भोपाल। कूनो में लगातार हो रही चीतों और शावकों की मौत के बाद अब केन्द्र सरकार एक्शन में आ गई है. केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव इसको लेकर 29 मई को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ बैठक करेंगे. इस दौरान कूनो में तमाम व्यवस्थाओं, जरूरतों और कमियों की समीक्षा की जाएगी. मुख्यमंत्री ने इसको लेकर आज शुक्रवार को वन विभाग के वाइल्ड लाइफ से जुड़े अधिकारियों की बैठक बुलाई है.
2 माह में 3 शावक सहित 6 चीतों की मौत: चीता प्रोजेक्ट के तहत मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में चीतों को बसाया गया है, लेकिन पिछले दो माह में यहां शावकों सहित 6 चीतों की मौत पर कई सवाल खड़े होने लगे हैं. गुरूवार को कूनो में 2 और चीता शावकों ने दम तोड़ दिया. बताया जा रहा है कि तेज गर्मी यह शावक सहन नहीं कर सके. 23 मई को श्योपुर में तापमान 46 से 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. उधर बाकी बचे एक शावक की भी हालत नाजुक बनी हुई है. लगातार चीतों और शावकों की मौतों को नहीं रोका गया तो चीता प्रोजेक्ट ही संकट में पड़ जाएगा. इसको लेकर केंद्र सरकार भी एक्शन में आ गया है. मोदी सरकार में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव 29 मई को भोपाल आ रहे हैं, वे इसको लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा करेंगे.
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केंद्र ने गठित की कमेटी: उधर लगातार चीतों की मौत से चिंतित नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी ने चीता विशेषज्ञ और ग्लोबल टाइगर फोरम के महासचिव डॉ. राजेश गोपाल की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित कर दी है. इस कमेटी में 11 सदस्यों के अलावा चार विदेशी एक्टसपर्ट सलाहकार मंडल भी रहेगा. यह कमेटी चीता पुनर्वास से जुड़े मामलों को लेकर निर्णय लेगा. अब चीता टास्क फोर्स के स्थान पर यह कमेटी ही चीता प्रोजेक्ट से जुड़े मामलों में फैसला लेगी.