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ना कांग्रेस ना बीजेपी, बसपा ने दी पहली बार महिला उम्मीदवार को प्राथमिकता

आजादी के बाद से पहली बार राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र से एक महिला को उम्मीदवार बनाया गया है. बसपा की महिला प्रत्याशी निशा त्रिपाठी बीजेपी और कांग्रेस को चुनौती देंगी.

बसपा ने दी पहली बार महिला उम्मीदवार को प्राथमिकता
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Published : Apr 13, 2019, 1:47 PM IST

राजगढ़। आजादी के बाद पहली बार किसी राजनीतिक पार्टी ने राजगढ़ लोकसभा सीट से एक महिला को अपना उम्मीदवार बनाया है. बसपा की महिला प्रत्याशी निशा त्रिपाठी बीजेपी और कांग्रेस को चुनौती देंगी.

बसपा ने दी पहली बार महिला उम्मीदवार को प्राथमिकता

राजगढ़ लोकसभा सीट से बसपा ने निशा त्रिपाठी पर अपना दांव लगाया है. बसपा प्रत्याशी निशा त्रिपाठी गुना की रहने वाली हैं. आजादी के बाद से पहली बार महिला को उम्मीदवार बनाना राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र की राजनीति में महिलाओं के उत्थान के लिए एक सराहनीय कदम हो सकता है. निशा त्रिपाठी ने बताया कि राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र में आज तक कांग्रेस और बीजेपी ने किसी महिला को अपना प्रत्याशी नहीं बनाया. आज के युग में महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं और विकास में अपना सहयोग दे रही हैं.

निशा त्रिपाठी का कहना है कि उनका प्राथमिक लक्ष्य लोकसभा क्षेत्र का विकास और बेरोजगारी का मुद्दा रहेगा. वह जिले में बाल विवाह जैसी समस्या का भी खात्मा करेंगी. उन्होंने सालों से चले आ रहे रेलवे लाइन के मुद्दे को भी अपनी प्राथमिकताओं में शामिल किया है. उन्होंने महिलाओं के रोजगार देने की बात भी कही. निशा त्रिपाठी ने कहा कि वह भी एक महिला हैं और महिलाओं की प्राथमिकता को अच्छे से समझती है. वह महिलाओं के विकास के लिए हमेशा कार्य करेंगी, जिससे जिले की पिछड़ी महिलाओं की मदद हो सके.

राजगढ़। आजादी के बाद पहली बार किसी राजनीतिक पार्टी ने राजगढ़ लोकसभा सीट से एक महिला को अपना उम्मीदवार बनाया है. बसपा की महिला प्रत्याशी निशा त्रिपाठी बीजेपी और कांग्रेस को चुनौती देंगी.

बसपा ने दी पहली बार महिला उम्मीदवार को प्राथमिकता

राजगढ़ लोकसभा सीट से बसपा ने निशा त्रिपाठी पर अपना दांव लगाया है. बसपा प्रत्याशी निशा त्रिपाठी गुना की रहने वाली हैं. आजादी के बाद से पहली बार महिला को उम्मीदवार बनाना राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र की राजनीति में महिलाओं के उत्थान के लिए एक सराहनीय कदम हो सकता है. निशा त्रिपाठी ने बताया कि राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र में आज तक कांग्रेस और बीजेपी ने किसी महिला को अपना प्रत्याशी नहीं बनाया. आज के युग में महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं और विकास में अपना सहयोग दे रही हैं.

निशा त्रिपाठी का कहना है कि उनका प्राथमिक लक्ष्य लोकसभा क्षेत्र का विकास और बेरोजगारी का मुद्दा रहेगा. वह जिले में बाल विवाह जैसी समस्या का भी खात्मा करेंगी. उन्होंने सालों से चले आ रहे रेलवे लाइन के मुद्दे को भी अपनी प्राथमिकताओं में शामिल किया है. उन्होंने महिलाओं के रोजगार देने की बात भी कही. निशा त्रिपाठी ने कहा कि वह भी एक महिला हैं और महिलाओं की प्राथमिकता को अच्छे से समझती है. वह महिलाओं के विकास के लिए हमेशा कार्य करेंगी, जिससे जिले की पिछड़ी महिलाओं की मदद हो सके.

Intro:1962 के बाद पहली बार किसी पार्टी ने महिला को अपना उम्मीदवार बनाया, वहीं महिला प्रत्याशी ने दी भाजपा और कांग्रेस को चुनौती।


Body:मध्यप्रदेश के राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र है कैसा लोकसभा क्षेत्र है जहां आजादी के बाद किसी भी पार्टी ने महिला को अपना उम्मीदवार नहीं बनाया था वही भाजपा से उम्मीदवार बनाई गई निशा त्रिपाठी पहली महिला उम्मीदवार है जो राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाई गई है निशा त्रिपाठी मूलतः गुना की रहने वाली है कांग्रेस और भाजपा जैसी बड़ी पार्टियों को टक्कर देने के लिए भाजपा ने महिला पर उम्मीद जताई है जो ना सिर्फ महिलाओं के लिए एक नई जंग छेड़ दी है और आजादी के बाद से पहली बार महिला को उम्मीदवार बनाना राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र की राजनीति में महिलाओं के उत्थान के लिए एक सराहनीय कदम हो सकता है।
मैं इस बारे में निशा त्रिपाठी बताती है कि राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र में आज तक ना कांग्रेस ने और भाजपा ने महिलाओं को अपना प्रत्याशी नहीं बनाया है जहां आज के युग मे महिला पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही है और विकास में अपना सहयोग दे रही है। मेरा प्राथमिक लक्ष्य लोकसभा क्षेत्र का विकास रहेगा वही मेरा प्राथमिक मुद्दा बेरोजगारी का मुद्दा रहेगा उन्होंने जिले में आगरा प्रथा और बाल विवाह जैसी जिले की समस्या का जिक्र करते हुए उनको खत्म करने की अपनी प्राथमिकताओं में शामिल किया है, वहीं सालों से चले आ रहे रेलवे लाइन के मुद्दे को भी ना उन्हें अपनी प्राथमिकताओं में शामिल किया है वहीं उन्होंने महिलाओं के रोजगार की बात कही।



Conclusion:निशा त्रिपाठी बताती है कि नाथरा प्रथा जिले की एक बहुत बड़ी कुप्रथा है जिसमें बच्चियों का भविष्य खराब हो जाता है जिनका विवाह बचपन में ही कर दिया जाता है और जब उनके साथ कोई अनहोनी हो जाती है तो उनका विवाह दूसरे व्यक्ति से कर दिया जाता है जिसके वजह से उनकी पूरी जिंदगी बर्बाद हो जाती है इस प्रथा को रोकना बहुत जरूरी है और मैं इसको रोकने के लिए जरूर काम करूंगी वही उन्होंने कहा कि मैं एक महिला हूं और महिलाओं की प्राथमिकता को अच्छे से समझती हूं और उनके विकास के लिए हमेशा कार्य करूँगी जिससे जिले में पिछड़ रही महिलाओं की मदद हो सके।


विसुअल एंड बाइट

श्रीमती निशा त्रिपाठी
औ पी त्रिपाठी

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