सागर। आदर्श ग्राम योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक महत्वाकांक्षी योजना हैं. लेकिन सांसदों द्वारा गोद लिए गए ज्यादातर गांवों के हाल बेहाल ही हैं. इसीक्रम में बीजेपी सांसद लक्ष्मीनारायण यादव ने जिले के बरोदा गांव को गोद लिया था. लेकिन 5 सालों में विकास के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ.
हमारे सहयोगी जब इस गांव का जायजा लेने पहुंचे तो इस गांव में 4 साल से ज्यादा बीत जाने के बाद भी आज तक कोई भी विकास कार्य होता नहीं दिखा. जिससे ग्रामीण सांसद यादव से खासे नाराज हैं. यहां न तो पूरा गांव पूरी तरह से खुले में शौच मुक्त हुआ, न ही गरीबों के पक्के मकान का सपना ही पूरा हुआ. न ही ग्रामीणों को पक्की सड़क ही नसीब हुई. गांव में पानी की भी कोई उचित व्यवस्था नहीं है. गांव में गंदा नाला बहता रहता है, बारिश के मौसम में तो हालात और भी बदतर हो जाते हैं.
गांव में हायर सेकेंडरी स्कूल तक नहीं है जिससे बच्चों को 10वीं के बाद शिक्षा लेने दूरदराज के स्कूल में जाना पड़ता है. बता दें, यह गांव सागर की सुर्खी विधानसभा का हिस्सा है जो 2013 के विधानसभा सीट बीजेपी की झोली में आई थी. विधायक बीजेपी से ही पारुल साहू थीं, बावजूद इसके गांव का विकास नहीं हुआ और यह आज भी गोद लेने के बाद उसी हालत में है.इस बारे में जब सांसद लक्ष्मीनारायण यादव से बात की गई तो उन्होंने पहले तो खुद ही स्वीकार किया कि गांव में कुछ काम नहीं हुआ. साथ ही उन्होंने इस योजना में अलग से बजट न होने का रोना रो दिया. इतना ही नहीं उन्होंने उल्टा ग्रामीणों पर तंज कसते हुए कहा कि गांव में कितना भी काम हो जाए पर गांव वालों को वह कम ही लगेगा.