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अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत गोद लिया गया सागर जिले का ये गांव

आदर्श ग्राम योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक महत्वाकांक्षी योजना हैं. लेकिन सांसदों द्वारा गोद लिए गए ज्यादातर गांवों के हाल बेहाल ही हैं. इसीक्रम में बीजेपी सांसद लक्ष्मीनारायण यादव ने जिले के बरोदा गांव को गोद लिया था.

गांव की सड़क
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Published : Mar 18, 2019, 11:57 PM IST

सागर। आदर्श ग्राम योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक महत्वाकांक्षी योजना हैं. लेकिन सांसदों द्वारा गोद लिए गए ज्यादातर गांवों के हाल बेहाल ही हैं. इसीक्रम में बीजेपी सांसद लक्ष्मीनारायण यादव ने जिले के बरोदा गांव को गोद लिया था. लेकिन 5 सालों में विकास के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ.

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हमारे सहयोगी जब इस गांव का जायजा लेने पहुंचे तो इस गांव में 4 साल से ज्यादा बीत जाने के बाद भी आज तक कोई भी विकास कार्य होता नहीं दिखा. जिससे ग्रामीण सांसद यादव से खासे नाराज हैं. यहां न तो पूरा गांव पूरी तरह से खुले में शौच मुक्त हुआ, न ही गरीबों के पक्के मकान का सपना ही पूरा हुआ. न ही ग्रामीणों को पक्की सड़क ही नसीब हुई. गांव में पानी की भी कोई उचित व्यवस्था नहीं है. गांव में गंदा नाला बहता रहता है, बारिश के मौसम में तो हालात और भी बदतर हो जाते हैं.


गांव में हायर सेकेंडरी स्कूल तक नहीं है जिससे बच्चों को 10वीं के बाद शिक्षा लेने दूरदराज के स्कूल में जाना पड़ता है. बता दें, यह गांव सागर की सुर्खी विधानसभा का हिस्सा है जो 2013 के विधानसभा सीट बीजेपी की झोली में आई थी. विधायक बीजेपी से ही पारुल साहू थीं, बावजूद इसके गांव का विकास नहीं हुआ और यह आज भी गोद लेने के बाद उसी हालत में है.इस बारे में जब सांसद लक्ष्मीनारायण यादव से बात की गई तो उन्होंने पहले तो खुद ही स्वीकार किया कि गांव में कुछ काम नहीं हुआ. साथ ही उन्होंने इस योजना में अलग से बजट न होने का रोना रो दिया. इतना ही नहीं उन्होंने उल्टा ग्रामीणों पर तंज कसते हुए कहा कि गांव में कितना भी काम हो जाए पर गांव वालों को वह कम ही लगेगा.

सागर। आदर्श ग्राम योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक महत्वाकांक्षी योजना हैं. लेकिन सांसदों द्वारा गोद लिए गए ज्यादातर गांवों के हाल बेहाल ही हैं. इसीक्रम में बीजेपी सांसद लक्ष्मीनारायण यादव ने जिले के बरोदा गांव को गोद लिया था. लेकिन 5 सालों में विकास के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ.

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हमारे सहयोगी जब इस गांव का जायजा लेने पहुंचे तो इस गांव में 4 साल से ज्यादा बीत जाने के बाद भी आज तक कोई भी विकास कार्य होता नहीं दिखा. जिससे ग्रामीण सांसद यादव से खासे नाराज हैं. यहां न तो पूरा गांव पूरी तरह से खुले में शौच मुक्त हुआ, न ही गरीबों के पक्के मकान का सपना ही पूरा हुआ. न ही ग्रामीणों को पक्की सड़क ही नसीब हुई. गांव में पानी की भी कोई उचित व्यवस्था नहीं है. गांव में गंदा नाला बहता रहता है, बारिश के मौसम में तो हालात और भी बदतर हो जाते हैं.


गांव में हायर सेकेंडरी स्कूल तक नहीं है जिससे बच्चों को 10वीं के बाद शिक्षा लेने दूरदराज के स्कूल में जाना पड़ता है. बता दें, यह गांव सागर की सुर्खी विधानसभा का हिस्सा है जो 2013 के विधानसभा सीट बीजेपी की झोली में आई थी. विधायक बीजेपी से ही पारुल साहू थीं, बावजूद इसके गांव का विकास नहीं हुआ और यह आज भी गोद लेने के बाद उसी हालत में है.इस बारे में जब सांसद लक्ष्मीनारायण यादव से बात की गई तो उन्होंने पहले तो खुद ही स्वीकार किया कि गांव में कुछ काम नहीं हुआ. साथ ही उन्होंने इस योजना में अलग से बजट न होने का रोना रो दिया. इतना ही नहीं उन्होंने उल्टा ग्रामीणों पर तंज कसते हुए कहा कि गांव में कितना भी काम हो जाए पर गांव वालों को वह कम ही लगेगा.

