जयपुर : दौसा चिकित्सा विभाग की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां वैक्सीनेशन सेंटर पर वैक्सीन लगवाने आई एक महिला को विभाग के कर्मियों ने 10 मिनट में ही कोरोना वैक्सीन की डबल डोज लगा दी. गनीमत यह रही कि महिला को कोई साइड इफेक्ट नहीं हुआ. वह फिलहाल पूरी तरह सुरक्षित है.
बता दें यह मामला नमूना नांगल बैरसी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का है. खैरवाल निवासी रामचरण शर्मा अपनी पत्नी किरण शर्मा के साथ नंगल बेरसी स्वास्थ्य केंद्र पर कोरोना वैक्सीन लगवाने आए थे. कोवैक्सीन लगवा कर जब घर पहुंचे, तो किरण शर्मा ने अपने परिजनों को बताया कि उसे दो डोज लगी है.
जानकारी के अनुसार जब महिला वैक्सीनेशन सेंटर में बैठी थी तो पहली डोज एएनएम (सहायक नर्सिंग मिडवाइफरी) ने लगा दी थी और कुछ समय बाद दूसरी एएनएम आई जिसने आधार कार्ड मांगा और आधार कार्ड नंबर की एंट्री करवा कर उसने भी एक और डोज लगा दी. मामले को लेकर किरण के पति रामचरण ने जब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मियों से कहा, तो उन्होंने पूरे मामले से इनकार कर दिया, लेकिन गनीमत रही की डबल डोज लगने के बाद भी किरण शर्मा को कोई साइड इफेक्ट नहीं हुआ.
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सीएमएचओ ने किया इनकार
वहीं महिला को डबल डोज लगाने वाले मामले पर सीएमएचओ डॉ. मनीष चौधरी ने ईटीवी भारत को बताया कि महिला किरण शर्मा को सिर्फ एक ही डोज लगी है. पहली बार में जब उसे टीका लगाया गया तो उसकी नस में टीका लग जाने के कारण ब्लड आ गया था. जिसके बाद निकाल कर दूसरी बार में लगाया गया. जिस वजह से महिला को ऐसा महसूस हुआ कि उसे 2 टीके लगाए गए हैं. सीएमएचओ डॉ. चौधरी का कहना है कि किसी व्यक्ति को टीका नस में लग जाने की वजह से ब्लड आने की शिकायत हो जाती है जिस वजह से उसे दूसरी बार में लगाया जाता है.