ETV Bharat / bharat

विश्व हिंदू परिषद ने मोदी सरकार से कठोर धर्मांतरण विरोधी विधेयक लाने का किया आग्रह

विश्व हिंदू परिषद (विहिप) का सहायक संगठन बजरंग दल 1 से 10 दिसंबर तक नई दिल्ली के हर ब्लॉक में शौर्य यात्रा निकालने वाला है और इसके जरिए वह लव जिहाद और बेटियों को जिहादी मानसिकता के जाल में फंसने से रोकने का प्रयास करेगा. इसके साथ ही विहिप ने केंद्र सरकार से कड़े धर्मांतरण विरोधी विधेयक का आग्रह किया है.

Vishwa Hindu Parishad
विश्व हिंदू परिषद
author img

By

Published : Dec 1, 2022, 10:56 PM IST

नई दिल्ली: विश्व हिंदू परिषद ने मोदी सरकार से कड़े धर्मांतरण विरोधी विधेयक लाने का आग्रह किया, जिहादी मानसिकता फैलाने के लिए टुकड़े-टुकड़े गिरोह और कट्टर मौलानाओं पर आरोप लगाया. केंद्र सरकार के सुप्रीम कोर्ट को यह बताने के 2 दिन बाद कि धर्म की स्वतंत्रता के अधिकार में अन्य लोगों को किसी विशेष धर्म में परिवर्तित करने का मौलिक अधिकार शामिल नहीं है, विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने गुरुवार को मोदी सरकार से 'लव जिहाद' के खतरे को रोकने के लिए एक कड़े कानून लाने और कट्टर मौलानाओं व 'टुकड़े टुकड़े गैंग' पर इस आपराधिक मानसिकता का समर्थन करने का आरोप लगाया.

राष्ट्रीय राजधानी में मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए, संयुक्त महासचिव (विहिप) डॉ. सुरेंद्र जैन ने कहा कि ऐसे सैकड़ों मामले हैं जो रिपोर्ट नहीं किए जाते हैं और इस बात पर जोर देते हैं कि विहिप ने लव जिहाद के ऐसे मामलों की एक सूची तैयार की है जिनकी संख्या पिछले 10 वर्षों में 400 के आंकड़े को छूती है. दिल्ली में अपने लिव-इन पार्टनर आफताब द्वारा श्रद्धा वाल्कर की नृशंस हत्या ने एक और कड़े धर्मांतरण-विरोधी विधेयक लाने की बहस छेड़ दी है.

इस मामले के बारे में बात करते हुए विहिप ने कहा कि जब यह मामला आया तो लोगों को शुरू में लगा कि यह मामला एक ऐसे व्यक्ति के इर्द-गिर्द घूमता है जो एक मनोरोगी है, लेकिन यह वास्तविकता नहीं है. आरोपी ने उस मासूम बच्ची की बेरहमी से हत्या कर दी और ऐसे हजारों मामले हैं जो ज्यादातर मामलों में दर्ज ही नहीं हो पाते. जैन ने आगे कट्टर मौलानाओं और उदारवादी गिरोह पर इस मानसिकता को उनके अवांछित समर्थन के लिए हमला किया.

उन्होंने कहा कि दुनिया पिछले 1500 वर्षों से जिहाद के प्रकोप को देख रही है, जिसने लाखों निर्दोष नागरिकों की जान ले ली, पूरी सभ्यताओं को नष्ट कर दिया और अब यह लव-जिहाद जिहादी मानसिकता की नई संपत्ति बन गया है. यहां यह ध्यान देने योग्य है कि कई भाजपा शासित राज्य जैसे उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश पहले ही इस धर्मांतरण विरोधी विधेयक को पेश कर चुके हैं, जिसे विपक्ष, शिक्षाविदों और कार्यकर्ताओं द्वारा संदेह की दृष्टि से देखा जा रहा है, जिन्होंने भगवा पार्टी पर ध्रुवीकरण और धार्मिक विभाजन का माहौल बनाने का आरोप लगाया है.

विहिप ने अपने संबोधन में कहा कि जहां यह बिल लाया गया है, ऐसे मामले प्रकाश में आ रहे हैं, लेकिन साथ ही यह भी जोड़ा कि अधिकांश राज्यों ने अभी तक ऐसा कानून लाने के बारे में नहीं सोचा है और यही कारण है कि यहां ऐसे मामले दर्ज नहीं होते हैं.

