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Haj Pilgrims 2022: हज यात्रियों पर कोई आर्थिक बोझ नहीं, अतीत का धोखा उजागर: नकवी

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Published : May 23, 2022, 12:44 PM IST

Updated : May 23, 2022, 6:14 PM IST

अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि सब्सिडी हटाने के बावजूद हज यात्रियों पर कोई अतिरिक्त वित्तीय बोझ नहीं पड़ा है. उन्होंने कहा कि यह दर्शाता है कि कई दशकों तक इस मामले में केवल 'राजनीतिक छल' किया गया.

हज यात्रा सब्सिडी पर मुख्तार अब्बास नकवी  , Mukhtar Abbas Naqvi on haj yatra subsidy
हज यात्रा सब्सिडी पर मुख्तार अब्बास नकवी , Mukhtar Abbas Naqvi on haj yatra subsidy

नई दिल्ली: हज 2022 यात्रियों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि सब्सिडी हटाने से हज यात्रियों पर किसी तरह का आर्थिक बोझ नहीं पड़ा है. उन्होंने कहा कि भले ही इस साल सऊदी अरब द्वारा सभी देशों के तीर्थयात्रियों का कोटा कोविड प्रतिबंधों के कारण कम कर दिया गया हो लेकिन भारत का हज कोटा अभी भी कई प्रमुख इस्लामी राष्ट्रों की तुलना में अधिक है.

नकवी ने कहा कि भारत का हज कोटा 79237 है, जिससे केवल इंडोनेशिया (100051) और पाकिस्तान (81132) का कोटा अधिक है. नकवी ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने पूरी हज प्रक्रिया में महत्वपूर्ण सुधार किए हैं, जिससे यह पूरी तरह पारदर्शी हो गया है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने व्यवस्था की है ताकि दो साल के बाद हज यात्रा करने वाले हज यात्रियों पर अनावश्यक वित्तीय बोझ न पड़े. नकवी ने कहा कि मोदी सरकार ने दशकों से चली आ रही हज सब्सिडी के राजनीतिक धोखे को पारदर्शिता और डिलीवरी के साथ फैसलों की प्रतिबद्धता के साथ खत्म किया है. सरकार ने 2018 में हज सब्सिडी को खत्म कर दिया था.

पूरी प्रक्रिया डिजिटल: नकवी ने कहा कि 100 प्रतिशत डिजिटल/ऑनलाइन हज प्रक्रिया ने भारतीय मुसलमानों के लिए हज करने में आसानी के सपने को पूरा किया है. अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने कहा कि डिजिटल/ऑनलाइन हज प्रक्रिया डिजिटल इंडिया के सर्वोत्तम उदाहरणों में से एक है. हज 2022 महत्वपूर्ण सुधारों के साथ हो रहा है. जिसमें तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य और कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है.

महिलाओं के लिए व्यवस्था: नकवी ने कहा कि पूरी हज 2022 प्रक्रिया को भारतीय और सऊदी अरब सरकारों के आवश्यक दिशानिर्देशों के साथ तैयार किया गया है. इनमें पात्रता मानदंड, आयु सीमा और स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताएं शामिल हैं. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के हज सुधारों में दशकों पुरानी हज सब्सिडी को खत्म करना और मेहरम (पुरुष साथी) के साथ हज करने के लिए महिलाओं पर प्रतिबंध को हटाना शामिल है. जिसने सुनिश्चित किया कि 3000 से अधिक मुस्लिम महिलाओं ने मेहरम के बिना हज किया है. नकवी ने कहा कि करीब 2000 मुस्लिम महिलाएं मेहरम के बिना हज 2022 के लिए जा रही हैं.

हज यात्रा 2022
हज यात्रा 2022

दी जा रही सभी जानकारियां: सरकार ने पूरी हज प्रक्रिया को पूरी तरह से ऑनलाइन कर दिया है जिसमें डिजिटल हेल्थ कार्ड, ई-मसिहा स्वास्थ्य सुविधा और ई-सामान प्री-टैगिंग शामिल है, जो भारत में ही हज यात्रियों को मक्का-मदीना में आवास और परिवहन के बारे में सभी जानकारी प्रदान करता है. अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने कहा कि 79237 भारतीय हज 2022 के लिए जाएंगे. उनमें से लगभग 50 प्रतिशत महिलाएं हैं. 56601 भारतीय मुसलमान हज 2022 के लिए भारत की हज समिति के माध्यम से जाएंगे और 22636 हज समूह आयोजकों के माध्यम से जाएंगे.

यहां-यहां से संचालित होंगी उड़ानें: इस वर्ष भारतीय हज समिति के माध्यम से यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों के 10 मुख्य स्थल होंगे. जिसमें अहमदाबाद, बेंगलुरु, कोचीन, दिल्ली, गुवाहाटी, हैदराबाद, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई और श्रीनगर शामिल है. नकवी ने कहा कि हज 2022 के लिए उड़ानें 4 जून से शुरू होंगी. पहले चरण में हज उड़ानें बेंगलुरु, कोचीन, दिल्ली, गुवाहाटी, लखनऊ और श्रीनगर से शुरू होंगी. दूसरे चरण में 17 जून को अहमदाबाद, हैदराबाद, कोलकाता और मुंबई से हज उड़ानें शुरू होंगी.

मिलेगी पूरी सहायता: भारतीय हज यात्रियों की सहायता के लिए सऊदी अरब में कुल 357 हज समन्वयक, सहायक हज अधिकारी, हज सहायक, डॉक्टर और पैरामेडिक्स तैनात किए जाएंगे. दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में हज प्रतिनियुक्तों को हज यात्रा, मक्का और मदीना में आवास, परिवहन, स्वास्थ्य सुविधाओं और सुरक्षा उपायों के बारे में सभी जानकारी दी जाएगी. अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय की सचिव रेणुका कुमार, संयुक्त सचिव निगार फातिमा साहिबा, संयुक्त सचिव, विदेश मंत्रालय, मोहम्मद नूर रहमान शेख और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे.

