मुरैना: गांधीवादी विचारक डॉय एसएन सुब्बाराव का जोरा से गहरा संबंध है. जोरा ही नहीं बल्कि समूचे चंबल अंचल में आज भाई जी के निधन की खबर को सुनकर लोग शोक संतप्त हैं. एसएन सुबाराव का पार्थिव शरीर आज शाम तक जोरा आएगा जहां गांधी आश्रम में दर्शनों के लिए रखा जाएगा. हालांकि, अभी इस बात पर विचार विमर्श चल रहा है कि उनका अंतिम संस्कार जोरा के समर्पण स्थल पर ही किया जाए या कहीं और.
नहीं रहे गांधीवादी विचारक डॉ. एसएन सुब्बाराव, जयपुर के SMS अस्पताल में ली अंतिम सांस
10:34 October 27
भाई जी के निधन की खबर से चंबल अंचल हुआ शोक संतृप्त आज शाम पार्थिव शरीर आएगा गांधी आश्रम जोरा
09:22 October 27
9 अगस्त 1942 को मात्र 13 साल की उम्र में जुड़ गए आजादी आंदोलन से
गांधीवादी चिंतक डॉ. एस एन सुब्बाराव 93 साल के थे. आज सुबह करीब सवा सात बजे उन्होंने अंतिम सांस ली. श्रमदान के लिए मशहूर इस गांधीवादी नेता का राजस्थान से खासा लगाव था. युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत माने जाने वाले गांधीवादी विचारक मूलत: कर्नाटक के रहने वाले थे.
9 अगस्त 1942 को मात्र 13 साल की उम्र में जुड़ गए आजादी आंदोलन से
गांधीवादी विचारक डॉ. एसएन सुब्बाराव का कर्नाटक के बेंगलुरु में 7 फरवरी 1929 को जन्म हुआ था. सुब्बाराव स्कूल में पढ़ते समय महात्मा गांधी की शिक्षा से प्रेरित थे. वह 9 अगस्त 1942 को मात्र 13 साल की उम्र में आजादी आंदोलन से जुड़ गए थे. ब्रिटिश पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने पर उन्होंने दीवार पर 'QUIT INDIA' लिखा था.तभी से सुब्बा राव स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय हो गए थे. उन्होंने छात्र जीवन के दौरान स्टूडेंट कांग्रेस और राष्ट्र सेवा दल के कार्यक्रमों में भाग लिया था.
08:55 October 27
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के भारत छोड़ो आंदोलन के सहभागी रहे प्रख्यात गांधीवादी विचारक डॉक्टर एसएन सुबाराव का निधन
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के भारत छोड़ो आंदोलन के सहभागी रहे प्रख्यात गांधीवादी विचारक डॉक्टर एसएन सुबाराव का निधन
- भारत के राष्ट्रपति द्वारा "पद्मश्री" पुरस्कार से सम्मानित
- राष्ट्रीय युवा परियोजना को राष्ट्रीय युवा पुरस्कार- 1995
- डी.लिट. काशी विद्या पीठ द्वारा सम्मानित उपाधि- 1995
- भारतीय एकता पुरस्कार
- शांतिदूत अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार - यह सम्मान वर्ल्ड पीस मूवमेंट ट्रस्ट इंडिया द्वारा प्रदान किया जाता है।
- विश्व मानवधिकार प्रोत्साहन पुरस्कार-2002
- राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार -2003
- राष्ट्रीय संप्रदाय सद्भावना पुरस्कार-2003
- जमानालाल बजाज पुरस्कार-2006
- महात्मा गांधी पुरस्कार-2008
- अनुवर्त अहिंसा पुरस्कार-2010
- भारतीय साथी संगठन दिल्ली द्वारा लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड-2014
- कर्नाटक सरकार द्वारा महात्मा गांधी प्रेरणा सेवा पुरस्कार-2014
- राष्ट्रीय सद्भावना एकता पुरस्कार-2014 नागपुर, महाराष्ट्र
08:46 October 27
मुरैना : चम्बल को दस्यु मुक्त करने में एस एन सुब्बाराब ने कराया था एक साथ 672 डकैतों का समर्पण
- चम्बल को दस्यु मुक्त करने में एस एन सुब्बाराब ने कराया था एक साथ 672 डकैतों का समर्पण
- आज शाम तक जौरा गांधी आश्रम में आएगा डॉ एसएन सुब्बाराव पार्थिव शरीर
- जौरा में डकैत समर्पण स्थल पर हो सकता है शान्ति दूत का अंतिम संस्कार
- गांधी आश्रम जौरा के संस्थापक हैं डॉ. एसएन सुब्बाराव
08:38 October 27
नहीं रहे गांधीवादी विचारक डॉ. एसएन सुब्बाराव
जयपुर/ मुरैना : गांधीवादी चिंतक डॉ. एसएन सुब्बाराव का आज सुबह जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में निधन हो गया. डॉ. एसएन सुब्बाराव की तबीयत बीते कुछ दिनों से खराब चल रही थी. जानकारी के मुताबिक जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में उन्हें इलाज के लिए भर्ती कराया गया था, लेकिन लगातार उनकी तबीयत बिगड़ रही थी. मंगलवार को उनकी तबियत को लेकर चिकित्सकों ने जानकारी देते हुए बताया था कि उनकी हालत नाजुक है. बता दें कि कि देर शाम सुब्बाराव को हार्ट अटैक आया जिसके बाद उनको जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया.
