नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने सोमवार को दोहराया कि भारत का विशाल टीकाकरण कार्यक्रम कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर से सफलतापूर्वक निपटने में सक्षम रहा है.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में मंडाविया ने कहा कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन सहित विभिन्न एजेंसियों के सहयोग से टीकाकरण कार्यक्रम बहुत ही प्रभावशाली और सार्थक तरीके से Covid19 महामारी की तीसरी लहर से सफलतापूर्वक निपटने में सक्षम है.
हालांकि, टीकाकरण के लिए स्पष्ट संदेश को देश के कोने-कोने तक पहुंचाने की जरूरत है. आईएमए के प्रतिनिधिमंडल के अध्यक्ष डॉ. सहजानंद प्रसाद सिंह, महासचिव डॉ जयेश लेले ने मंडाविया से मुलाकात की और कई मुद्दों पर चर्चा की.
स्वास्थ्य मंत्री ने आईएमए द्वारा उठाए गए विभिन्न मुद्दों को समयबद्ध तरीके से हल करने का आश्वासन दिया. आईएमए प्रतिनिधिमंडल ने आपराधिक चिकित्सा लापरवाही और डॉक्टरों की गिरफ्तारी से संबंधित आपराधिक प्रक्रिया संहिता में खंड 304-सी को शामिल करने पर भी जोर दिया है. स्वास्थ्य मंत्री और आईएमए प्रतिनिधिमंडल के बीच हुई बैठक में पिछले तीन वर्षों से लंबित बीसी रॉय पुरस्कारों को प्रदान करने पर भी जोर दिया गया.
बैठक में उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के दायरे से स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं को स्पष्ट रूप से हटाने, सीआरपीसी के उपयुक्त संशोधनों के माध्यम से डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा के निषेध से संबंधित प्रावधानों को शामिल करने पर भी प्रकाश डाला गया.
देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 2,02,131 हुई
उधर, भारत में एक दिन में कोविड-19 के 16,051 नए मामले सामने आने के बाद देश में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4,28,38,524 हो गई. पिछले 15 दिन से दैनिक मामलों की संख्या एक लाख से कम बनी हुई है. वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 2,02,131 रह गई है. आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण से अभी तक 5,12,109 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र के 1,43,582, केरल के 64,145, कर्नाटक के 39,795, तमिलनाडु के 37,980, दिल्ली के 26,101, उत्तर प्रदेश के 23,433 और पश्चिम बंगाल के 21,132 लोग थे.
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स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं. मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है.