इंदौर। आग बुझाने में फायर फाइटर्स के काम को आसान करने के लिए इंदौर के 21 वर्षीय युवा इंजीनियरिंग छात्र मनुज जायसवाल ने रिमोट से नियंत्रित होने वाला फायर फाइटिंग रोबोट तैयार कर दिया है. अपनी तरह के इस अनूठे रोबोट में ऑटोमेटिक आग ट्रैकिंग प्रणाली भी मौजूद है. रोबोट की खासियत यह भी है कि रिमोट अथवा रेडियो ट्रांसमीटर की मदद से कहीं भी पहुंचकर आग पर पानी अथवा अग्निशमन लिक्विड (Fire Etinguisher ) की बौछार तब तक करेगा जब तक की आग बुझ ना जाए.
वर्तमान में देश के फायर फाइटिंग (अग्निशमन) सेटअप में आज भी पुराने दौर की फायर फाइटिंग व्यवस्था लागू है. पुरानी अग्निशमन व्यवस्था के मद्देनजर ना तो फायर ब्रिगेड के कर्मचारी आग बढ़ने से रोक पाते हैं और ना ही अधिकांश मामलों में भी जान माल के नुकसान की रक्षा कर पाते हैं. इसके अलावा देश में फिलहाल ऑटोमेटिक फायर ट्रैकिंग प्रणाली और रेडियो ट्रांसमीटर रिमोट से ऑपरेट होने वाले रोबोट से आग बुझाने वाली कोई व्यवस्था भी नहीं है. इन हालातों में जहां साल भर में कई लोग अग्निकांड में अपनी जान गंवाते हैं वही अग्नि कांड होने की स्थिति में करोड़ों रुपए की क्षति एवं भीषण नुकसान झेलना होता है. इसी को ध्यान में रखकर छात्र ने रोबोट तैयार किया है.
यह है रोबोट की टेक्नोलॉजी: रेडियो ट्रांसमीटर के जरिए नियंत्रित होने वाला यह रोबोट कंप्यूटर विजन टेक्निक और उन्नत एल्गोरिदम कॉन्बिनेशन है. एक मैकेनिकल कैमरे से आग तलाशने के साथ आग लगने के स्थान और आसपास की स्थिति को स्कैन करके लाइव कैमरे को रिकॉर्ड करने के साथ ऑपरेटर को सीधे भेजता है. जिससे कि रियल टाइम में ही आग बुझाई जा सकती है. इसके अलावा रोबोट में आग ट्रैकिंग और डिटेक्शन प्रणाली में उन्नत एल्गोरिदम का उपयोग किया गया है जिसके जरिए न केवल इस रोबोट को अग्नि प्रभावित क्षेत्र में तुरंत भेजा जा सकता है इसके पार्ट्स और बॉडी अग्नि निरोधक तत्व की बनी होने के कारण यह काफी उच्च तापमान भी झेल सकने के काबिल है. इसके अलावा आग लगने या कोऑपरेटिव मोड में होने पर रोबोट की निरंतर मॉनिटरिंग की जा सकती है.
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जल्द कराया जाएगा पेटेंट: अपनी तरह के इस पहले रोबोट का मनुज जयसवाल द्वारा पेटेंट कराने की तैयारी की गई है. रोबोट को तैयार करने में 2 लाख का खर्च आया है. भविष्य में उनकी टेक्नोलॉजी के आधार पर सिर्फ भारत में ही सबसे पहले ऐसे रोबोट तैयार हैं इसलिए वह अपनी तकनीकी को अपने नाम से पेटेंट करा रहे हैं. हाल ही में उन्होंने अपने रोबोट का प्रजेंटेशन इंदौर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में भी दिया था जिसे इंदौर नगर निगम और स्मार्ट सिटी ने भी शहर के लिए उपयोगी मानकर इस प्रोजेक्ट को शहर के लिए उपयोगी मानते हुए रोबोट की सराहना की है.