मुंबई : सांसद संजय राउत (Shiv Sena MP Sanjay Raut) ने शिवसेना के मुखपत्र रोकटोक में अपने साप्ताहिक स्तंभ में कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री एवं पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने 23 जनवरी को शिव सैनिकों को संबोधित करते हुए भाजपा पर पलटवार (counterattack on BJP) किया था, जो उनके (ठाकरे के) अस्वस्थ रहने को लेकर उनकी आलोचना कर रही थी.
पार्टी के राज्यसभा सदस्य ने कहा कि ठाकरे ने भाजपा के पाखंड, हिंदुत्व पर दोहरे मानदंड को लेकर उस पर प्रहार किया था तथा यह जिक्र किया कि भाजपा के साथ गठजोड़ में शिवसेना को किस कदर नुकसान हुआ. ठाकरे ने कुछ महीने पहले एक सर्जरी कराई थी. राउत ने कहा कि उनके भाषण का यह अभिप्राय था कि शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस की साझेदारी वाला महाविकास आघाडी महाराष्ट्र का भविष्य है तथा इन अटकलों में कोई सच्चाई नहीं है कि शिवसेना और भाजपा के बीच पर्दे के पीछे कोई समझौता हो रहा है और वे फिर से साथ आ सकते हैं.
यह भी पढ़ें- सच्चा 'हिंदूत्ववादी' गांधी को नहीं, जिन्ना को गोली मारता: संजय राउत
उल्लेखनीय है कि भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया था कि शिवसेना राजनीतिक रूप से उस वक्त फूली-फली जब वह भाजपा के साथ गठबंधन में थी. राउत ने कहा कि शिवसेना-भाजपा के फिर से मेल होने की कोई संभावना नहीं है. शिवसेना ने 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पद साझा किये जाने के मुद्दे को लेकर भाजपा से नाता तोड़ लिया था. शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चारों ओर कारोबारियों की एक दीवार है. राउत ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी ने भारतीय राजनीति को एक कार्यक्रम में तब्दील कर दिया है और इसे एक त्योहारी स्वरूप दे दिया है. दुनिया में ऐसा किसी ने नहीं किया है.
(पीटीआई-भाषा)