यह भी पढ़ें- कश्मीर घाटी से मई के 20 दिनों में 11 युवक लापता

नई दिल्ली: हज 2022 यात्रियों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि सब्सिडी हटाने से हज यात्रियों पर किसी तरह का आर्थिक बोझ नहीं पड़ा है. उन्होंने कहा कि भले ही इस साल सऊदी अरब द्वारा सभी देशों के तीर्थयात्रियों का कोटा कोविड प्रतिबंधों के कारण कम कर दिया गया हो लेकिन भारत का हज कोटा अभी भी कई प्रमुख इस्लामी राष्ट्रों की तुलना में अधिक है.

नकवी ने कहा कि भारत का हज कोटा 79237 है, जिससे केवल इंडोनेशिया (100051) और पाकिस्तान (81132) का कोटा अधिक है. नकवी ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने पूरी हज प्रक्रिया में महत्वपूर्ण सुधार किए हैं, जिससे यह पूरी तरह पारदर्शी हो गया है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने व्यवस्था की है ताकि दो साल के बाद हज यात्रा करने वाले हज यात्रियों पर अनावश्यक वित्तीय बोझ न पड़े. नकवी ने कहा कि मोदी सरकार ने दशकों से चली आ रही हज सब्सिडी के राजनीतिक धोखे को पारदर्शिता और डिलीवरी के साथ फैसलों की प्रतिबद्धता के साथ खत्म किया है. सरकार ने 2018 में हज सब्सिडी को खत्म कर दिया था.

पूरी प्रक्रिया डिजिटल: नकवी ने कहा कि 100 प्रतिशत डिजिटल/ऑनलाइन हज प्रक्रिया ने भारतीय मुसलमानों के लिए हज करने में आसानी के सपने को पूरा किया है. अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने कहा कि डिजिटल/ऑनलाइन हज प्रक्रिया डिजिटल इंडिया के सर्वोत्तम उदाहरणों में से एक है. हज 2022 महत्वपूर्ण सुधारों के साथ हो रहा है. जिसमें तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य और कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है.

महिलाओं के लिए व्यवस्था: नकवी ने कहा कि पूरी हज 2022 प्रक्रिया को भारतीय और सऊदी अरब सरकारों के आवश्यक दिशानिर्देशों के साथ तैयार किया गया है. इनमें पात्रता मानदंड, आयु सीमा और स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताएं शामिल हैं. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के हज सुधारों में दशकों पुरानी हज सब्सिडी को खत्म करना और मेहरम (पुरुष साथी) के साथ हज करने के लिए महिलाओं पर प्रतिबंध को हटाना शामिल है. जिसने सुनिश्चित किया कि 3000 से अधिक मुस्लिम महिलाओं ने मेहरम के बिना हज किया है. नकवी ने कहा कि करीब 2000 मुस्लिम महिलाएं मेहरम के बिना हज 2022 के लिए जा रही हैं.

हज यात्रा 2022
हज यात्रा 2022

दी जा रही सभी जानकारियां: सरकार ने पूरी हज प्रक्रिया को पूरी तरह से ऑनलाइन कर दिया है जिसमें डिजिटल हेल्थ कार्ड, ई-मसिहा स्वास्थ्य सुविधा और ई-सामान प्री-टैगिंग शामिल है, जो भारत में ही हज यात्रियों को मक्का-मदीना में आवास और परिवहन के बारे में सभी जानकारी प्रदान करता है. अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने कहा कि 79237 भारतीय हज 2022 के लिए जाएंगे. उनमें से लगभग 50 प्रतिशत महिलाएं हैं. 56601 भारतीय मुसलमान हज 2022 के लिए भारत की हज समिति के माध्यम से जाएंगे और 22636 हज समूह आयोजकों के माध्यम से जाएंगे.

यहां-यहां से संचालित होंगी उड़ानें: इस वर्ष भारतीय हज समिति के माध्यम से यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों के 10 मुख्य स्थल होंगे. जिसमें अहमदाबाद, बेंगलुरु, कोचीन, दिल्ली, गुवाहाटी, हैदराबाद, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई और श्रीनगर शामिल है. नकवी ने कहा कि हज 2022 के लिए उड़ानें 4 जून से शुरू होंगी. पहले चरण में हज उड़ानें बेंगलुरु, कोचीन, दिल्ली, गुवाहाटी, लखनऊ और श्रीनगर से शुरू होंगी. दूसरे चरण में 17 जून को अहमदाबाद, हैदराबाद, कोलकाता और मुंबई से हज उड़ानें शुरू होंगी.

मिलेगी पूरी सहायता: भारतीय हज यात्रियों की सहायता के लिए सऊदी अरब में कुल 357 हज समन्वयक, सहायक हज अधिकारी, हज सहायक, डॉक्टर और पैरामेडिक्स तैनात किए जाएंगे. दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में हज प्रतिनियुक्तों को हज यात्रा, मक्का और मदीना में आवास, परिवहन, स्वास्थ्य सुविधाओं और सुरक्षा उपायों के बारे में सभी जानकारी दी जाएगी. अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय की सचिव रेणुका कुमार, संयुक्त सचिव निगार फातिमा साहिबा, संयुक्त सचिव, विदेश मंत्रालय, मोहम्मद नूर रहमान शेख और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे.

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Last Updated : May 23, 2022, 6:14 PM IST
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