रायसेन। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से महज 35 किलोमीटर दूर रायसेन जिला है. यहां सलामतपुर चौराहे के पास बौद्ध यूनिवर्सिटी में श्रीलंका के तत्कालीन राष्ट्रपति महिंद्रा राजपक्षे और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साल 2012 में बोधि वृक्ष लगाया था. तब से यह भारत और श्रीलंका के मध्य सांस्कृतिक और दोस्ती का प्रतीक है. इस वृक्ष की सुरक्षा के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने होमगार्ड के 4 जवानों को तैनात किया है. जो दिन-रात अपनी ड्यूटी करते रहते हैं.
24 घंटे पुलिस की निगाह: इन्हीं जवानों में से एक महेश पिछले 8 महीनों से बोधि वृक्ष की सुरक्षा कर रहे हैं. इससे पहले भी कई जवान यह जिम्मेदारी निभाते रहे हैं. महेश की ड्यूटी है कि इस वृक्ष को किसी प्रकार की हानि न पहुंचे, न ही कोई असामाजिक तत्व इसके साथ छेड़छाड़ करे. चौबीसों घंटे होमगार्ड के जवानों की निगाहें इस वृक्ष पर बनी रहती हैं.
रखरखाव में 15 लाख से ज्यादा खर्च: रायसेन शहर से यहां आए राहुल राठौर बताते हैं कि उन्होंने इस वृक्ष के बारे में काफी सुना था. चौबीसों घंटे पुलिस के जवान इसकी रक्षा में तैनात रहते हैं. इसके रखरखाव में 15 लाख रुपए से ज्यादा सालाना खर्च होते हैं. इसलिए सोचा कि इस वृक्ष को देखा जाए. पहुंचकर देखा तो सारी बातें सच निकलीं. चारों तरफ सुरक्षा के लिहाज से जाली भी लगी हुई है.
मिलती-जुलती इन खबरों को जरूर पढे़ं... |
VVIP से कम नहीं बोधि वृक्ष: रायसेन से ही आए राकेश बताते हैं, 'मैंने सुना था कि बोधि वृक्ष वही है, जिसके नीचे भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. जब मैं यहां आया तो मुझे पता चला कि इस वृक्ष के और भी ज्यादा मायने हैं. यह श्रीलंका और भारत सरकार की दोस्ती का प्रतीक है. श्रीलंका के राष्ट्रपति द्वारा इसे रोपित किया गया था. मध्यप्रदेश सरकार इस वृक्ष की सुरक्षा में काफी ध्यान दे रही है. यहां गार्ड लगे हुए हैं. वृक्ष को अगर कोई बीमारी होती है तो डॉक्टर उसका इलाज करते हैं. आलम ये है कि यह वृक्ष किसी VVIP से कम नहीं है, जो शान से शांति और समृद्धि का संदेश दे रहा है.'