ETV Bharat / briefs

हादसे को दावत दे रहा जर्जर हो चुका भवन, बाल- बाल बची प्राचार्य की जान - शासकीय विद्यालय का छप्पर गिरा

दमोह जिले के जबेरा में स्थित शासकीय विद्यालय में उस वक्त हादसा होते- होते बच गया, जब प्राचार्य कक्ष का छप्पर अचानक गिर गया, गनीमत ये रही कि, जिस वक्त छप्पर गिरा प्राचार्य वहां मौजूद नहीं थे.

The shed in the principal room fell
प्राचार्य कक्ष का छप्पर गिरा
author img

By

Published : Jun 10, 2020, 3:38 AM IST

दमोह। जबेरा स्थित शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय अपनी दुर्दशा पर आंसू वहा रहा है. भवन की हालत इतनी जर्जर है की, प्राचार्य कक्ष की कुर्सी के ऊपर छप्पर धड़ाम से गिर गया. गनीमत ये रही कि कुर्सी पर प्राचार्य नहीं बैठे थे. वरना हादसा हो सकता था.

The shed in the principal room fell
प्राचार्य कक्ष का छप्पर गिरा

विद्यालय में फिलहाल 12वीं की परीक्षाएं चल रही हैं. ऐसे में जर्जर हो चुके भवन के किसी भी कमरे का प्लास्टर इसी तरह गिर सकता है. जिससे परीक्षा दे रहे बच्चे घायल हो सकते हैं. बच्चे जान जोखिम में डालकर परीक्षा दे रहे हैं. बावजूद इसके जिम्मेदारों ने अपनी आंखें मूंद ली हैं.

विद्यालय भवन का उद्घाटन 1985 में हुआ था. बिल्डिंग के मरम्मत और गुणवत्ता की शर्तें पूर्ण नहींं की गई हैं. साथ ही शासकीय कन्या उच्चतर विद्यालय आज भी हैंड ओवर किए बिना संचालित किया जा रहा है.

दमोह। जबेरा स्थित शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय अपनी दुर्दशा पर आंसू वहा रहा है. भवन की हालत इतनी जर्जर है की, प्राचार्य कक्ष की कुर्सी के ऊपर छप्पर धड़ाम से गिर गया. गनीमत ये रही कि कुर्सी पर प्राचार्य नहीं बैठे थे. वरना हादसा हो सकता था.

The shed in the principal room fell
प्राचार्य कक्ष का छप्पर गिरा

विद्यालय में फिलहाल 12वीं की परीक्षाएं चल रही हैं. ऐसे में जर्जर हो चुके भवन के किसी भी कमरे का प्लास्टर इसी तरह गिर सकता है. जिससे परीक्षा दे रहे बच्चे घायल हो सकते हैं. बच्चे जान जोखिम में डालकर परीक्षा दे रहे हैं. बावजूद इसके जिम्मेदारों ने अपनी आंखें मूंद ली हैं.

विद्यालय भवन का उद्घाटन 1985 में हुआ था. बिल्डिंग के मरम्मत और गुणवत्ता की शर्तें पूर्ण नहींं की गई हैं. साथ ही शासकीय कन्या उच्चतर विद्यालय आज भी हैंड ओवर किए बिना संचालित किया जा रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.