मुंबई : महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना के विधायकों ने सोमवार को मांग उठाई कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक नितेश राणे को राज्य के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे के साथ अनुचित आचरण के लिए निलंबित किया जाए. इसके बाद सदन की कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित कर दी गई.
प्रश्नकाल के बाद शिवसेना विधायक सुहास कांदे ने यह मुद्दा उठाया. उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले सप्ताह राणे जब विधान भवन परिसर में बैठे थे, तब उन्होंने भवन के भीतर जा रहे ठाकरे को ओर देखकर 'म्याऊं' की आवाज निकाली थी. कांदे ने कहा कि सभी सदस्य इस पर एकमत हैं कि नेताओं के विरुद्ध अभद्र आचरण की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए, लेकिन राणे ने अपने बर्ताव को सही ठहराया और संवाददाताओं से कहा कि वह ऐसा करते रहेंगे.
कांदे ने कहा, 'आदित्य ठाकरे एक सम्मानित व्यक्ति हैं और उन्होंने नितेश राणे पर ध्यान नहीं दिया. हम अपने नेता का इस प्रकार से अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे.' उन्होंने मांग की कि या तो राणे सदन में माफी मांगें या उन्हें निलंबित किया जाए. शिवसेना विधायक सुनील प्रभु ने कांदे का समर्थन किया. पार्टी के एक अन्य सदस्य भास्कर जाधव ने मांग उठाई कि राणे को विधानसभा की सदस्यता से स्थायी तौर पर निलंबित कर देना चाहिए.
शिवसेना सदस्यों की नारेबाजी और हंगामे के चलते सदन के पीठासीन अधिकारी ने 10 मिनट के लिए विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी. गौरतलब है कि नितेश राणे, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के बेटे हैं.
सदन की कार्यवाही फिर से शुरू होने के बाद नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि नितेश को उनके बर्ताव के लिए फटकार लगाई जाएगी. हालांकि, उन्होंने कहा कि सदन के बाहर हुई घटना के लिए एक सदस्य को निलंबित करना ठीक नहीं है. इससे पहले फडणवीस ने कहा था कि जब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता छगन भुजबल सदन में प्रवेश करते थे, तब भास्कर जाधव आवाज निकालते थे. भाजपा के चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि उन्हें आश्चर्य है कि जो घटना सदन के बाहर हुई, उस पर विधानसभा में चर्चा क्यों हो रही है. पीठासीन अधिकारी ने कहा कि ऐसी घटनाएं पुन: न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए मंगलवार को सभी दलों के नेताओं के साथ बैठक की जाएगी.
ये भी पढ़ें : नवाब मलिक ने फिर लगाए गंभीर आरोप, कहा- प्राइवेट आर्मी की मदद से पैसे वसूलती है NCB
(एक्स्ट्रा इनपुट-पीटीआई-भाषा)