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मासूम की आंसू ने खोल दिया राज, जिस्म के बाजार में पहुंचाने से पहले हवालात पहुंचा आरोपी

विदिशा। कड़े कानून के बावजूद मध्यप्रदेश में महिला अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहा है.ऐसी ही एक मासूम को चाइल्ड लाइन की टीम ने बचाया है, जिसे आरोपी पंजाब मेल से मुंबई ले जा रहा था.

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Published : Mar 16, 2019, 3:32 PM IST

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विदिशा। कड़े कानून के बावजूद मध्यप्रदेश में महिला अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहा है. रेप, मर्डर, अपहरण के अलावा मानव तस्करी के जरिए बच्चियों-महिलाओं को देह व्यापार के दलदल में धकेला जा रहा है. ऐसी ही एक मासूम को चाइल्ड लाइन की टीम ने बचाया है, जिसे आरोपी पंजाब मेल से मुंबई ले जा रहा था.

ट्रेन में सवार बच्ची लगातार रो रही थी. जब आसपास के लोगों ने बच्ची के साथ वाले शख्स के पूछताछ की तो वह संतोषजनक जबाव नहीं दे पाया. इत्तेफाक की बात ये है कि ट्रेन के उसी डिब्बे में परियोजना अधिकारी (महिला एवं बाल विकास) संजय कुमार सिंह भी सफर कर रहे थे, उन्होंने भी पूछताछ की और संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर चाइल्ड लाइन को सूचना दी.

vidhisa

संजय सिंह ने बताया एक व्यक्ति बच्ची को बहला फुसला कर मुम्बई ले जा रहा था, बच्ची की उम्र लगभग आठ साल है, लड़की के रोने पर उन्होंने पूछताछ के बाद इसकी खबर टीम को दी. मौके पर पहुंचकर बच्ची और आरोपी को स्टेशन पर उतारकर पूछताछ की गयी तो व्यक्ति ने पहले बच्ची को रिश्तेदार बताया. फिर दोस्त की बेटी. आसपास के लोगों की मदद से बच्ची से पूछताछ करने पर पता चला कि ये व्यक्ति किसी ऐसी जगह ले जा रहा था, जहां लड़कियों से गलत काम कराया जाता है.

आरोपी का टिकट आगरा से मुंबई का था, जबकि बच्ची का टिकट ग्वालियर से मुंबई का था. इस बीच बच्ची लगातार रो रही है. जब यात्रियों को कुछ संहेद हुआ तो उन्होंने चाइल्ड लाइन को सूचना दी. खबर मिलते ही महिला एवं बाल विकास की टीम विदिशा रेलवे स्टेशन पर पहुंच गई और ट्रेन से बच्ची सहित उस शख्स को नीचे उतार लिया और बच्ची के साथ आरोपी को भी जीआरपी भोपाल के हवाले कर दिया.

विदिशा। कड़े कानून के बावजूद मध्यप्रदेश में महिला अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहा है. रेप, मर्डर, अपहरण के अलावा मानव तस्करी के जरिए बच्चियों-महिलाओं को देह व्यापार के दलदल में धकेला जा रहा है. ऐसी ही एक मासूम को चाइल्ड लाइन की टीम ने बचाया है, जिसे आरोपी पंजाब मेल से मुंबई ले जा रहा था.

ट्रेन में सवार बच्ची लगातार रो रही थी. जब आसपास के लोगों ने बच्ची के साथ वाले शख्स के पूछताछ की तो वह संतोषजनक जबाव नहीं दे पाया. इत्तेफाक की बात ये है कि ट्रेन के उसी डिब्बे में परियोजना अधिकारी (महिला एवं बाल विकास) संजय कुमार सिंह भी सफर कर रहे थे, उन्होंने भी पूछताछ की और संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर चाइल्ड लाइन को सूचना दी.

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संजय सिंह ने बताया एक व्यक्ति बच्ची को बहला फुसला कर मुम्बई ले जा रहा था, बच्ची की उम्र लगभग आठ साल है, लड़की के रोने पर उन्होंने पूछताछ के बाद इसकी खबर टीम को दी. मौके पर पहुंचकर बच्ची और आरोपी को स्टेशन पर उतारकर पूछताछ की गयी तो व्यक्ति ने पहले बच्ची को रिश्तेदार बताया. फिर दोस्त की बेटी. आसपास के लोगों की मदद से बच्ची से पूछताछ करने पर पता चला कि ये व्यक्ति किसी ऐसी जगह ले जा रहा था, जहां लड़कियों से गलत काम कराया जाता है.

आरोपी का टिकट आगरा से मुंबई का था, जबकि बच्ची का टिकट ग्वालियर से मुंबई का था. इस बीच बच्ची लगातार रो रही है. जब यात्रियों को कुछ संहेद हुआ तो उन्होंने चाइल्ड लाइन को सूचना दी. खबर मिलते ही महिला एवं बाल विकास की टीम विदिशा रेलवे स्टेशन पर पहुंच गई और ट्रेन से बच्ची सहित उस शख्स को नीचे उतार लिया और बच्ची के साथ आरोपी को भी जीआरपी भोपाल के हवाले कर दिया.

Intro:महिला बाल विकास ने बचाई मासूम की जान
मध्य प्रदेश में भले ही लाख दाबे करे मनाब तस्करी पर पाबंदी लगाने के पर प्रदेश में मासूम बच्चो को एक राज्य से दूसरे राज्य में तस्करी के मामले नही थम रहे एक ओर मामला विदिशा महिला बाल विकास की सक्रियता से एक मासूम बच्ची को एक चंगुल से छुड़ाया गया ।


Body:पंचाब मेल ट्रेन के यात्रियों ने एक बच्ची की खबर चाइल्ड लाइन को दी ट्रेन में एक व्यक्ति बच्ची को ले जा रहा है बच्ची लगातार रो रही है खबर मिलते ही विदिशा महिला बाल विकास ने टीम गठन कर विदिशा रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर ट्रेन की बोगी में से लड़की को उतारा पूछताछ में बच्ची ले जा रहा व्यक्ति संतोष जनक जाबाब नही देने पर बच्ची ओर व्यक्ति को जीआरपी भौपाल पुलिस के हवाले किया ।


Conclusion:महिला बाल विकास अधिकारी संजय सिंह ने बताया एक व्यक्ति एक बालिका को बहला फुसला कर मुम्बई ले जा रहा था बच्ची की उम्र लगभग आठ साल की थी लड़की के रोने पर यात्रियों ने इसकी खबर दी मोके पर पहुंचकर बच्ची ओर अंजान व्यक्ति को स्टेशन पर उतार कर जब पूछताछ की गई तो बच्ची के पास ग्वालियर का टिकट मिला जबकि व्यक्ति के पास आगरा का शक के घेरे में आने के बाद उस व्यक्ति ने पहले बच्ची को रिश्तेदार बताया फिर दोस्त की बेटी आसपास के लोगो की मदद से बच्ची से पूछताछ करने पर पता चला यह व्यक्ति कोई ऐंसी जगह ले जा रहा था जहां लड़कियों से गलत काम कराया जाता है ।
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