Intro:सागर। आदर्श ग्राम योजना यूं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक महत्वाकांक्षी योजना है जिसकी शुरुआत 11 अक्टूबर 2014 को जयप्रकाश नारायण के जन्मदिन पर की गई थी इस योजना प्रधानमंत्री मोदी ने सभी सांसदों से आग्रह किया था कि वह अपने संसदीय क्षेत्र में कम से कम एक गांव गोद ले जिसका वे सर्वांगीण विकास करें जेपी के जन्मदिन पर शुरू की गई इस योजना से उम्मीद तो की गई थी कि वह जेपी के सफल आंदोलन की तरह ही सैकड़ों गांव में सफलता और सुशासन के साथ विकास की नई गाथा लिखे की और गांव में बसने वाला भारत एक नए आदर्श रूप में उभरकर सामने आएगा लेकिन अफसोस के ऐसा हुआ नहीं जिसके वैसे तो कई उदाहरण है लेकिन अगर बात मध्य प्रदेश के सागर जिले की करें तो यहां से बीजेपी के ही सांसद लक्ष्मीनारायण यादव है जो खुद जन संघ के नेता रहे हैं और वर्तमान में बीजेपी के वरिष्ठ राजनेता है लक्ष्मीनारायण यादव ने भी मोदी की सांसद आदर्श ग्राम योजना में हिस्सेदारी निभाते हुए निभाते हुए सागर से करीब 20 किलोमीटर दूर एक गांव बरोदा गोद लिया था उम्मीद लगाई जा रही थी के द्वारा गांव का अब उद्धार होगा सांसद जी इस गांव में कम से कम बिजली पानी और सड़क शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं में सुधार कर इसका कायाकल्प करेंगे लेकिन ग्रामीणों की आशाओं के अनुरूप ऐसा हुआ कुछ नहीं ईटीवी भारत की टीम ने जब इस गांव का जायजा लिया तो इस गांव में 4 साल से ज्यादा बीत जाने के बाद भी आज तक कोई भी विकास कार्य होता नहीं दिखा नतीजतन यहां के ग्रामीण सांसद आदर्श गांव के नाम से भी सांसद यादव से खासे खफा नजर आते हैं यहां ना तो पूरा गांव पूरी तरह से खुले में शौच मुक्त हुआ नशा भी गरीबों के पक्के मकान का सपना ही पूरा हुआ ना ही ग्रामीणों को पक्की सड़क ही नसीब हुई गांव में पानी की भी कोई उचित व्यवस्था नहीं है इस गांव को कई अन्य गांव से जोड़ने वाली सड़क भी कच्ची है जहां से गंदा नाला बहता रहता है बारिश के मौसम में तो हालात और भी बत्तर हो जाते हैं बात अगर शिक्षा की हो तो गांव में हायर सेकेंडरी स्कूल तक नहीं है जिससे बच्चों को दसवीं के बाद शिक्षा लेने दूरदराज के स्कूल में जाना पड़ता है गौरतलब है कि सांसद आदर्श ग्राम बरोदा सागर की सुर्खी विधानसभा का हिस्सा है जो 2013 के विधानसभा में बीजेपी की झोली में आया था जहां से सांसद के साथ विधायक बीजेपी से ही पारुल साहू थी बावजूद इसके गांव का विकास नहीं हुआ और यह आज भी गोद लेने के बाद उसी हालत में है इस सब मसले पर जब सागर सांसद लक्ष्मीनारायण यादव से गांव के विकास ना होने की वजह जानी गई तो उन्होंने पहले तो खुद ही स्वीकार किया कि गांव में कुछ काम नहीं हुआ लेकिन इसके पीछे उन्होंने मोदी की इस योजना में अलग से बजट न होने का रोना रो दिया इतना ही नहीं उन्होंने उल्टा ग्रामीणों पर तंज कसते हुए यह भी कह दिया कि विकास हरि कथा किधर है अनंत है गांव में कितना भी काम हो जाए पर गांव वालों को वह कम ही लगेगा गौरतलब है कि वर्तमान सांसद लक्ष्मीनारायण यादव इस बार भी बीजेपी से दोबारा सागर से लोकसभा की टिकट की दावेदारी कर रहे हैं हालांकि उनके 5 साल के कार्यकाल में सागर लोकसभा में उनके पास अपने द्वारा कराई गई कोई उपलब्धि नहीं है

