उज्जैन। प्रदेश में कड़ाके की ठंड के बीच उज्जैन के महाकाल थाना क्षेत्र में 3 वृद्ध भिखारियों की मौत होने से हड़कंप मच गया. मृतकों की उम्र 70 से 75 साल के लगभग है. पुलिस ने तीनों शव का पोस्टमॉर्टम कराया तो पता चला की तीनों की मौत हार्ट अटैक से हुई है. संभवत: सर्द मौसम में फुटपाथ पर रहने वाले तीनों वृद्ध भिखारियों की मौत ठंड अधिक होने की वजह से हार्ट पर असर पड़ने से हुई है. तीनों के शव नृसिंह घाट क्षेत्र, गणगौर दरवाजा व भारत माता आश्रम के पास मिले थे. इनमें दो अज्ञात हैं, जबकि एक की पहचान नागू राव के रूप में हुई है.
रैन बसेरा से दूर फुटपाथी: उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि तीन मौत 24 घंटे के अंतराल में हुई है. सभी का पोस्टमॉर्टम हुआ है. उसमें हार्ट अटैक का कारण सामने आया है. इसके साथ-साथ दूसरी बीमारियां भी उन लोगों को थी. ठंड के कारण मौत हुई, ये कहना गलत है, ऐसा कोई भी लक्षण नहीं पाया गया है. लेकिन ठण्ड ज्यादा पड़ रही है उस को देखते हुए नगर निगम कमिश्नर को निर्देशित किया गया है. नगर निगम के रैन बसेरा में सभी के लिए व्यवस्था की गई है.
सर्दी की रातों में सड़कों पर रह रहे गरीब, फिर किस लिए बने हैं यह रैन बसेरे, जानिए क्या है हकीकत
ठंड के कारण हार्ट अटैक: उज्जैन सिविल अस्पताल के आरएमओ डॉ. भोजराज शर्मा ने बताया कि तीन बुजुर्गो की मौत हार्ट अटैक से हुई थी. इनका पोस्टमॉर्टम किया गया तो पता चला कि हार्ट अटैक के केस ठंड के मौसम में बढ़ जाते हैं. उसका सीधा असर हार्ट पर होता है. जिसकी ठंड में ज्यादा संभावना होती है. इस वजह से उनकी मौत हुई है. तीनों की उम्र 70 वर्ष के लगभग थी. लगातार बढ़ रही ठंड के बाद सबसे ज्यादा असर फुटपाथ पर रहने वाले लोगों पर पड़ा है.