छिंदवाड़ा। अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने हिंदुओं को लेकर बहुत बड़ा बयान दिया है. एक तरह से उनके बयान में हिंदुओं के लिए भविष्य को लेकर चेतावनी भी दी गई है. उन्होंने दो बहुत बड़ी बातें कहीं हैं. अपनी कथा के साथ-साथ वह सनातन धर्म के ध्वजवाहक बने हुए हैं. कथावाचक ने कहा है कि भारत तब तक सेकुलर देश है, जब तक सनातनी बहुसंख्यक हैं. जिस दिन सनातनी अल्पसंख्यक हो गए भारत सेकुलर देश नहीं बचेगा. इसलिए हर हिंदू और सनातनियों को कम से कम 5 बच्चे पैदा करने चाहिए.
जनसंख्या नियंत्रण कानून नहीं बना तब तक है मौकाः छिंदवाड़ा के दशहरा मैदान में श्री शिव महापुराण कथा का वाचन कर रहे अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने कहा है कि सनातन धर्मी लोगों को प्यार करते हैं, किसी को मार नहीं देते हैं. इसलिए भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित कर देना चाहिए. उन्होंने स्पष्ट किया हिंदू राष्ट्र ने से सभी पंथों का भला है हिंदू राष्ट्र सभी के सुख की कामना करता है. किसी पंथ विशेष पर भेदभाव नहीं करता. इसलिए सरकार को भारत हिंदू राष्ट्र घोषित कर देना चाहिए और सनातन धर्मियों के लिए मौका है कि जब तक देश में जनसंख्या कानून लागू नहीं हो जाता तब तक ज्यादा से ज्यादा बच्चे अपनी गोद में खिलाए.
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कम से कम 5 बच्चे हिंदू भी अपनी गोद में खिलाएः देवकीनंदन ठाकुर ने बिल्कुल साफ शब्दों में कहा है कि भारत तब तक ही सेकुलर देश रहेगा जब तक यहां पर सनातन बहुसंख्यक हैं. जिस दिन सनातन अल्पसंख्यक हो गए भारत सेकुलर देश नहीं बचेगा. इसलिए यहां पर भी हर हिंदुओं को कम से कम अपनी गोद में 5 बच्चे खिलाना चाहिए. कई लोग बिल्कुल निरंकुश होकर संताने पैदा कर रहे हैं. ऐसे में हिंदुओं को भी अपनी संतानों की संख्या पर अंकुश नहीं लगाना चाहिए. उन्हें भी अपनी संख्या बढ़ानी चाहिए.
जहां सनातन नहीं उन देशों की हालत है खराबः देवकीनंदन ठाकुर ने कहा है कि उन देशों की हालत देखिये जहां सनातन नहीं है. खुद ही आपस में लड़ मर रहे हैं. वह इसलिए कि जहां सनातन रहता है वह सबकी चिंता करता है. अगर हम जनसंख्या नियंत्रण कानून के बिना ही नियंत्रण करेंगे और दूसरे लोग अपनी जनसंख्या को बढ़ाते रहे तो ऐसे में अन बैलेंस हो जाएगा और सनातनी अल्पसंख्यक हो जाएंगे. इसलिए जब तक जनसंख्या कानून नहीं है तब तक ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करने चाहिए.
जनसंख्या नियंत्रण कानून बनने के बाद नियमों का करें पालनः कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर बोले कि भारत में जनसंख्या नियंत्रण कानून बन जाएगा तो फिर भारत के नियमों का पालन करिएगा. जिसमें फिर सभी के लिए एक सा नियम होगा फिर चाहे बेटा हो या बेटी सरकार जनसंख्या नियंत्रण कानून में जितनी संताने निर्धारित करें कि उस हिसाब से पालन करें.