यपाल से मांग के साथ ही लगातार कांग्रेस द्वारा आरोप लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी उनकी विधायकों को प्रलोभन दे रही है। कांग्रेस और निर्दलीय विधायक भी लगातार इस तरह के आरोप लगा रहे हैं और अब अपनी नाराजगी मुखरता से सबके सामने रखने वाली बसपा विधायक ने बयान दिया है की बीजेपी द्वारा उन्हें मंत्री पद और 50 करोड़ तक का ऑफर दिया गया है, ऑफर्स से परेशान होकर कई नंबर उन्होंने ब्लैकलिस्ट में डाल दिये। हालांकि पिछले कुछ समय में बसपा विधायक रमाबाई का रुख अचानक बदला है और वे दावा कर रहीं हैं कि वे हमेशा दादा कमलनाथ के साथ थी और रहूंगी।


Body:एग्जिट पोल के नतीजों के बाद से ही बीजेपी ने सत्ता में वापसी को लेकर अपने तेवर तीखे किये हैं। हॉलाकि नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव द्वारा सत्र बुलाने और फ्लोर टेस्ट कराने की मांग के साथ ही कांग्रेस भी सतर्क हो गई है। इसके साथ ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री कमलनाथ तक बीजेपी द्वारा विधयकों को आफर दिए जाने की खबर पहुंची है। वे यह बात सार्वजनिक तौर पर भी कह चुके हैं कि बीजेपी द्वारा विधयकों को 25 करोड़ तक का ऑफर दिए जा रहे है। यही वजह है कि लोकसभा में करारी हार के बाद कांग्रेस ने एक-एक मंत्री को पांच- पांच विधायकों की जिम्मेदारी सौंपी दी हैं, ताकि विधायकों के गिले शिकवों को दूर किया जा सके और उन्हें एक जुट रखा जा सके। सरकार के लिए सबसे कमजोर कड़ी बसपा, सपा और निर्दलीय विधायकों को माना जा रहा है। लालच के डोरे डाले भी इन पर ही डाले जा रहे हैं। बसपा विधायक रमा बाई ने कहा है कि उनके पास बीजेपी ने 50 करोड़ रुपए और मंत्री पद का ऑफर भेजा है। लगातार मिल रहे ऑफर से वे इस हद तक परेशान हो चुकी हैं कि कई नंबर तो उन्होंने ब्लैक लिस्ट में डाल दिये हैं। बेटे का दिल्ली के एक हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है, बीजेपी ने वहां भी किसी से ऑफर भिजवाया। हालांकि रमा बाई के तीखे तेवर पिछले कुछ समय से बदले हुए हैं, वे कहती हैं कि वे मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ हूँ ओर हमेशा रहूँगी। मैं उनके साथ झगड़ा कर सकती हूं, लेकिन उनका साथ नहीं छोडूंगी। वे मंत्री मंडल में भले ही शामिल न करें, तब भी सरकार में बनी रहूँगी।


Conclusion:कमलनाथ सरकार के मंत्री कहते हैं कि बीजेपी कांग्रेस विधायकों और उनके सहयोगियों को कितना भी प्रलोभन दे दे लेकिन सभी एकजुट है और जहां तक फ्लोर टेस्ट की बात है तो सरकार पहले भी अपना बहुमत साबित कर चुकी है और आने वाले सत्र में भी एक बार फिर अपना बहुमत साबित करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
Last Updated : May 28, 2019, 4:21 PM IST
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