शिवपुरी/भोपाल। पन्ना से शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क लाए गए 1 बाघ के गायब होने से वन अमले में हडकंप मच गया. बताया जाता है कि बाड़े में रखे गए बाघों की निगरानी के लिए नाइट विजन कैमरे लगाए गए हैं, लेकिन देर रात जब कैमरे से बाघ को देखा गया तो वह बाड़े में नजर ही नहीं आया. इसके बाद बाघ के गायब होने की आशंका के चलते वन विभाग अमले की नींद उड़ गई, हालांकि सुबह होते ही बाड़े में बाघ को ढूंढा गया, तो वह बाड़े में ही एक गड्डे में सोता मिला, इसके बाद वन विभाग ने राहत की सांस ली. उधर माधव नेशनल पार्क के सीसीएफ उत्तम शर्मा के मुताबिक "बाड़े में रखा गया बाघ गायब नहीं हुआ है, वह बाड़े में ही मौजूद है."
पन्ना से गायब बाघिन अब भी लापता: माधव नेशनल पार्क लाई जाने वाली बाघिन अब भी लापता है. इस बाघिन के पन्ना नेशनल पार्क से शिवपुरी माधव नेशनल पार्क लाया जाना था, लेकिन ट्रेंक्युलाइज करने के ऐन पहले यह बाघिन वन अमले की आंखों से ओझल हो गई. बाद में इसे ढूंढने की बहुत कोशिश की गई, लेकिन अब तक इसे ढूंढा नहीं जा सका है. फिलहाल गायब हुई बाघिन की की वजह से माधव नेशनल पार्क में सिर्फ 2 बाघों को ही छोड़ा जा गया था.
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27 साल बाद माधव नेशनल पार्क में आए हैं बाघ: शिवपुरी के नेशनल पार्क में 27 साल बाद टाइगर की दहाड़ गूंजी है. 2 दिन पहले ही बांधवगढ़ और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से आए गए दो बाघ को माधव नेशनल पार्क के बलारपुर रेंज में बनाए गए दो बाड़ों में छोड़ा गया, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इन बाघों को बाड़े में छोड़ा था. इसके बाद अब माधव नेशनल पार्क अब बाघों से आबाद हो गया है, कुछ दिनों बाद इन बाघों को बाड़े से निकालकर जंगल में छोड़ा जाएगा. शिवपुरी में करीबन 27 साल पहले यानी 1995 में आखिरी बार बाघ को देखा गया था.