देहरादून: चारधाम यात्रा 2023 को लेकर उत्तराखंड सरकार ने जो उम्मीद जताई थी, वो श्रद्धालुओं के रजिस्ट्रेशन की संख्या को देखते हुए साफ-साफ नजर आ रही है. उत्तराखंड सरकार की उम्मीदों के मुताबिक चारधाम यात्रा 2023 में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या इस बार पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दी. अभीतक चारधाम के लिए 9.5 लाख से ज्यादा श्रद्धालु अपना रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं. वहीं गढ़वाल मंडल विकास निगम के पास भी करीब 7 करोड़ से ज्यादा होटलों की बुकिंग आ चुकी है, जिससे सरकार भी गदगद है.
उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2023 को लेकर श्रद्धालुओं में अलग ही जोश देखने को मिल रहा है. सरकार की उम्मीदों के मुताबिक श्रद्धालुओं के रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. यही कारण है कि सरकार भी पूरे दमखम के साथ चारधाम यात्रा की तैयारी में जुटी हुई है. सरकार की पूरी कोशिश है कि चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की किसी भी तरह की दिक्कतों का सामना न करना पड़े.
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इस बारे में उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज का कहना है कि जिस तरह से यात्रियों का रुझान रजिस्ट्रेशन और बुकिंग को लेकर के सामने आ रहा है, उससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस बार यात्रा अपने सारे रिकॉर्ड तोड़ेगी. उन्होंने कहा है कि पिछले यात्रा सीजन के आंकड़े बताते हैं कि कोविड के प्रतिबंधन हटाने के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने उत्तराखंड का रूख किया था.
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने अपना बयान जारी करते हुए कहा कि 22 अप्रैल से यात्रा की शुरुआत होने जा रही है, जिसको लेकर के केदारनाथ धाम के लिए अब तक 349944, बदरीनाथ धाम के लिए 291537, यमुनोत्री धाम के लिए 1611499 और गंगोत्री धाम के लिए 16630 यात्रियों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है. इस तरह से अब तक कुल 968951 यात्रियों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवा दिया है, तो वहीं गढ़वाल मंडल विकास निगम गेस्ट हाउस में अब तक 74177667 रुपए तक की बुकिंग हो चुकी है.
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पर्यटन मंत्री महाराज ने बयान जारी करते हुए कहा कि बदरीनाथ धाम को स्मार्ट स्प्रिचुअल हिल टाउन के रूप में विकसित करने के लिए सरकार चरणबद्ध तरीके से काम कर रही है. यात्रा और पर्यटन के विकास के लिए कनेक्टिविटी ने बड़ी भूमिका निभाई है. उत्तराखंड राज्य में सड़क कनेक्टिविटी और प्रदेश को अन्य राज्यों से जोड़ने के लिए एयर कनेक्टिविटी पर काम हो रहा है.
ऑल वेदर रोड का काम आखिरी चरण में है. इसके अलावा ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन का काम युद्धस्तर पर चल रहा है. गोविंदघाट-हेमकुंड साहिब और सोनप्रयाग-केदारनाथ रोपवे प्रॉजेक्ट की शुरुआत हो चुकी है और इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य अगले तीन साल में रखा गयी है. वहीं, इसके अलावा हाल ही में धामी सरकार ने खरसाली से यमुनोत्री तक 166 करोड़ का रोपवे प्रोजेक्ट को स्वीकृति दी गयी है.