इंदौर। कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ने के कारण जहां राजधानी भोपाल में दोबारा लॉकडाउन करना पड़ रहा है, वहीं व्यावसायिक राजधानी इंदौर में फिलहाल लोगों को लॉकडाउन से आगे भी राहत मिलने जा रही है. संक्रमण के अलावा मृत्यु दर में कमी आने के बाद राज्य शासन ने इंदौर में लॉकडाउन नहीं लगाने का फैसला किया है. एसीएस स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने स्पष्ट कर दिया है कि, वर्तमान हालातों में इंदौर में लॉकडाउन की कोई आवश्यकता नहीं है.
दरअसल, इंदौर में जुलाई के माह में भी संक्रमण की दर राज्य के अन्य शहरों की तुलना में 3.30 फ़ीसदी के स्थान पर मात्र 2 फीसदी है. इसी प्रकार यहां डेथ रेट में भी कमी आई है, जो नेशनल लेवल से बहुत कम है. इसके अलावा लॉकडाउन करने के जो निर्धारित पैरामीटर्स हैं, उनमें भी इंदौर की स्थिति अच्छी है, इसलिए जिले में सामान्य प्रतिबंधों के अलावा बाजार खुले रहेंगे.
अतिरिक्त मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि, शहर के आगामी हालातों के मद्देनजर यहां एक जीरो सर्विलेंस स्टडी कराई जा रही है, जिसके आधार पर संक्रमण को लेकर आगामी रणनीति तय की जाएगी. उन्होंने बताया कि, इंदौर एकमात्र ऐसा शहर है, जहां कुल संक्रमित लोगों में से 30 परसेंट लोगों ने खुद आकर बताया कि, उन्हें कोरोनावायरस के लक्षण हैं. लिहाजा ऐसे लोगों का समय पर इलाज शुरू किया जा सका, जिससे मृत्यु दर में कमी आई है. मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि, जिले में लंबा लॉकडाउन चलने से यहां व्यापार खासा प्रभावित हुआ है, लेकिन डिस्ट्रिक्ट क्राइसिस मैनेजमेंट समिति ने व्यापारिक एवं स्वास्थ्य की जरूरतों के अनुसार जो निर्णय लिए हैं, वो आगे भी लागू रहेंगे.
निजी अस्पतालों में इलाज कराने की मिलेगी छूट
जुलाई माह में ज्यादा संक्रमण बढ़ने को लेकर उन्होंने कहा की, मौसम में ठंडक के कारण इस समय वायरस सक्रिय है, इसलिए संक्रमण नियंत्रण के प्रयासों में कमी नहीं लाई जा सकती. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि, जो लोग निजी अस्पतालों में इलाज कराना चाहते हैं, उन्हें अनुमति दी जाएगी.