शिवपुरी। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले से बेहद शर्मनाक घटना सामने आई है. जहां एक व्यक्ति को कुछ लोगों ने आपसी रंजिश में पहले तो जमकर पीटा. इसके बाद भी जब मन नहीं भरा तो उसको जबरन मल खिलाया. पीड़ित का आरोप है कि पुलिस ने अपनी शिकायत में मल खिलाने वाली को नहीं लिखा है. बता दें जिस युवक ने पिटाई और मल खिलाने की शिकायत दर्ज कराई है, उस पर एक महिला ने छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराया है.
युवक को जबरन पीटा और मल खिलाया: घटना शिवपुरी जिले के करैरा थाना क्षेत्र के स्थित गधाई रामनगर गांव की है. जहां एक शख्स अपनी बुआ के घर दिहायला आया हुआ था. युवक के मुताबिक "15 सितंबर की आधी रात को वह घर पर सोया हुआ था, इसी दौरान बुआ का लड़का और उसके परिजन आए और युवक के साथ गाली-गलौज करने लगे. शख्स ने जब इसका विरोध जताया तो उसे डंडे से पीटा. इसके बाद उसे घर से बाहर निकालकर ले गए और बिजली के खंबे से बांधकर पीटा. जिसके चलते युवक के सिर से खून निकलने लगा. आरोपी युवक इतने पर भी नहीं रुके उन्होंने उसे जबरन मल खिलाया."
पुलिस ने रिपोर्ट में मल खिलाने वाली बात नहीं लिखी: युवक ने बताया "जब मोहल्ले के लोगों ने हल्ला सुना तो उन्होंने उसे बचाया. आरोपी युवकों ने शख्स को पुलिस में रिपोर्ट न लिखाने की धमकी भी दी. पीड़ित ने करैरा थाना में रिपोर्ट लिखाई. इस मामले में पुलिस धारा 324, 323, 294, 506, 342 और 34 के तहत मामला पंजीबद्ध किया है. पुलिस ने 5 लोगों को आरोपी बनाया है. फरियादी ने आरोप लगाया है कि उसने शिकायत में यह भी लिखाया था कि उसे मल खिलाया गया है, लेकिन यह बात पुलिस ने रिपोर्ट में नहीं लिखी. वहीं इस पूरे मामले में करैरा थाना प्रभारी सुरेश शर्मा का कहना है की " पीड़ित शख्स के खिलाफ पहले एक महिला ने महिला ने छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराया था. जबकि पीड़ित की शिकायत पर मारपीट की धारा दर्ज की गई है. मामले की जांच की जा रही है."
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शिवपुरी में पहले भी दो लड़कों को जबरन खिलाया मल: बता दें इससे पहले भी एमपी में ऐसा ही एक मामला सामने आया था. जहां 30 जून को शिवपुरी के बरखड़ी गांव में छेड़छाड़ा का आरोप लगाते हुए कुछ ग्रामीणों ने दो दलित युवकों को पीटा फिर उन्हें जूतों की माला पहनाकर गांव में घुमाया था. इतना ही नहीं विशेष समुदाय के लोगों ने दोनों युवकों को मल खिलाया था. बाद में पुलिस ने जांच में पता लगाया कि दोनों दलित लड़के बेकसूर थे. जिसके बाद पुलिस ने आरोप लगाने वाली दो लड़कियों सहित सात पर मामला दर्ज किया था. मामला बढ़ता देख प्रशासन ने तुरंत एक्शन लेते हुए आरोपियों के घर पर बुलडोजर भी चलाये थे. इस मुद्दे पर जमकर सियासत हुई थी.