पढ़ें: कांग्रेस नेताओं में मुझे गाली देने की होड़ मची है, जनता कमल का बटन दबाकर सबक सिखाए : मोदी

डॉ. जैन ने आगे कहा कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए जब हमारी लड़कियों के साथ धोखाधड़ी की जा रही है, हमने अपने युवाओं को सूचित करने का फैसला किया है और बजरंग दल 1 से 10 दिसंबर तक दिल्ली के हर ब्लॉक में शौर्य यात्रा निकालेगा, जो हमारे युवाओं को सतर्क करेगी. ताकि वे अपनी बेटियों या बहनों को जिहादी मानसिकता के जाल में फंसने से रोक सकें. जैन ने कहा, 'हम 21-31 दिसंबर तक धर्म रक्षा अभियान भी चलाएंगे.'

नई दिल्ली: विश्व हिंदू परिषद ने मोदी सरकार से कड़े धर्मांतरण विरोधी विधेयक लाने का आग्रह किया, जिहादी मानसिकता फैलाने के लिए टुकड़े-टुकड़े गिरोह और कट्टर मौलानाओं पर आरोप लगाया. केंद्र सरकार के सुप्रीम कोर्ट को यह बताने के 2 दिन बाद कि धर्म की स्वतंत्रता के अधिकार में अन्य लोगों को किसी विशेष धर्म में परिवर्तित करने का मौलिक अधिकार शामिल नहीं है, विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने गुरुवार को मोदी सरकार से 'लव जिहाद' के खतरे को रोकने के लिए एक कड़े कानून लाने और कट्टर मौलानाओं व 'टुकड़े टुकड़े गैंग' पर इस आपराधिक मानसिकता का समर्थन करने का आरोप लगाया.

राष्ट्रीय राजधानी में मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए, संयुक्त महासचिव (विहिप) डॉ. सुरेंद्र जैन ने कहा कि ऐसे सैकड़ों मामले हैं जो रिपोर्ट नहीं किए जाते हैं और इस बात पर जोर देते हैं कि विहिप ने लव जिहाद के ऐसे मामलों की एक सूची तैयार की है जिनकी संख्या पिछले 10 वर्षों में 400 के आंकड़े को छूती है. दिल्ली में अपने लिव-इन पार्टनर आफताब द्वारा श्रद्धा वाल्कर की नृशंस हत्या ने एक और कड़े धर्मांतरण-विरोधी विधेयक लाने की बहस छेड़ दी है.

इस मामले के बारे में बात करते हुए विहिप ने कहा कि जब यह मामला आया तो लोगों को शुरू में लगा कि यह मामला एक ऐसे व्यक्ति के इर्द-गिर्द घूमता है जो एक मनोरोगी है, लेकिन यह वास्तविकता नहीं है. आरोपी ने उस मासूम बच्ची की बेरहमी से हत्या कर दी और ऐसे हजारों मामले हैं जो ज्यादातर मामलों में दर्ज ही नहीं हो पाते. जैन ने आगे कट्टर मौलानाओं और उदारवादी गिरोह पर इस मानसिकता को उनके अवांछित समर्थन के लिए हमला किया.

उन्होंने कहा कि दुनिया पिछले 1500 वर्षों से जिहाद के प्रकोप को देख रही है, जिसने लाखों निर्दोष नागरिकों की जान ले ली, पूरी सभ्यताओं को नष्ट कर दिया और अब यह लव-जिहाद जिहादी मानसिकता की नई संपत्ति बन गया है. यहां यह ध्यान देने योग्य है कि कई भाजपा शासित राज्य जैसे उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश पहले ही इस धर्मांतरण विरोधी विधेयक को पेश कर चुके हैं, जिसे विपक्ष, शिक्षाविदों और कार्यकर्ताओं द्वारा संदेह की दृष्टि से देखा जा रहा है, जिन्होंने भगवा पार्टी पर ध्रुवीकरण और धार्मिक विभाजन का माहौल बनाने का आरोप लगाया है.

विहिप ने अपने संबोधन में कहा कि जहां यह बिल लाया गया है, ऐसे मामले प्रकाश में आ रहे हैं, लेकिन साथ ही यह भी जोड़ा कि अधिकांश राज्यों ने अभी तक ऐसा कानून लाने के बारे में नहीं सोचा है और यही कारण है कि यहां ऐसे मामले दर्ज नहीं होते हैं.

पढ़ें: कांग्रेस नेताओं में मुझे गाली देने की होड़ मची है, जनता कमल का बटन दबाकर सबक सिखाए : मोदी

डॉ. जैन ने आगे कहा कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए जब हमारी लड़कियों के साथ धोखाधड़ी की जा रही है, हमने अपने युवाओं को सूचित करने का फैसला किया है और बजरंग दल 1 से 10 दिसंबर तक दिल्ली के हर ब्लॉक में शौर्य यात्रा निकालेगा, जो हमारे युवाओं को सतर्क करेगी. ताकि वे अपनी बेटियों या बहनों को जिहादी मानसिकता के जाल में फंसने से रोक सकें. जैन ने कहा, 'हम 21-31 दिसंबर तक धर्म रक्षा अभियान भी चलाएंगे.'

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.