रायपुर: राहुल गांधी आज छत्तीसगढ़ दौरे पर पहुंचे. एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मंत्रियों ने उनका भव्य स्वागत किया. इसके बाद राहुल गांधी साइंस कॉलेज मैदान पहुंचे. उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश के विभिन्न जगहों की लगी स्टॉल और प्रदर्शनी को देखा. राहुल गांधी का बस्तर के कलाकारों ने गौर मुकुट पहनाकर स्वागत किया. राहुल गांधी ने बस्तर गैलरी में बने दंतेश्वरी माई मंदिर में मत्था टेका. उन्होंने डेनेक्स के स्टॉल से नेहरू जैकेट भी खरीदी. इसके बाद राहुल गांधी ने राजीव गांधी ग्रामीण कृषि मजदूर न्याय योजना की पहली किस्त की राशि ट्रांसफर की. उन्होंने अमर जवान ज्योति और वर्धा की तर्ज पर बन रहे सेवाग्राम का भी शिलान्यास किया.
राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि मैंने लोकसभा में भाषण दिया और उसमें कहा कि हिंदुस्तान के सामने दो-तीन बहुत बड़ी चुनौतियां हैं. बीजेपी और उनकी विचारधारा हमारे प्यारे देश को खतरे की ओर ले जा रही है. मैंने लोकसभा में यह समझाया. आज भी मैं आपको बताना चाहता हूं कि खतरा किस बात का है. सबसे पहला खतरा बीजेपी आज एक देश को दो देशों में बांट रही है. दो नए देश बनाए जा रहे हैं. एक देश चुने हुए अरबपतियों का है. उस देश में हवाई जहाज, हाई टेक्नोलॉजी, धन, स्टॉक मार्केट का पैसा, जो भी आप चाहते हैं वह आप ले सकते हैं. दूसरा देश हमारे प्यारे देशवासियों का है. एक अमीर देश है 500 लोगों का और दूसरा देश करोड़ों लोगों का है. ये सोचते हैं कि दो देश बनाने से गरीबों का देश शांत बैठा रहेगा. वो सोचते हैं कि गरीबों में शक्ति नहीं है. हिंदुस्तान का गरीब डरता है. लेकिन हिंदुस्तान का गरीब किसी से नहीं डरता है. हिंदुस्तान को किसी ने यहां तक पहुंचाया है, अगर इस देश में तरक्की हुई है तो वह पार्टी की देन नहीं है, यह हिंदुस्तान के गरीब, किसान, मजदूरों की देन है. ये कांग्रेस पार्टी का अपमान नहीं करते बल्कि गरीब, किसान, मजदूरों का अपमान करते हैं. आज वे चाहते हैं कि जिन लोगों ने इस देश को बनाया, जिन करोड़ों लोगों ने इस देश को बनाया उन लोगों को परे कर दिया जाए और सौ-दौ सौ लोगों को देश का पूरा धन पकड़ा दिया जाए.
उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान के सौ सबसे अमीर लोगों के पास हिंदुस्तान के 40 प्रतिशत लोगों से ज्यादा धन है. जितना धन हिंदुस्तान की चालीस फीसदी आबादी के पास है, उतना धन आज 100 लोगों के पास हैं. 40 प्रतिशत लोग भूखे मरें और नरेंद्र मोदी के 5-10 उद्योगपति मित्र पूरा धन अपनी जेब में डालें. ऐसा हिंदुस्तान हमें नहीं चाहिए. इस देश में प्रगति होगी तो सभी की होगी, दो-चार उद्योगपतियों की नहीं. आज छत्तीसगढ़ में बहुत बड़ा कदम उठाने जा रहे हैं. हमने आपसे पहले वादा किया था कि 2500 रुपए चाहे कुछ भी हो जाए छत्तीसगढ़ के किसान को मिलेगा. हमने यह करके भी दिखाया. हमने छत्तीसगढ़ के हर किसान को उसकी मेहनत का सही दाम दिया. वही काम हम आज छत्तीसगढ़ के मजदूरों के लिए कर रहे हैं. 3 लाख 55 हजार किसानों को सीधा फायदा होगा. उनके कंधे पर जो बोझ है, वह थोड़ा कम हो जाएगा.
