भोपाल। प्रदेशभर के वकीलों के लिए विधि विमर्श कार्यक्रम का आयोजन कांग्रेस विधि प्रकोष्ठ द्वारा किया गया. इसका संयोजन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विवेक तन्खा ने किया. कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के साथ कमलनाथ और कांग्रेस के कई नेता भी पहुंचे. इस मौके पर दिग्विजय सिंह ने कहा "अल्पसंख्यक समुदाय पर जिस तरीके से अन्याय, अत्याचार सरकार ने किया, ऐसे तो मैंने अपने जीवन में नहीं देखा. मुझे जानकारी मिल रही है दंगे कराने की साजिश रची जा रही है. जैसे हरियाणा के नूंह में इन लोगों ने दंगा करवाया था, उसी तरह के दंगे कराने की तैयारी की जा रही है. बीजेपी समझ चुकी है कि आज हमारे खिलाफ इतनी नाराजगी है."
अधिवक्ताओं को आगाह किया : कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अधिवक्ताओं से कहा "आप संविधान के राक्षक हैं. इतने धर्म, जातियां, भाषाएं, त्यौहार हों, ऐसा कोई और देश नहीं है. संविधान गलत हाथों में न जाए, यह चुनौती है.आपका प्रोफेशन सिर्फ एक वकील का नहीं, आप समाजसेवक भी हैं. आपको संकल्प लेना है कि संस्क्रति के रक्षक बनेंगे. हर चुनाव के अलग मायने होते हैं. यह चुनाव बड़ी चुनौती हैं. ये मध्यप्रदेश के भविष्य का चुनाव है. सिर्फ उम्मीदवार और पार्टी का चुनाव नहीं है. पैसे दो काम लो, भ्र्ष्टाचार की कोई सीमा नहीं है. पंचायत से लेकर मंत्रालय तक करप्शन है."
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फिर 50 परसेंट कमीशन का मुद्दा : कमलनाथ ने कहा "भाजपा के झूठे वादों से लोगों परेशान हो गए हैं. मैं 40 साल से चुनाव लड़ रहा हूं और जीत रहा हूं. जनता अब बहुत समझदार हो गयी है. 15 महीने के लिए हमारी सरकार बनी थी. मैं सीएम था. मैं सौदा कर सकता था लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया. पूरा प्रदेश गवाह है कि कर्ज माफ हुआ, बिजली बिल 100 रुपये 100 यूनिट किया, गौशाला बनाईं. नीति और नियत का परिचय हमने दिया. डायरी निकाल लीजिए कि अगले 3 महीने में आप क्या करेंगे. आपकी जो मांगे हैं सोसायटी की, हेल्थ पॉलिसी की, ये सही हैं." कमलनाथ ने फिर दोहराया कि मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार की सरकार है. 50 प्रतिशत कमीशन के बिना कोई काम नहीं होता है. ऐसे में उनके भ्रष्टाचार की कोई समय सीमा अब नहीं बची है.