तुमकुर : कंपनी के शोरुम में सेल्समैन द्वारा अपमानित किसान के घर पिकअप पहुंचा दिया (Pickup delivered to farmers house) गया है. बिजनेसमैन और महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने महिंद्रा एंड महिंद्रा परिवार में किसान का स्वागत किया है. आनंद महिंद्रा ने ट्वीट किया (Anand Mahindra tweeted) कि मैं मिस्टर केम्पेगौड़ा का परिवार में स्वागत करता हूं.
महिंद्रा ऑटोमोटिव ने ट्वीटर पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि 21 जनवरी को हमारे डीलरशिप शोरुम में केम्पेगौड़ा और उनके दोस्तों को हुई असुविधा के लिए हमें खेद है. जैसा कि वादा किया गया था, हमने उचित उपाय किए हैं और मामला अब हल हो गया है. हम चाहते हैं हमारे साथ रहने का चुनाव करने के लिए मिस्टर केम्पेगौड़ा का शुक्रिया और हम महिंद्रा परिवार में उनका स्वागत करते हैं.
शोरुम के कर्मचारियों द्वारा अपमानित किए जाने के बाद आखिरकार शुक्रवार को बोलेरो पिकअप को केम्पेगौड़ा के घर पहुंचाया गया. शोरूम के कर्मचारियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने माफी मांगी. किसान ने कहा कि जब कोई माफी मांगता है तो उसे माफ करना कर्तव्य है. स्टाफ खुद मेरे घर आए और गाड़ी डिलीवर की. मेरा इरादा है कि मेरे जैसे किसी के साथ ऐसा न हो. इस गाड़ी की कीमत 9.40 लाख है और इस पर कोई डिस्काउंट नहीं है. न तो उन्होंने पेशकश की है. मैं किसी तरह की छूट नहीं चाहता. अब मैं वाहन पाकर खुश हूं.
केम्पेगौड़ा ने शोरूम के कर्मचारियों को एक सबक सिखाया कि कभी किसी व्यक्ति को उसके कपड़ों नहीं आंकना चाहिए. क्योंकि 21 जनवरी को तुमकुर शहर स्थित शोरूम में माल वाहन खरीदने के लिए जाने पर कर्मचारियों ने उनका अपमान किया था. एक फील्ड ऑफिसर ने केम्पेगौड़ा को यह कहकर अपमानित किया था कि उसके पास 10 रुपये भी नहीं हैं तो वह वाहन कैसे खरीदेगा. अपमानित होने के बाद उसने महज एक घंटे 30 में 10 लाख रुपये का इंतजाम किया और उसी दिन डिलीवरी की मांग की. उनकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए.
केम्पेगौड़ा ने शोरूम के कर्मचारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. बाद में शोरूम के कर्मचारियों ने स्थानीय पुलिस स्टेशन में अपनी गलती के लिए माफी मांगी. आनंद महिंद्रा ने घटना के संदर्भ में अपना रुख स्पष्ट करने के लिए ट्वीटर का सहारा लिया और लिखा कि महिंद्रा राइज का मूल उद्देश्य हमारे समुदायों और सभी हितधारकों को ऊपर उठने में सक्षम बनाना है. साथ ही व्यक्ति की गरिमा को बनाए रखना है. इस दर्शन से किसी भी तरह की गड़बड़ी को बहुत तत्परता से संबोधित किया जाएगा.