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राहुल गांधी ने कहा कि यह देश एक गुलदस्ता जैसा है. इसमें अलग-अलग विचारधाराएं हैं. छत्तीसगढ़ में आपकी अलग सोच है. अलग संस्कृति है, दूसरे प्रदेश में यह अलग है. लेकिन हिंदुस्तान किसी एक सोच का नहीं है. अगर हम यह कहें कि हिंदुस्तान में सिर्फ छत्तीसगढ़ की सोच रहनी चाहिए तो यह गलत होगा. बीजेपी और आरएसएस चाहते हैं कि उनकी विचारधारा इस देश के सब प्रदेशों पर, सब भाषाओं पर राज हो. छत्तीसगढ़ के लोगों को कैसे जीना चाहिए. छत्तीसगढ़ के आदिवासियों का जंगल के साथ, खेत के साथ क्या रिश्ता होना चाहिए. यह दूसरे प्रदेश के लोग नहीं बता सकते.
क्या है राजीव गांधी ग्रामीण कृषि मजदूर न्याय योजना
छत्तीसगढ़ में भूमिहीन किसानों के लिए राजीव गांधी ग्रामीण कृषि मजदूर न्याय योजना (Rajiv Gandhi Gramin Krishi Mazdoor Nyay Yojana in chhattisgarh) की शुरुआत हुई है. रायपुर में राहुल गांधी ने हितग्राहियों के खाते में योजना की पहली किस्त की राशि ट्रांसफर की. इस योजना के शुभारंभ के अवसर पर 3 लाख 55 हजार हितग्राहियों के खाते में पहली किस्त के रूप में 2 हजार रुपये की राशि ट्रांसफर की गई. इस योजना के लिए 600 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है. इस योजना के जरिए 10 लाख लोगों को फायदा मिलेगा. इस योजना के तहत 3 किस्तों में सालाना 6000 रुपये की राशि जारी की जाएगी.
राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना (rajiv gandhi gramin krishi mazdoor nyay yojana ) ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर परिवारों के अंतर्गत चरवाहा, बढ़ई, लोहार, मोची, नाई, धोबी और पुरोहित जैसे पौनी-पसारी व्यवस्था से जुड़े परिवार, वनोपज संग्राहकों को जोड़ा गया है. इस योजना में ऐसे लोगों को पात्र बनाया गया है. जिनके पास आवासीय भूमि तो है लेकिन कृषि भूमि नहीं है. सितंबर 2021 में योजना के लिए पंजीयन की शुरुआत हुई थी. 30 नवंबर तक पात्र लोगों ने योजना का लाभ लेने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया.
अमर जवान ज्योति की आधारशिला
छत्तीसगढ़ में दिल्ली के तर्ज पर अमर जवान ज्योति बनाई जाएगी. राहुल गांधी ने इसकी आधारशिला रखी. छत्तीसगढ़ अमर जवान ज्योति में शहीदों की नामावली सूची की दीवार, मेमोरियल टावर, वीवीआइपी मंच भी तैयार किया जाएगा. शहीदों की नामावली सूची की दीवार की दीवार का निर्माण ब्राउन मार्बल और शहीदों के नाम उसी मार्बल में खुदाई कराकर लिखे जाएंगे. यह दीवार लगभग 25 फीट ऊंची और लगभग 100 फीट लंबी होगी.दीवार की मोटाई 3 फीट होगी.
सेवाग्राम का भूमिपूजन
छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार गांधीवादी सिद्धांतों और नियमों को लोगों तक पहुंचाने के लिए वर्धा की तर्ज पर नवा रायपुर में गांधी सेवाग्राम बनाने जा रही है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान से इसका वर्चुअल भूमिपूजन किया. इस गांव को शिल्पग्राम का नाम दिया गया है. सेवाग्राम के लिए करीब 76 एकड़ जमीन का चयन नवा रायपुर में किया है. सेवाग्राम के अंदर पूरा निर्माण मिट्टी और चूना जैसी प्राकृतिक चीजों से किया जाएगा. इसमें प्रदेश की परंपरागत ग्रामीण परिवेश की झलक दिखेगी. यहां तक की सड़कें भी पूरी तरह से ग्रामीण परिवेश के अनुरूप ही बनाई जाएगी. सेवाग्राम के अंदर 1.5 एकड़ के रकबे में दो नहर भी बनेगी. छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार का दावा है कि इसके माध्यम से नई पीढ़ी को गांधीवादी विचारधारा से जोड़कर युवाओं की ऊर्जा का सकारात्मक दिशा में उपयोग किया जा सकता है.