खरगोन। मंडलेश्वर में माधवाश्रम न्यास में 8-9 अगस्त को एक निजी आयोजन में पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती एवं कैबिनेट मंत्री उषा ठाकुर के शिरकत करने से अचानक राजनैतिक सरगर्मियां बढ़ गईं. इनमें खरगोन-बड़वानी के सांसद गजेंद्र पटेल एवं राज्यसभा सांसद डॉ सुमेर सिंह सोलंकी की उपस्थित भी भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच चर्चा का विषय रही. चर्चाओं का सबसे प्रमुख कारण सांसद गजेंद्र पटेल के माध्यम से पार्टी से निष्काषित पूर्व विधायक राजकुमार मेव की वापसी की गुहार थी.
सूत्रों के हवाले से यह भी जानकारी मिली कि पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने सांसद पटेल के द्वारा मेव की वापसी की गुहार पर ध्यान न देते हुए मेव को फटकार भी लगाई. फटकार लगाते वक्त उमा भारती ने राजकुमार को संगठन के विरोध में उनके द्वारा की गई प्रत्येक गतिविधियों को याद भी दिलाया. इससे माधवाश्रम न्यास के पास स्थित एनवीडीए रेस्ट हाउस पर मौजूद राजकुमार मेव के कुछ खास समर्थकों में उदासी छा गई.
बिना अनुमति पहुंचे राजकुमार
इस आयोजन में सांसद पटेल के माध्यम से राजकुमार को आयोजन स्थल पर आने की अनुमति मिली. भाजपा कार्यकर्ताओं ने रोष व्यक्त करते हुए बताया कि पार्टी संगठन से जुड़ी इतनी बड़ी नेत्री नगर में आई हुई है. लेकिन उन्हें पर हम उक्त आयोजन में शामिल होने की अनुमति नहीं होने एवं संगठन के दिशा निर्देशों का पालन करने के कारण वे आयोजन स्थल पर पूर्व मुख्यमंत्री से मिलने नहीं पहुंचे. लेकिन इसके विपरीत पूर्व विधायक एवं पार्टी से निष्काषित मेव वहां उपस्थित थे, यह बात समझ से परे है.
कैबिनेट मंत्री उषा ठाकुर की सामाजिक मुलाकातें भी रही चर्चाओं में
उक्त आयोजन के अलावा कैबिनेट मंत्री ठाकुर के महेश्वर विधानसभा में प्रथम आगमन के कारण उनकी कुछ व्यक्तिगत मुलाकातें भी हुईं, जिसमें एक मुलाकात महेश्वर के निजी होटल व्यवसायी, कांग्रेस एवं अरुण यादव गुट के खास नेता भी शामिल रहे. इस मुलाकात के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कार्यकर्ता तो ठीक विधानसभा की राजनैतिक सरगर्मियां बढ़ती दिखाई दी. कुछ लोगो ने यहां तक कह दिया कि इस मुलाकात के फलस्वरूप अरुण यादव गुट भी भविष्य में भाजपा की सदस्यता लेने वाले हैं.
महेश्वर विधानसभा में भाजपा की राजनीति गत विधानसभा चुनाव के बाद से ही दो धुरियों पर घूम रही है. पूर्व विधायक राजकुमार मेव ने विधानसभा चुनाव में टिकिट न मिलने के कारण भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी भूपेंद्र आर्य के खिलाफ चुनाव लड़ा. जिसके चलते पार्टी के प्रदेश संगठन ने राजकुमार मेव को 6 साल के लिए पार्टी से निष्काषित कर दिया था. चुनाव खत्म होने की बाद से ही पूर्व विधायक राजकुमार मेव पार्टी में वापसी की जद्दोजहद में हैं. लोकसभा चुनाव के बाद से खरगोन-बड़वानी के क्षेत्रीय सांसद गजेंद्र पटेल का सहयोग भी उन्हें मिल रहा है. यहां तक कि सांसद पटेल, मेव को अपने अंधे समर्थन के चलते पार्टी के कार्यकर्ताओं को भी नजरअंदाज करने से नहीं चूकते हैं. आयोजन स्थल पर मेव की उपस्थिति भी सांसद पटेल के माध्यम से ही संभव हुई.