बाइट- लक्ष्मण यादव सागर सांसद

बाइट- ग्रामीण


Body:सागर। आदर्श ग्राम योजना यूं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक महत्वाकांक्षी योजना है जिसकी शुरुआत 11 अक्टूबर 2014 को जयप्रकाश नारायण के जन्मदिन पर की गई थी इस योजना प्रधानमंत्री मोदी ने सभी सांसदों से आग्रह किया था कि वह अपने संसदीय क्षेत्र में कम से कम एक गांव गोद ले जिसका वे सर्वांगीण विकास करें जेपी के जन्मदिन पर शुरू की गई इस योजना से उम्मीद तो की गई थी कि वह जेपी के सफल आंदोलन की तरह ही सैकड़ों गांव में सफलता और सुशासन के साथ विकास की नई गाथा लिखे की और गांव में बसने वाला भारत एक नए आदर्श रूप में उभरकर सामने आएगा लेकिन अफसोस के ऐसा हुआ नहीं जिसके वैसे तो कई उदाहरण है लेकिन अगर बात मध्य प्रदेश के सागर जिले की करें तो यहां से बीजेपी के ही सांसद लक्ष्मीनारायण यादव है जो खुद जन संघ के नेता रहे हैं और वर्तमान में बीजेपी के वरिष्ठ राजनेता है लक्ष्मीनारायण यादव ने भी मोदी की सांसद आदर्श ग्राम योजना में हिस्सेदारी निभाते हुए निभाते हुए सागर से करीब 20 किलोमीटर दूर एक गांव बरोदा गोद लिया था उम्मीद लगाई जा रही थी के द्वारा गांव का अब उद्धार होगा सांसद जी इस गांव में कम से कम बिजली पानी और सड़क शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं में सुधार कर इसका कायाकल्प करेंगे लेकिन ग्रामीणों की आशाओं के अनुरूप ऐसा हुआ कुछ नहीं ईटीवी भारत की टीम ने जब इस गांव का जायजा लिया तो इस गांव में 4 साल से ज्यादा बीत जाने के बाद भी आज तक कोई भी विकास कार्य होता नहीं दिखा नतीजतन यहां के ग्रामीण सांसद आदर्श गांव के नाम से भी सांसद यादव से खासे खफा नजर आते हैं यहां ना तो पूरा गांव पूरी तरह से खुले में शौच मुक्त हुआ नशा भी गरीबों के पक्के मकान का सपना ही पूरा हुआ ना ही ग्रामीणों को पक्की सड़क ही नसीब हुई गांव में पानी की भी कोई उचित व्यवस्था नहीं है इस गांव को कई अन्य गांव से जोड़ने वाली सड़क भी कच्ची है जहां से गंदा नाला बहता रहता है बारिश के मौसम में तो हालात और भी बत्तर हो जाते हैं बात अगर शिक्षा की हो तो गांव में हायर सेकेंडरी स्कूल तक नहीं है जिससे बच्चों को दसवीं के बाद शिक्षा लेने दूरदराज के स्कूल में जाना पड़ता है गौरतलब है कि सांसद आदर्श ग्राम बरोदा सागर की सुर्खी विधानसभा का हिस्सा है जो 2013 के विधानसभा में बीजेपी की झोली में आया था जहां से सांसद के साथ विधायक बीजेपी से ही पारुल साहू थी बावजूद इसके गांव का विकास नहीं हुआ और यह आज भी गोद लेने के बाद उसी हालत में है इस सब मसले पर जब सागर सांसद लक्ष्मीनारायण यादव से गांव के विकास ना होने की वजह जानी गई तो उन्होंने पहले तो खुद ही स्वीकार किया कि गांव में कुछ काम नहीं हुआ लेकिन इसके पीछे उन्होंने मोदी की इस योजना में अलग से बजट न होने का रोना रो दिया इतना ही नहीं उन्होंने उल्टा ग्रामीणों पर तंज कसते हुए यह भी कह दिया कि विकास हरि कथा किधर है अनंत है गांव में कितना भी काम हो जाए पर गांव वालों को वह कम ही लगेगा गौरतलब है कि वर्तमान सांसद लक्ष्मीनारायण यादव इस बार भी बीजेपी से दोबारा सागर से लोकसभा की टिकट की दावेदारी कर रहे हैं हालांकि उनके 5 साल के कार्यकाल में सागर लोकसभा में उनके पास अपने द्वारा कराई गई कोई उपलब्धि नहीं है

बाइट- लक्ष्मण यादव सागर सांसद

बाइट- ग्रामीण


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