जबलपुर। भारत तिब्बत सीमा पुलिस जवानों की कड़ी सुरक्षा में रहने वाली ईवीएम और वीवीपैट मशीनों को हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के मतदान के बाद एक बार फिर सील कर स्ट्रांग रूम में रख दिया गया है. इस बार इन ईवीएम और वीवीपेट का जिम्मा सीआईएसएफ और बीएसएफ के जवानों के अलावा मध्य प्रदेश पुलिस के कंधों पर भी रहेगा.
दरअसल लोकसभा चुनाव के मतदान के बाद निर्वाचन आयोग के निर्देश पर रिटर्निंग अधिकारी और जिला निर्वाचन अधिकारी की उपस्थिति में 2128 ईवीएम मशीनों को सील किया गया है, जो एमएलपी स्कूल में बने स्ट्रांग रूम में 30 दिनों तक 3 लेयर की कड़ी सुरक्षा के बीच पुलिस के पहरे में रहेगी. जिला प्रशासन के अधिकारियों की मानें तो जबलपुर लोकसभा में आने वाली जिले की सभी 8 विधानसभाओं की ईवीएम मशीनों के लिए अलग-अलग स्ट्रांग रूम बनाए गए हैं. निर्वाचन आयोग के निर्देश पर बाकी बचे चरणों में होने वाले मतदान के लिए मशीने मध्य प्रदेश के अन्य शहरों में भेजी जाएगी.
इसी तरह अतिरिक्त रिजर्व ईवीएम मशीनों के लिए भी एक्स्ट्रा स्ट्रांग रूम बनाए गए हैं और स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के लिए किए गए इंतजामों की पारदर्शिता पर कोई उंगली ना उठा सके इसके लिए 80 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे भी पूरे परिसर और स्ट्रांग रूम के अंदर लगाए गए हैं. इन कैमरों का आउटपुट 24 घंटे बाहर लगी एलइडी स्क्रीन पर दिखाई देगा इसके साथ ही जो रिजर्व ईवीएम मशीनें हैं.