10:34 October 27
भाई जी के निधन की खबर से चंबल अंचल हुआ शोक संतृप्त आज शाम पार्थिव शरीर आएगा गांधी आश्रम जोरा
मुरैना: गांधीवादी विचारक डॉय एसएन सुब्बाराव का जोरा से गहरा संबंध है. जोरा ही नहीं बल्कि समूचे चंबल अंचल में आज भाई जी के निधन की खबर को सुनकर लोग शोक संतप्त हैं. एसएन सुबाराव का पार्थिव शरीर आज शाम तक जोरा आएगा जहां गांधी आश्रम में दर्शनों के लिए रखा जाएगा. हालांकि, अभी इस बात पर विचार विमर्श चल रहा है कि उनका अंतिम संस्कार जोरा के समर्पण स्थल पर ही किया जाए या कहीं और.
09:22 October 27
9 अगस्त 1942 को मात्र 13 साल की उम्र में जुड़ गए आजादी आंदोलन से
गांधीवादी चिंतक डॉ. एस एन सुब्बाराव 93 साल के थे. आज सुबह करीब सवा सात बजे उन्होंने अंतिम सांस ली. श्रमदान के लिए मशहूर इस गांधीवादी नेता का राजस्थान से खासा लगाव था. युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत माने जाने वाले गांधीवादी विचारक मूलत: कर्नाटक के रहने वाले थे.
9 अगस्त 1942 को मात्र 13 साल की उम्र में जुड़ गए आजादी आंदोलन से
गांधीवादी विचारक डॉ. एसएन सुब्बाराव का कर्नाटक के बेंगलुरु में 7 फरवरी 1929 को जन्म हुआ था. सुब्बाराव स्कूल में पढ़ते समय महात्मा गांधी की शिक्षा से प्रेरित थे. वह 9 अगस्त 1942 को मात्र 13 साल की उम्र में आजादी आंदोलन से जुड़ गए थे. ब्रिटिश पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने पर उन्होंने दीवार पर 'QUIT INDIA' लिखा था.तभी से सुब्बा राव स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय हो गए थे. उन्होंने छात्र जीवन के दौरान स्टूडेंट कांग्रेस और राष्ट्र सेवा दल के कार्यक्रमों में भाग लिया था.
08:55 October 27
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के भारत छोड़ो आंदोलन के सहभागी रहे प्रख्यात गांधीवादी विचारक डॉक्टर एसएन सुबाराव का निधन
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के भारत छोड़ो आंदोलन के सहभागी रहे प्रख्यात गांधीवादी विचारक डॉक्टर एसएन सुबाराव का निधन
- भारत के राष्ट्रपति द्वारा "पद्मश्री" पुरस्कार से सम्मानित
- राष्ट्रीय युवा परियोजना को राष्ट्रीय युवा पुरस्कार- 1995
- डी.लिट. काशी विद्या पीठ द्वारा सम्मानित उपाधि- 1995
- भारतीय एकता पुरस्कार
- शांतिदूत अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार - यह सम्मान वर्ल्ड पीस मूवमेंट ट्रस्ट इंडिया द्वारा प्रदान किया जाता है।
- विश्व मानवधिकार प्रोत्साहन पुरस्कार-2002
- राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार -2003
- राष्ट्रीय संप्रदाय सद्भावना पुरस्कार-2003
- जमानालाल बजाज पुरस्कार-2006
- महात्मा गांधी पुरस्कार-2008
- अनुवर्त अहिंसा पुरस्कार-2010
- भारतीय साथी संगठन दिल्ली द्वारा लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड-2014
- कर्नाटक सरकार द्वारा महात्मा गांधी प्रेरणा सेवा पुरस्कार-2014
- राष्ट्रीय सद्भावना एकता पुरस्कार-2014 नागपुर, महाराष्ट्र
08:46 October 27
मुरैना : चम्बल को दस्यु मुक्त करने में एस एन सुब्बाराब ने कराया था एक साथ 672 डकैतों का समर्पण
- चम्बल को दस्यु मुक्त करने में एस एन सुब्बाराब ने कराया था एक साथ 672 डकैतों का समर्पण
- आज शाम तक जौरा गांधी आश्रम में आएगा डॉ एसएन सुब्बाराव पार्थिव शरीर
- जौरा में डकैत समर्पण स्थल पर हो सकता है शान्ति दूत का अंतिम संस्कार
- गांधी आश्रम जौरा के संस्थापक हैं डॉ. एसएन सुब्बाराव
08:38 October 27
नहीं रहे गांधीवादी विचारक डॉ. एसएन सुब्बाराव
जयपुर/ मुरैना : गांधीवादी चिंतक डॉ. एसएन सुब्बाराव का आज सुबह जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में निधन हो गया. डॉ. एसएन सुब्बाराव की तबीयत बीते कुछ दिनों से खराब चल रही थी. जानकारी के मुताबिक जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में उन्हें इलाज के लिए भर्ती कराया गया था, लेकिन लगातार उनकी तबीयत बिगड़ रही थी. मंगलवार को उनकी तबियत को लेकर चिकित्सकों ने जानकारी देते हुए बताया था कि उनकी हालत नाजुक है. बता दें कि कि देर शाम सुब्बाराव को हार्ट अटैक आया जिसके बाद उनको जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया.