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पार्टियां किसानों को बरगला रहीं, किसान अपनी आपत्तियां बताएं : बालियान - Union Minister Sanjeev Balyan

तीन कृषि कानूनों के खिलाफ यूपी के मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत हुई इसे लेकर केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान (Union Minister Sanjeev Balyan) का कहना है कि विपक्षी पार्टियां किसानों के कंधे पर बंदूक रख चला रही हैं. 'ईटीवी भारत' की वरिष्ठ संवाददाता अनामिका रत्ना से खास बातचीत में जानिए उन्होंने क्या कहा.

केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान
केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान
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Published : Sep 6, 2021, 8:19 PM IST

Updated : Sep 6, 2021, 10:57 PM IST

नई दिल्ली : महापंचायत में किसान नेताओं ने जो भी आरोप लगाए हैं या उन्हें जो भी आपत्तियां हैं वह सरकार से आकर बात करें. सरकार किसानों से बातचीत करने के लिए तैयार है लेकिन कहीं ना कहीं पार्टियां किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर चला रही हैं. ऐसा कहना है केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के किसान नेता संजीव बालियान का.

केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने कहा कि किसानों की महापंचायत में जो भी बातें रह गईं उसे लेकर किसान सरकार से आकर बात करें, सरकार उनकी बात सुनने को तैयार है. कई दौर की बैठक हो भी चुकी है. उन्होंने कहा कि आंदोलन राजनीतिक है या किसानों का इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते लेकिन यह भी सत्य है कि कल की महापंचायत में अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों ने किसानों के लिए लंगर लगा कर रखे थे जिससे साफ है कि यह राजनीतिक पार्टियां किसानों को बरगला रही हैं.

उन्होंने कहा कि जहां तक किसान नेता राकेश टिकैत की तरफ से 'अल्लाह हू अकबर' और 'हर हर महादेव' जैसे नारे का सवाल है तो ऐसे नारे पहले भी किसान महापंचायत में लगाए जाते रहे हैं. इस सवाल पर कि समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने सरकार पर किसानों को आतंकवादी कहने का आरोप लगाया है, बालियान ने कहा कि अखिलेश यादव यह बात कब की कर रहे हैं? सरकार या सरकार के किसी नुमाइंदे ने किसानों को आतंकवादी नहीं कहा है.

'पार्टियों के अपने एजेंडे नहीं रह गए'
केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने साफ शब्दों में कहा कि चाहे वह समाजवादी पार्टी हो चाहे बहुजन समाज पार्टी हो या कोई अन्य राजनीतिक पार्टियां, जो किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर राजनीति कर रही है उनके अपने एजेंडे अब नहीं रह गए हैं और ना ही अपना जनाधार रह गया है.

इस सवाल पर कि क्या किसान आंदोलन दिल्ली से उत्तर प्रदेश की तरफ स्विफ्ट हो गया है. उन्होंने कहा कि आपके सवाल में ही जवाब छुपा है. उत्तर प्रदेश की तरफ यह आंदोलन क्यों बढ़ रहा है यह जगजाहिर है. उत्तर प्रदेश में चुनाव है, पंजाब में चुनाव है. बाकी राज्यों में भी चुनाव है. यह आंदोलन चुनाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश की तरफ बढ़ रहा है लेकिन जहां तक बात किसानों की है उन्होंने कहा कि 'मैं सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि उत्तर प्रदेश में दोबारा भारतीय जनता पार्टी की ही सरकार बनेगी.'

पढ़ें- UP में किसान महापंचायत से दिल्ली तक बढ़ा सियासी पारा

इस सवाल पर कि क्या फॉर्म बिल से देशभर के किसानों पर असर पड़ेगा. उन्होंने कहा कि इस आंदोलन में तो पंजाब के ही ज्यादा किसान हैं. बाकी राज्यों के किसान है ही नहीं. इस सवाल पर कि बाकी राज्यों में भी किसानों की कुछ मांगे हैं, खासतौर पर उत्तर प्रदेश में भी गन्ना किसान मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 'गन्ना किसानों की मांग के साथ मैं भी खड़ा हूं और मैं भी सरकार से मांग करता हूं कि उन्हें उचित मूल्य मिलना चाहिए लेकिन बात जहां राजनीति की है तो ऐसे में सरकार से क्या बातचीत हो सकती है.

नई दिल्ली : महापंचायत में किसान नेताओं ने जो भी आरोप लगाए हैं या उन्हें जो भी आपत्तियां हैं वह सरकार से आकर बात करें. सरकार किसानों से बातचीत करने के लिए तैयार है लेकिन कहीं ना कहीं पार्टियां किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर चला रही हैं. ऐसा कहना है केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के किसान नेता संजीव बालियान का.

केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने कहा कि किसानों की महापंचायत में जो भी बातें रह गईं उसे लेकर किसान सरकार से आकर बात करें, सरकार उनकी बात सुनने को तैयार है. कई दौर की बैठक हो भी चुकी है. उन्होंने कहा कि आंदोलन राजनीतिक है या किसानों का इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते लेकिन यह भी सत्य है कि कल की महापंचायत में अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों ने किसानों के लिए लंगर लगा कर रखे थे जिससे साफ है कि यह राजनीतिक पार्टियां किसानों को बरगला रही हैं.

उन्होंने कहा कि जहां तक किसान नेता राकेश टिकैत की तरफ से 'अल्लाह हू अकबर' और 'हर हर महादेव' जैसे नारे का सवाल है तो ऐसे नारे पहले भी किसान महापंचायत में लगाए जाते रहे हैं. इस सवाल पर कि समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने सरकार पर किसानों को आतंकवादी कहने का आरोप लगाया है, बालियान ने कहा कि अखिलेश यादव यह बात कब की कर रहे हैं? सरकार या सरकार के किसी नुमाइंदे ने किसानों को आतंकवादी नहीं कहा है.

'पार्टियों के अपने एजेंडे नहीं रह गए'
केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने साफ शब्दों में कहा कि चाहे वह समाजवादी पार्टी हो चाहे बहुजन समाज पार्टी हो या कोई अन्य राजनीतिक पार्टियां, जो किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर राजनीति कर रही है उनके अपने एजेंडे अब नहीं रह गए हैं और ना ही अपना जनाधार रह गया है.

इस सवाल पर कि क्या किसान आंदोलन दिल्ली से उत्तर प्रदेश की तरफ स्विफ्ट हो गया है. उन्होंने कहा कि आपके सवाल में ही जवाब छुपा है. उत्तर प्रदेश की तरफ यह आंदोलन क्यों बढ़ रहा है यह जगजाहिर है. उत्तर प्रदेश में चुनाव है, पंजाब में चुनाव है. बाकी राज्यों में भी चुनाव है. यह आंदोलन चुनाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश की तरफ बढ़ रहा है लेकिन जहां तक बात किसानों की है उन्होंने कहा कि 'मैं सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि उत्तर प्रदेश में दोबारा भारतीय जनता पार्टी की ही सरकार बनेगी.'

पढ़ें- UP में किसान महापंचायत से दिल्ली तक बढ़ा सियासी पारा

इस सवाल पर कि क्या फॉर्म बिल से देशभर के किसानों पर असर पड़ेगा. उन्होंने कहा कि इस आंदोलन में तो पंजाब के ही ज्यादा किसान हैं. बाकी राज्यों के किसान है ही नहीं. इस सवाल पर कि बाकी राज्यों में भी किसानों की कुछ मांगे हैं, खासतौर पर उत्तर प्रदेश में भी गन्ना किसान मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 'गन्ना किसानों की मांग के साथ मैं भी खड़ा हूं और मैं भी सरकार से मांग करता हूं कि उन्हें उचित मूल्य मिलना चाहिए लेकिन बात जहां राजनीति की है तो ऐसे में सरकार से क्या बातचीत हो सकती है.

Last Updated : Sep 6, 2021, 10:57 PM IST
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