रीवा। ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का निधन हो गया है. एलिजाबेथ कभी हिंदुस्तान के दिल मध्यप्रदेश की यात्रा पर तो नहीं आईं लेकिन प्रदेश से उनका जुड़ाव रहा है. रीवा की महारानी प्रवीण कुमारी और क्वीन एलिजाबेथ के बीच अच्छी दोस्ती थी. महारानी एलिजाबेथ तो रीवा नहीं आ सकीं, लेकिन प्रवीण कुमारी ने बंकिघम पैलेस जाकर ब्रिटेन की महारानी से मुलाकात की थी. इतिहास के जानकार बताते हैं कि इतिहास के पन्नो में वो किस्सा भी दर्ज है कि महारानी एलिजाबेथ की भारत यात्रा के समय रीवा की महारानी प्रवीण कुमारी ने उन्हें सफेद बाघ तोहफे के रुप में भेजने का ऑफर दिया था. हांलाकि ये ऑफर ऑफर ही रहा.
जब सफेद बाघिन ने मोह लिया था महारानी का मन: इतिहासकार असद खान बताते हैं कि 1961 में जब महारानी एलिजाबेथ द्वितीय भारत के दौरे पर आई थीं तब वे दिल्ली का जू देखने गईं थी. जू का सबसे बड़ा आकर्षण थी उस समय रीवा से लाई गए सफेद बाघि . रीवा के इतिहास के जानकार असद खान वो पूरा वाकया सुनाते हैं, जब महारानी एलिजाबेथ ने जब उस बाघिन को देखा तो उसकी सुंदरता को वो देखती ही रह गई. महारानी को बाघिन बहुत पसंद आई.
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रीवा की महारानी प्रवीण कुमारी ने की बाघ की पेशकश: रीवा के इतिहास को लेकर कई किताबें लिख चुके इतिहासकार असद खान बताते हैं कि महारानी एलिजाबेथ और रीवा की महारानी प्रवीण कुमारी के बहुत अच्छे संबंध थे. महारानी प्रवीण कुमारी को जब यह पता चला कि महारानी एलिजाबेथ को सफेद बाघिन पसंद आई तो उन्होंने फैसला लिया कि रीवा के गोविंदगढ़ से एक सफेद बाघिन क्वीन एलिजाबेथ को भिजवाई जाएगी. हांलाकि ये ऑफर ही रहा, क्योंकि उस समय बाघिन को भेजना इतना आसान नहीं था.
रीवा की महारानी गई थी ब्रिटेन: रीवा की महारानी प्रवीण कुमारी ब्रिटिश क्वीन एलिजाबेथ से मिलने इंग्लैंड भी गई थीं. इतिहासकार असद खान बताते हैं कि महारानी ने रीवा लौटने के बाद जब महारानी से हुई मुलाकात के बारे में बताया तो ये भी बताया था कि इस मुलाकात में उन्होंने रीवा की सफेद बाघिन का भी ज़िक्र किया था.